Raigar Mayor: छत्तीसगढ़ में चाय वाला बना सर्वाधिक वोट शेयर से महापौर, मंत्री ओपी चौधरी बोले...चाय की बजाए जीवर्द्धन की ईमानदारी की चर्चा होनी चाहिए...
Raigar Mayor: छत्तीसगढ़ में 29 साल से चाय बेचने का काम कर रहे जीवर्धन चौहान ने रायगढ़ मेयर इलेक्शन में शानदार जीत दर्ज की है। उन्होंने 61 परसेंट वोट शेयर के साथ कांग्रेस के प्रत्याशी को पटखनी दे दी। जीवर्द्धन की जीत को मंत्री ओपी चौधरी ने ईमानदारी की जीत बताया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ही ऐसी पार्टी है, सामान्य कार्यकर्ता को शहर का प्रथम नागरिक बना सकती है।

Raigar Mayor: रायपुर। रायगढ़ से मेयर पद के बीजेपी प्रत्याशी जीवर्द्धन चौहान आज 61 परसेंट वोट शेयर के साथ बड़ी जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। आलम यह रहा कि 92300 कुल वोट में से कांग्रेस प्रत्याशी को सिर्फ 21900 वोट मिल पाए। याने 23 परसेंट का वोट शेयर।
जाहिर है, नगरीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने रायगढ़ महापौर के लिए चाय बेचने वाले जीवर्द्धन चौहान को टिकिट दिया था। हालांकि, जब जीवर्द्धन का नाम फायनल हुआ था, तो लोग चौंके थे कि वे बिना संसाधनों के चुनाव कैसे लड़ पाएंगे।
असल में, सियासी पार्टियां टिकिट देने से पहले आमतौर पर यह भी देखती है सामने वाली की आर्थिक हैसियत कैसी है। ऐसे में, चाय वाले की आर्थिक स्थिति समझी जा सकती थी। इसके बाद भी रायगढ़ से विधायक और सरकार के वित्त, आवास और पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने जीताने की जिम्मेदारी लेते हुए जीवर्द्धन को चुनाव मैदान में उतारा। और वे भारी मतों से जीत भी गए।
जीवर्द्धन चौहान की जीत पर मीडिया में मंत्री ओपी चौधरी से सवाल किया कि चाय वाला आपका महापौर बन गया...इस पर उन्होने कहा कि चाय बेचने वाले की चर्चा की बजाए जीवर्द्धन की ईमानदारी और उनके संगठन कौशल पर बात होनी चाहिए।
ओपी ने कहा कि आज के दौर में कोई कार्यकर्ता 29 साल से किसी सियासी पार्टी से जुड़ा हुआ है, उसके बाद भी चाय बेचकर जीवनयापन कर रहा है तो उसकी यह ईमानदारी है। उन्होंने कहा कि जीवर्द्धन पार्टी के एक कुशल संगठनकर्ता हैं, पार्टी के कार्यक्रमों में वे हमेशा आगे बढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। इसलिए पार्टी ने उनका मान बढ़ाया।
मंत्री ओपी चौधरी ने मीडिया से कहा कि छत्तीसगढ़ में अब कांग्रेस की नैया डूब रही है। उसकी भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति को छत्तीसग़ढ़ के लोगों ने एक साल के भीतर लगातार तीसरी बार नकार दिया है। छत्तीसगढ़ में अब कांग्रेस के लिए कोई स्कोप नहीं बचा है। उन्होंने नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत को भाजपा कार्यकर्ताओं और विष्णुदेव सरकार के सुशासन की जीत करार दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी विकास और सुशासन को सामने रखकर चुनाव लड़ा और जनता ने उस पर मुहर लगा दिया है।