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इन देशों में भी हैं भारतीय मूल के राष्ट्र प्रमुख: जानें कैसे पहुँचे सर्वोच्च पद पर

इन देशों में भी हैं भारतीय मूल के राष्ट्र प्रमुख: जानें कैसे पहुँचे सर्वोच्च पद पर
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By NPG News

NPG DESK

आखिर ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन गए। भारतीय मूल के एक व्यक्ति के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद पर पहुंचने से पूरे देश में उत्साह का माहौल है। ऋषि सुनक की ही तरह दुनिया के कई अन्य देशों में भी भारतीय मूल के नेता अपनी काबिलियत के दम पर सर्वोच्च पद पर पहुंचे।अमेरिका के नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन Indiaspora ने भारतीय मूल के ऐसे लोगों की एक लिस्ट जारी की है, जो किसी देश के राष्ट्रप्रमुख या बेहद ऊंचे पद पर रह चुके हैं। ऐसे कुछ प्रमुख प्रभावशाली नेताओं के बारे में जानते हैं -

इन देशों में भी हैं भारतीय मूल के राष्ट्रप्रमुख : जानें कैसे पहुँचे सर्वोच्च पद पर

सबसे पहले ऋषि सुनक की बात

ब्रिटिश राजनेता ऋषि सुनक ने आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया। इससे पहल इन्होंने 2020 से 2022 तक यूनाइटेड किंगडम के राजकोष के चांसलर के रूप में कार्य किया। 2019 से 2020 तक ट्रेजरी के मुख्य सचिव रहे। वे 2015 से उत्तर यॉर्कशायर में रिचमंड (यॉर्क) के लिए संसद सदस्य रहे हैं।12 मई 1980 को इंग्लैंड के साउथैम्प्टन नामक शहर में जन्में सुनक कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य हैं | इनके माता-पिता भारतीय मूल के थे, जो पूर्व अफ्रीका में रहते थे। 90 के दशक में इनके माता-पिता ने पूर्व अफ्रीका से इंग्लैंड में आए थे। ऋषि ने अपनी पढ़ाई विनचेस्टर कॉलेज में की । इन्होंने दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई लिंकन कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में पूरी की और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री हासिल की। स्टैनफोर्ड में पढ़ाई करने के दौरान ही इनकी मुलाक़ात इंफोसिस के फाउंडर एन आर नारायणमूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई। ऋषि और अक्षता की दो बेटियां हैं।

* मोहम्मद इरफान अली, गुयाना के राष्ट्रपति

मोहम्मद इरफान अली गुयाना के राष्ट्रपति हैं। अली का जन्म 1980 में एक भारतीय गायनीडॉज मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनकी पढ़ाई यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टइंडीज से हुई है। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से एमए की डिग्री प्राप्त की है। वहीं उन्होने 2006 में गुयाना नेशनल असेंबली के सदस्य के तौर पर राजनीति में प्रवेश किया था। अली गुयाना की पीपुल्स प्रोग्रेसिव पार्टी से हैं।उनके दादा को अंग्रेज मजदूर के तौर पर भारत से गुयाना लेकर आए थे।

भरत जगदेव, गुयाना के उपराष्ट्रपति

भारतीय मूल के भरत जगदेव 2020 से गुयाना के उपराष्ट्रपति हैं। वह भारतीय मूल के गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली के एडमिनिस्ट्रेशन में शामिल हैं। इससे पहले वह 1997 से 1999 तक गुयाना के उपराष्ट्रपति रह चुके हैं। उनका जन्म 23 जनवरी 1964 को गुयाना में एक भारतीय हिंदू परिवार में हुआ था। 1912 में जगदेव के दादा राज जियावन को अंग्रेज उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से मजूदर के रूप में गुयाना ले गए थे।

