Modi Cabinet 3.0: पति-पत्नी दोनों बन गए मंत्री: पति कैबिनेट मंत्री पत्नी बनी मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री
Modi Cabinet 3.0: मोदी कैबिनेट 3.0 का आज शपथ ग्रहण हुआ। इसमें करीब 72 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इनमें एक महिला मंत्री ऐसी हैं जिनके पति कैबिनेट मंत्री हैं।
Modi Cabinet 3.0: एनपीजी न्यूज
केंद्रीय कैबिनेट में राज्य मंत्री बनाई गई अनुप्रिया पटेल अपना दल (सोनेलाल) की टिकट पर चुनाव जीत कर संसद पहुंची हैं। वे मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) की सीट से निर्वाचित हुई हैं। अनुप्रिया पटेल को मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री बनाया गया है।
कुर्मी (ओबीसी) वर्ग से आनी अनुप्रिया अपना दल के संस्थापक दिवंगत डॉ. सोनेलाल पटेल की पुत्री हैं। अनुप्रिया के पति अशीष पटेल इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए हैं। आशीष उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। वे तकनीकी शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण, बाट एवं माप मंत्री हैं। वे उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं। आशीष अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। आशीष बुंदेलखंड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी झांसी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई पूरी की है ।
जानिए.. कौन हैं अनुप्रिया पटेल
अनुप्रिया पटेल भारतीय राजनीति की एक प्रभावशाली नेता हैं। वे अपना दल (सोनेलाल) पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। अनुप्रिया ने अपने करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और समाज के विभिन्न मुद्दों पर अपनी आवाज उठाई है। इस लेख में, हम अनुप्रिया पटेल के जीवन, करियर, और उनकी उपलब्धियों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।
अनुप्रिया पटेल का जन्म 28 अप्रैल 1981 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था। उनके पिता, सोनेलाल पटेल, एक प्रसिद्ध समाजसेवी और राजनीति के क्षेत्र में एक प्रमुख नेता थे, जबकि उनकी माता, कृष्णा पटेल, एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। अनुप्रिया का पालन-पोषण एक राजनीतिक और सामाजिक रूप से सक्रिय परिवार में हुआ, जिससे उन्हें बचपन से ही समाज सेवा और राजनीति के प्रति रुचि विकसित करने का अवसर मिला। अनुप्रिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कानपुर से पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और फिर एमिटी विश्वविद्यालय से एमबीए किया।
अनुप्रिया पटेल ने अपने पिता सोनेलाल पटेल के नेतृत्व में राजनीति में कदम रखा। अपने पिता के निधन के बाद, उन्होंने अपना दल (सोनेलाल) पार्टी की कमान संभाली और पार्टी को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया। 2012 में, उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपना दल (सोनेलाल) पार्टी का नेतृत्व किया और महत्वपूर्ण चुनावी सफलता हासिल की।