Lok Sabha Election 2024 Results: डॉ. रमन का पूर्व सीएम भूपेश पर तंज: राजनांदगांव में वोरा जैसे दिग्गज पीछे रह गए तो, बघेल...
Lok Sabha Election 2024 Results: लोकसभा चुनाव 2024 के मतगतणना की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इसके साथ ही हार- जीत को लेकर बहस तेज हो गई है। इस बीच राजनांदगांव सीट को लेकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर तंज कसा है।
Lok Sabha Election 2024 Results: रायपुर। लोकसभा चुनाव 2024 में छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में राजनांदगांव को सबसे हॉट सीट माना गया। राजनांदगांव को सबसे हॉट सीट मानने की सबसे बड़ी वजह वहां के कांग्रेस प्रत्याशी हैं। कांग्रेस ने वहां से पाटन विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मैदान में उतारा था। बघेल का मुकाबला बीजेपी के सीटिंग एमपी संतोष पांडेय से थी। राजनांदगांव में चुनाव प्रचार के दौरान जमकर ड्रामा हुआ। बघेल को पार्टी के नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। भरे मंच से कांग्रेसियों ने उन्हीं खरी खोटी सुनाई। वहीं, कई क्षेत्रों में बघेल का जोरदार स्वागत भी हुआ। कांग्रेस और बघेल राजनांदगांव से जीत का दावा कर रहे हैं।
राजनांदगांव सीट जीतने के कांग्रेस के दावों पर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है। डॉ. रमन ने कहा कि राजनांदगांव लोकसभा में जब दुर्ग से आए दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा जी को पीछे रहना पड़ा तब दुर्ग से भूपेश बघेल को भी राजनांदगांव की जनता सम्मान के साथ वापिस दुर्ग भेजेगी।
बताते चले कि डॉ. रमन राजनांदगांव विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार के विधायक हैं। उनके पुत्र अभिषेक सिंह राजनांदगांव से सांसद रह चुके हैं। डॉ. रमन भी राजनांदगांव सीट का लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। डॉ. रमन को बीजेपी ने 1999 में इस सीट से प्रत्याशी बनाया था। उनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा से था। चुनाव में डॉ. रमन को कुल 3 लाख 4 हजार 611 वोट मिले, जबकि वोरा को 2 लाख 77 हजार 896 वोट मिला। इसी जीत के बाद डॉ. रमन का राजनीतिक भविष्य बदल गया।
वोरा को हरा कर संसद पहुंचे डॉ. रमन को केंद्र में राज्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद उन्हें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। 2003 का विधानसभा चुनाव बीजेपी ने डॉ. रमन के नेतृत्व में लड़ा और बहुत के साथ सत्ता हासिल की। इस जीत के ईनाम के रुप में डॉ. रमन को पार्टी ने मुख्यमंत्री का पद दिया। इसके बाद डॉ. रमन लगातार 15 साल तक प्रदेश के मुखिया बने रहे।
1999 के बाद से इस सीट पर है बीजेपी का कब्जा
राजनांदगांव संसदीय सीट 1962 में अस्तित्व में आया, तब से 1999 के चुनाव के पहले तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा। इस दौरान केवल एक बार 1977 में कांग्रेस यहां से हारी थी। लेकिन 1999 में डॉ. रमन की जीत के बाद से इस सीट पर लगातार बीजेपी का कब्जा रहा है। 2004 में प्रदीप गांधी यहां से सांसद चुने गए। गांधी के इस्तीफा के बाद हुए उप चुनाव में कांग्रेस यह सीट जीत गई थी, लेकिन फिर 2009 में बीजेपी के मधुसूदन यादव ने यहां से जीत दर्ज की। 2014 में अभिषेक सिंह सांसद चुने गए थे।