Minister Malkit Singh in ED: पीसीसी के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गेंदू पहुंचे ईडी दफ्तर...
Action in ED: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल में हुए दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले की छीटें अब कांग्रेस कार्यालय भवन तक पहुंंचने लगी है। बीते दिनों ईडी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में दबिश दी थी। ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा जिले के कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय भवन में लगाई गई राशि के स्रोत को लेकर जरुरी सवाल ईडी ने पूछा था। ईडी के निर्देश पर पीसीसी महामंत्री मलकीत सिंह गेंदू दस्तावेजों के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे हैं।

Minister Malkit Singh in ED: रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल में हुए दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले की छीटें अब कांग्रेस कार्यालय भवन तक पहुंंचने लगी है। बीते दिनों ईडी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में दबिश दी थी। ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा जिले के कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय भवन में लगाई गई राशि के स्रोत को लेकर जरुरी सवाल ईडी ने पूछा था। ईडी के निर्देश पर पीसीसी महामंत्री मलकीत सिंह गेंदू दस्तावेजों के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे हैं।
ईडी के निर्देश पर सुकमा और कोंटा में बने राजीव भवन के दस्तावेजों व स्रोत के संबंध में दस्तावेज के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे। ईडी ने चार सवालों पर जवाब मांगा था।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम मंगलवार को रायपुर में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन पहुंची थी और एक समन जारी कर सुकमा-कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय भवन को लेकर जवाब मांगा था। राजीव भवन निर्माण के साथ ही आय के स्रोत सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी मांगी थी। 2018 से 2023 के बीच सुकमा जिले के कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन की लागत और उसके निर्माण के लिए राशि और स्रोत को लेकर जानकारी मांगी थी। यहां देखिए वीडियो...
कांग्रेस भवन में ईडी की दबिश के बाद प्रदेश में राजनीति भी उसी अंदाज में गरमाई थी। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने ईडी और भाजपा को घेरते हुए ईडी से सवाल पूछा था कि ईडी 150 करोड़ की लागत से बने प्रदेश भाजपा कार्यालय की जांच करेगी और भाजपा के इस संबंध में पूछताछ करेगी क्या। प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने ईडी पर कांग्रेस नेताओं को परेशान करने का आरोप लगाया है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने तंज कसते हुए कहा था कि जितना नोट छापा है, उसके विरुद्ध ये छापा है।