चार संतोखी, सूरीनाम के राष्ट्रपति

चार संतोखी पुलिस अधिकारी से राजनेता बने हैं। 63 साल के चंद्रिकाप्रसाद चान संतोखी वर्तमान मे सूरीनाम के राष्ट्रपति हैं। उनका जन्म भारतीय सूनीनामीज हिंदू परिवार में 1959 में हुआ था। उनके दादा को अंग्रेज 19वीं सदी की शुरुआती में बिहार से एक मजदूर के तौर पर सूरीनम लेकर आए थे। वह 1982 में मॉरिशस पुलिस में इंस्पेक्टर बने, 1989 में नेशनल क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट के प्रमुख बने और 1991 में पुलिस कमिश्नर बने। उन्होंने 2005 में मिनिस्टर ऑफ जस्टिस एंड पुलिस के रूप में राजनीति में कदम रखा। वह सूरीनाम की प्रोग्रेसिव रिफॉर्म पार्टी के नेता हैं। वह 2020 में सूरीनाम के राष्ट्रपति बने थे।

कमला हैरिस, अमेरिका की उपराष्ट्रपति

अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता हैं। वह अमेरिकी इतिहास में उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला और इस पद पर काबिज होने वाली पहली भारतीय मूल की महिला हैं। उन्होंने हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी और हेस्टिंग्स कॉलेज से पढ़ाई की है।57 साल की हैरिस की जड़ें भारत के तमिलनाडु राज्य से जुड़ी हैं।

एंटोनिया कोस्टा, पुर्तगाल के प्रधानमंत्री

कोस्टा एक पुर्तगाली वकील और राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्तमान में प्रधान मंत्री के रूप में सेवारत हैं। वह आधे पुर्तगाली और आधे भारतीय हैं। प्रमुख उपन्यासकार ऑरलैंडो दा कोस्टा के पुत्र हैं, जिनके लेखन में रवींद्रनाथ टैगोर पर निबंध शामिल थे। उनकी मां पुर्तगाली मूल की मारिया एंटोनिया पाला थीं। उनके पिता ने अपनी अधिकांश युवावस्था गोवा में बिताई। कोस्टा को पुर्तगाल में लिस्बन का गांधी भी कहा जाता है।

प्रविंद जगन्नाथ, माॅरीशस के प्रधानमंत्री

प्रविंद जगन्नाथ 2017 से मॉरिशस के प्रधानमंत्री हैं। उनका जन्म 1961 में मॉरिशस में ही भारतीय मूल के एक हिंदू परिवार में हुआ था। वह मिलिटेंट सोशलिस्ट मूवमेंट यानी एमएसएम पार्टी के सदस्य हैं। जगन्नाथ के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1987 में हुई और 1990 में वह एमएसएम पार्टी से जुड़ गए। इसके बाद वह साल 2000 में कृषि मंत्री और 2005 में वित्त मंत्री बने। वह विपक्ष के नेता भी रहे हैं। उनकी शादी 1992 में हुई थी और तीन बेटियां हैं। वह इस साल अगस्त महीने में काशी विश्वनाथ मंदिर के तीन दिन के दौरे पर भी आए थे।

पृथ्वीराजसिंह रूपन, माॅरीशस के राष्ट्रपति

पृथ्वीराजसिंह रूपन 2019 से मॉरिशस के राष्ट्रपति हैं। उनका जन्म 1959 को मॉरिशस के एक भारतीय आर्य समाजी हिंदू परिवार में हुआ था। उनकी पढ़ाई यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर से हुई है। रूपन ने 1983 में राजनीति में प्रवेश किया था और 1995 में पहली बार चुनाव लड़ा। जबकि चुनावों में पहली जीत 2000 में मिली। भारतीय मूल के रूपन की हिंदू धर्म में गहरी आस्था है। उनकी काशी विश्वनाथ मंदिर में शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय की तस्वीर सामने आई थीं। इसके अलावा वे बिहार के गया में मौजूद महोबाधि बौद्ध मंदिर भी जा चुके हैं।

वेवल रामखेलावन, सेशेल्स के राष्ट्रपति

रामखेलावन भी भारतीय मूल के हैं। रामखेलावन के दादा बिहार के रहने वाले थे। रामखेलावन के पिता मेटल का काम करते थे, जबकि मां शिक्षिका थीं। रामखेलावन का जन्म 15 मार्च 1961 में हुआ था।हलीमा

याकूब, सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा भारतीय मूल की

इनका जन्म सिंगापुर में ही हुआ है। इनके पिता भारतीय और माता मलेशियन थीं। हलीमा के पिता वॉचमैन थे।पिता की मौत के बाद वह अपनी मां के साथ सिंगापुर की सड़कों पर स्ट्रीट फूड बेचा करती थीं।

