लाल बत्ती वाले नेताओं को कांग्रेस संगठन में पद नहीं मिलेगा, पीसीसी की बैठक में हुआ बवाल, संगठन में पद देने बनाया गया खाका
रायपुर। कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की बैठक में कल बड़ा बवाल हुआ। कई पदाधिकारियों ने यहां तक कह दिया कि पार्टी का यही हाल रहा तो अगले चुनाव में काफी दिक्कत जाएगी। पार्टी की यह र्बैठक संगठन चुनाव, ईडी के खिलाफ प्रदर्शन और भारत जोड़ो यात्रा के संबंध में बुलाई गई थी। लेकिन, बाद में बैठक की दिशा बदल गई। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश के प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया भी मौजूद थे। हालांकि, मुख्यमंत्री मुख्य मुद्दों पर चर्चा के बाद कांग्रेस भवन से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए।
बताते हैं, बैठक के लास्ट में पदाधिकारियों के बीच काफी हो-हंगामा हुआ। पता चला है, महासमुंद के एक नेता ने प्रस्ताव रखा कि लाल बत्ती याने सरका पद वाले नेताओं को संगठन में पद नहीं दिया जाए। इस पर खूब तालिया बजी। अंदर की खबर ये है कि लगभग इसे स्वीकार कर लिया गया है। कुछ दिनों में पीसीसी चीफ इसका ऐलान करेंगे। हालांकि, लाल बत्ती वाले दो नेताओं को छोड़कर लगभग सभी को संगठन पद से हटा दिया गया है। लेकिन, चुनाव को देखते बाकी लाल बत्ती वाले फिर से संगठन में आने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस पार्टी ने अगर लाल बत्ती वालों को संगठन में पद न देने का अंतिम फैसला कर लिया तो उनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी।