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ट्रक ड्रायवर के बेटे के हाथों में हिमाचल की स्टेयरिंग: कॉलेज के दिनों में गलियों में बेचा करते थे दूध और अखबार...जानिए नए CM सुखविंदर सुक्खू के बारे में कुछ खास बातें

ट्रक ड्रायवर के बेटे के हाथों में हिमाचल की स्टेयरिंग: कॉलेज के दिनों में गलियों में बेचा करते थे दूध और अखबार...जानिए नए CM सुखविंदर सुक्खू के बारे में कुछ खास बातें
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By NPG News

NPG न्यूज़। हिमाचल प्रदेश में ट्रक ड्रायवर के बेटे सुखविंदर सिंह सुक्खू नये मुख्यमंत्री बनाये गए हैं। स्कूल के दिनों में सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला के गलियों में अखबार और दूध बेचा करते थे। सुक्खू बचपन से ही काफी संघर्षशील और मेहनती रहें है। उनके सीएम बनने से प्रदेश की जनता में काफी खुशी की लहर है। हिमाचल में 1983 में स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने मुख्यमंत्री का पद संभाला। इसके बाद प्रदेश में जब भी कांग्रेस की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री वीरभद्र रहे, जिनका पिछले साल निधन हुआ। अब सुक्खू को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। आइये जानते हैं उनके बारे में कुछ रोचक बातें...

CM सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म 26 मार्च 1964 को नादौन के सेरा गांव में एक चालक के घर पैदा हुए। सुक्खू के पिता रसील सिंह हिमाचल पथ परिवहन निगम शिमला में चालक थे। माता संसार देई गृहिणी हैं। सुक्खू एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। छोटा शिमला के ब्राक्हस्ट में वह पलकर बढ़े हुए। उनकी पढ़ाई भी शिमला में हुई। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की है।

सुखविंदर सिंह सुक्खू की दो बेटियां हैं, जो दिल्ली में पढ़ाई कर रही है। वे नादौन से 4वीं बार विधायक चुने गए हैं। इस बार उन्होंने बीजेपी के विजय अग्निहोत्री को हराया है। सुखविंदर सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में तब की थी, जब वह गवर्नमेंट कॉलेज संजौली, शिमला में छात्र थे। वे कॉलेज छात्र संघ के महासचिव और अध्यक्ष रहे। इसके बाद वे वह 1989 से 1995 के बीच एनएसयूआई के अध्यक्ष भी रहे।

सुक्खू ने साल 1992 में नगर निगम शिमला में पार्षद पद पर अपना पहला चुनाव लड़ा था। यह चुनाव छोटा शिमला वार्ड से लड़ा गया। अपने पहले ही चुनाव में सुक्खू ने जीत हासिल की और नगर निगम सदन का हिस्सा बने। उस समय नगर निगम में कांग्रेस की सरकार बनी थी। सदन में भी सुक्खू काफी सक्रिय रहते थे और अपने वार्ड की समस्याओं को प्रमुखता से उठाते थे। साथी पार्षदों के साथ उनका अच्छा मेल मिलाप रहता था। साल 1997 में दूसरी बार छोटा शिमला वार्ड से पार्षद का चुनाव लड़ा और फिर बड़े अंतर से जीत हासिल की।

2008 में प्रदेश कांग्रेस के महासचिव बने। 8 जनवरी 2013 से 10 जनवरी 2019 तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। अप्रैल 2022 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं टिकट वितरण कमेटी के सदस्य बने।

2013 में हिमाचल कांग्रेस के प्रमुख के पद तक पहुंचे और 2019 तक राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में जिम्मेदारी निभाई। 2003, 2007 और 2017 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। 2022 चुनावों में उन्होंने बीजेपी के विजय अग्निहोत्री को 3363 मतों के अंतर से हराकर लगातार चाैथी बार विधायक की कुर्सी संभाली।

सुखविंदर सिंह की माता संसार देवी गृहिणी हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में अपनी शुरुआती पढ़ाई से लेकर एलएलबी तक की पढ़ाई की है। अपने चार भाई-बहनों में से सुखविंदर सिंह सुक्खू दूसरे नंबर पर हैं। उनके बड़े भाई राजीव सेना से रिटायर हैं। उनकी दो छोटी बहनों की शादी हो चुकी है। सुखविंदर सिंह सुक्खू की शादी 11 जून 1998 को कमलेश ठाकुर से हुई।


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