VIDEO-कांग्रेस राष्ट्रीय महाधिवेशन: 23 को खड़गे, सोनिया-राहुल आएंगे 24 को, स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में तय होंगे मुद्दे...
नवा रायपुर में 24 से 26 फरवरी तक कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन का आयोजन होगा. इसमें तमाम बड़े नेताओं के साथ करीब 15 हजार पदाधिकारी जुटेंगे.
रायपुर. छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. नवा रायपुर की सड़कें होर्डिंग और फ्लैक्स से पट गई हैं. सभास्थल पर भी तैयारियां अब अंतिम दौर में है. इसका जायजा लेने के लिए मंगलवार को एआईसीसी के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल और तारिक अनवर रायपुर पहुंचे. उन्होंने अधिवेशन स्थल और आम सभा स्थल का दौरा किया. इसके बाद लौट गए. इस दौरान उनके साथ छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा, सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित मंत्री व पीसीसी पदाधिकारी थे.
स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में तय होंगे मुद्दे
एआईसीसी के प्रभारी महासचिव वेणुगोपाल के दिल्ली लौटने के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम भूपेश बघेल ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 23 फरवरी को दोपहर तक आ सकते हैं. 24 फरवरी को सुबह ध्वजारोहण के साथ अधिवेशन की शुरुआत होगी. इसी दिन स्टीयरिंग कमेटी की बैठक है, जिसमें मुद्दे तय होंगे. इस कमेटी में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित करीब 48 सदस्य हैं. ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि 24 फरवरी को सभी पहुंच जाएंगे.
सीडब्ल्यूसी चुनाव और संविधान संशोधन
राष्ट्रीय महाधिवेशन में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के चुनाव होंगे. साथ ही, संविधान संशोधन के लिए बनाई गई समिति अपना ड्राफ्ट पेश करेगी. महाधिवेशन में तय किया जाएगा कि ड्राफ्ट को मंजूरी दी जाएगी या नहीं. जो खबरें हैं, उसके मुताबिक सोनिया गांधी और राहुल गांधी को कांग्रेस वर्किंग कमेटी का स्थाई सदस्य बनाया जा सकता है. इसके लिए संविधान में संशोधन किया जाएगा. इसके अलावा उदयपुर चिंतन शिविर में 50:50 के फॉर्मूले को भी स्थाई रूप से शामिल किया जा सकता है. यानी 50 प्रतिशत युवाओं को मौका मिलेगा.
हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा की रूपरेखा बनेगी
कांग्रेस महाधिवेशन में राजनीतिक प्रस्ताव के साथ-साथ कृषि, युवा व रोजगार, अर्थ व्यवस्था आदि मुद्दों पर मंथन किया जाएगा. भाजपा के राष्ट्रवाद और कट्टरता का जवाब देने के लिए हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की रूपरेखा बनाई जाएगी. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पूरा ड्राफ्ट बनेगा. इसमें आने वाले समय में जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, वहां कांग्रेस की रणनीति पर भी मंथन किया जाएगा.