Korba Nagar Nigam: मंत्री का बागी नेता को बधाई का वीडियो वायरल...बीजेपी के शीर्ष नेता नाराज, हो सकती है और कार्रवाई...
Korba Nagar Nigam: छत्तीसगढ़ में पार्टी के बागी सभापति के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई शीर्ष नेताओं के निर्देश पर की गई है। पता चला है, प्रदेश प्रभारी नीतीन नबीन और प्रदेश के संगठन मंत्री पवन साय इस बात से बेहद नाराज हैं कि मंत्री और पार्टी के जिम्मेदार नेताओं ने पार्टी लाईन से विपरीत काम करते हुए न केवल बागी उम्मीदवार को जीताया बल्कि उसे सार्वजनिक तौर पर बधाई भी दिया। दरअसल, इस महीने बिलासपुर संभाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजिट है, उसी संभाग में पार्टी के जिम्मेदार नेताओं ने अनुशासन को तार-तार कर दिया। इस एपिसोड में कुछ और नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है।

Korba Nagar Nigam
Korba Nagar Nigam: रायपुर। बीजेपी जैसी अनुशासित पार्टी में कोरबा के नेताओं ने जिस तरह पार्टी के अनुशासन को चुनौती दी, उससे बीजेपी के बड़े नेता बेहद नाराज हैं। गुस्सा इस बात का है कि इसी महीने 30 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिलासपुर के दौरे पर आ रहे हैं।
बिलासपुर संभाग में बीजेपी अपेक्षाकृत काफी कमजोर है। लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में जिस एकमात्र सीट से बीजेपी हो हार का सामना करना पड़ा, उस कोरबा लोकसभा का भी बड़ा हिस्सा बिलासपुर संभाग मेंं आता है। इसी दृष्टि से प्रधानमंत्री का पहला कार्यक्रम बिलासपुर में कराया जा रहा है। उसके बाद फिर दूसरे संभागों में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम होगा।
ऐसे में, जब बिलासपुर समेत कई नगर निगमों में बीजेपी से निर्विरोध सभापति चुने गए, कोरबा में बगावत से बीजेपी की प्रतिष्ठा पर आंच आई। रायपुर से विधायक पुरंदर मिश्रा पर्यवेक्षक बनकर कोरबा गए थे, वे भी वहां के नेताओं में एकराय नहीं बना पाए। और बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी को मात्र 18 वोट से संतोष करना पड़ा और पार्टी के बागी उम्मीदवार नूतन सिंह ठाकुर 32 वोट पाकर चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
उपर से कोरबा से विधायक और उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने सार्वजनिक तौर पर मीडिया से बात करते हुए बागी प्रत्याशी को बधाई दे दिया। मंत्री लखनलाल का वायरल वीडियो नीतीन नबीन और पवन साय के पास पहुंचा। उन्होंने आज सुबह सभापति को पार्टी से निष्कासित करने का आदेश दिया।
बीजेपी को मंत्री का ये आचरण इसलिए नागवार गुजरा कि उद्योग जैसे विभाग के मंत्री होने के बाद भी कोरबा में अपने ही पार्टी के पार्षदों को एकजुट नहीं कर सके। उपर से बागी को जीतवा डाला।
सभापति के निष्कासन की कार्रवाई से कोरबा की सियासत गरमा गई है। इससे पहले हालांकि, महापौर चुनाव को लेकर भी राजनीति तेज हुई थी। बीजेपी की वरिष्ठ नेत्री सरोज पाण्डेय वहां से विकास अग्रवाल की पत्नी आरती अग्रवाल को महापौर का टिकिट दिलाना चाहती थी। मगर उनकी नहीं चल पाई। लखनलाल देवांगन के करीबी को टिकिट मिली और वे जीते भी।
कोरबा में नूतन सिंह ठाकुर पार्टी के सभापति के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़े थे। और उन्हें जीत मिली थी।
बता दें, कोरबा नगर निगम में बीजेपी को बंपर बहुमत मिला है। वहां पार्टी का मेयर निर्वाचित हुआ है। इसके बाद सभापति चुनाव के लिए पार्टी ने हितानंद अग्रवाल को अधिकृत प्रत्याशी बनाया था।
हितानंद अग्रवाल को डिप्टी सीएम अरुण साव का आदमी माना जाता है। इसको लेकर कोरबा के बीजेपी नेता लामबंद हो गए। ऐसा पता चला है, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन और विकास महतो ने बीजेपी पार्षद नूतन सिंह ठाकुर को निर्दलीय चुनाव लड़ा दिया और सूत्रों का कहना है कि बागी प्रत्याशी को जीताया भी गया। नूतन को 33 वोट मिले।
नूतन सिंह की जीत को उद्योग मंत्री लखनलाल ने बीजेपी की जीत बताते हुए उन्हें बधाई दी थी। लखनलाल का बयान था...नूतन बीजेपी की टिकिट से पार्षद चुनाव लड़े और जीते। उन्हें बीजेपी के पार्षदों ने वोट देकर सभापति बनाया है।
बहरहाल, सभापति के निष्कासन के बाद भाजपा कुछ और नेताओं से जवाब तलब कर सकती है। प्रदेश कार्यालय से उन्हें नोटिस जारी की जाएगी।
हालांकि, सभापति के निष्कासन की खबर में मंत्री की भूमिका की एनपीजी न्यूज की खबर वायरल होने के बाद मंत्री लखनलाल देवांगन के कार्यालय से फोन कर स्पष्ट किया गया कि सभापति के बागी प्रत्याशी को खड़ा करने में मंत्रीजी का कोई रोल नहीं है। न ही बागी सभापति मंत्रीजी के करीबी हैं।