कांग्रेस से हटेंगे निष्क्रिय: छत्तीसगढ़ प्रभारी की दो टूक- जो निष्क्रिय उन्हें हटाएं, बूथ लेवल तक जाएं; जिलाध्यक्षों का बनेगा रिपोर्ट कार्ड
मोर्चा-प्रकोष्ठ और विभाग अध्यक्षों से छत्तीसगढ़ प्रभारी पुनिया, प्रभारी सचिव यादव-उल्का ने की वन-टू-वन बात
रायपुर, 23 अप्रैल 2022। सीएम भूपेश बघेल के विधानसभा दौरे के साथ-साथ संगठन ने भी कसावट की कवायद शुरू कर दी है। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव, सप्तगिरी उल्का और पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मोर्चा-प्रकोष्ठ और विभाग अध्यक्षों की वन-टू-वन बैठक की। इस दौरान उन्होंने निष्क्रिय पदाधिकारियों की रिपोर्ट तैयार कर उन्हें तत्काल हटाने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह जिलाध्यक्षों की भी रिपोर्ट कार्ड बनाने के लिए कहा है, जिससे चुनाव से पहले अच्छे चेहरे को मौका दिया जा सके। दरअसल, खैरागढ़ उपचुनाव के दौरान जब संगठन के नेता पहुंचे, तब वहां का मिस मैनेजमेंट देखकर दंग रह गए। वहां निचले स्तर तक टीम ही नहीं थी। स्थानीय कार्यकर्ताओं के बजाय बाहर से गए नेता-कार्यकर्ताओं ने मोर्चा संभाला। इस कारण ही पार्टी का फोकस निचले स्तर तक टीम को मजबूत बनाने पर है। सभी विभाग व मोर्चा-प्रकोष्ठ प्रमुखों को बूथ लेवल तक टीम बनाने के लिए कहा गया है। इसकी नियमित रूप से समीक्षा भी की जाएगी। बैठक में राज्यसभा सांसद व महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम, प्रभारी महामंत्री संगठन चंद्रशेखर शुक्ला, प्रभारी महामंत्री प्रशासन रवि घोष, संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, महामंत्री अमरजीत चावला सहित सभी मोर्चा-संगठन प्रमुख मौजूद थे।
वन-टू-वन चर्चा में मांगी कार्ययोजना, आंदोलन खड़ा करने के निर्देश
प्रदेश प्रभारियों ने वन टू वन चर्चा में सभी मोर्चा-प्रकोष्ठ और विभाग प्रमुखों से आगामी कार्ययोजना मांगी। साथ ही, उसे पूरा करने के संबंध में दिशा-निर्देश दिए हैं। महिला कांग्रेस से महंगाई के मुद्दे पर आंदोलन करने कहा गया है। महिलाओं से संबंधित मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाने के निर्देश दिए गए हैं। सेवादल को ट्रेंड लोगों का सम्मेलन करने और रिफ्रेशर कैंप लगाने कहा गया है। असंगठित मजदूर कांग्रेस को मजदूरों में कांग्रेस सरकार की योजनाओं को पहुंचाने कहा गया। किसान कांग्रेस को गौठान में भी राज्य सरकार की योजना की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। यूथ कांग्रेस व एनएसयूआई को बूथ लेवल तक योजनाओं के प्रचार प्रसार व संगठन को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
अभी भी खत्म नहीं हुई नाराजगी, प्रदेश प्रभारी के सामने रखी बात
राज्य में सरकार बने तीन साल से ज्यादा समय बीत गया है, लेकिन कार्यकर्ताओं की नाराजगी अभी खत्म नहीं हुई है। कई कार्यकर्ताओं ने फिर से प्रदेश प्रभारी के सामने नाराजगी जताई कि उन्हें महत्व नहीं दिया जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने यह आरोप लगाया कि अभी भी भाजपा शासन के समय लाभ पाने वाले ही फायदे में हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को काम नहीं मिल रहा है। रेडी टू ईट से लेकर सरकारी वकील तक में भाजपा से जुड़े लोग ही फायदे में हैं। प्रदेश प्रभारी ने कहा कि वे इस पर सरकार से बात करेंगे, जिससे कार्यकर्ताओं को भी लाभ मिले।