* मोहम्मद इरफान अली, गुयाना के राष्ट्रपति

मोहम्मद इरफान अली गुयाना के राष्ट्रपति हैं। अली का जन्म 1980 में एक भारतीय गायनीडॉज मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनकी पढ़ाई यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टइंडीज से हुई है। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से एमए की डिग्री प्राप्त की है। वहीं उन्होने 2006 में गुयाना नेशनल असेंबली के सदस्य के तौर पर राजनीति में प्रवेश किया था। अली गुयाना की पीपुल्स प्रोग्रेसिव पार्टी से हैं।उनके दादा को अंग्रेज मजदूर के तौर पर भारत से गुयाना लेकर आए थे।

* भरत जगदेव, गुयाना के उपराष्ट्रपति

भारतीय मूल के भरत जगदेव 2020 से गुयाना के उपराष्ट्रपति हैं। वह भारतीय मूल के गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली के एडमिनिस्ट्रेशन में शामिल हैं। इससे पहले वह 1997 से 1999 तक गुयाना के उपराष्ट्रपति रह चुके हैं। उनका जन्म 23 जनवरी 1964 को गुयाना में एक भारतीय हिंदू परिवार में हुआ था। 1912 में जगदेव के दादा राज जियावन को अंग्रेज उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से मजूदर के रूप में गुयाना ले गए थे।

* चार संतोखी, सूरीनाम के राष्ट्रपति

चार संतोखी पुलिस अधिकारी से राजनेता बने हैं। 63 साल के चंद्रिकाप्रसाद चान संतोखी वर्तमान मे सूरीनाम के राष्ट्रपति हैं। उनका जन्म भारतीय सूनीनामीज हिंदू परिवार में 1959 में हुआ था। उनके दादा को अंग्रेज 19वीं सदी की शुरुआती में बिहार से एक मजदूर के तौर पर सूरीनम लेकर आए थे। वह 1982 में मॉरिशस पुलिस में इंस्पेक्टर बने, 1989 में नेशनल क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट के प्रमुख बने और 1991 में पुलिस कमिश्नर बने। उन्होंने 2005 में मिनिस्टर ऑफ जस्टिस एंड पुलिस के रूप में राजनीति में कदम रखा। वह सूरीनाम की प्रोग्रेसिव रिफॉर्म पार्टी के नेता हैं। वह 2020 में सूरीनाम के राष्ट्रपति बने थे।

* कमला हैरिस, अमेरिका की उपराष्ट्रपति

अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता हैं। वह अमेरिकी इतिहास में उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला और इस पद पर काबिज होने वाली पहली भारतीय मूल की महिला हैं। उन्होंने हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी और हेस्टिंग्स कॉलेज से पढ़ाई की है।57 साल की हैरिस की जड़ें भारत के तमिलनाडु राज्य से जुड़ी हैं।

* एंटोनिया कोस्टा, पुर्तगाल के प्रधानमंत्री

कोस्टा एक पुर्तगाली वकील और राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्तमान में प्रधान मंत्री के रूप में सेवारत हैं। वह आधे पुर्तगाली और आधे भारतीय हैं। प्रमुख उपन्यासकार ऑरलैंडो दा कोस्टा के पुत्र हैं, जिनके लेखन में रवींद्रनाथ टैगोर पर निबंध शामिल थे। उनकी मां पुर्तगाली मूल की मारिया एंटोनिया पाला थीं। उनके पिता ने अपनी अधिकांश युवावस्था गोवा में बिताई। कोस्टा को पुर्तगाल में लिस्बन का गांधी भी कहा जाता है।

* प्रविंद जगन्नाथ, माॅरीशस के प्रधानमंत्री

प्रविंद जगन्नाथ 2017 से मॉरिशस के प्रधानमंत्री हैं। उनका जन्म 1961 में मॉरिशस में ही भारतीय मूल के एक हिंदू परिवार में हुआ था। वह मिलिटेंट सोशलिस्ट मूवमेंट यानी एमएसएम पार्टी के सदस्य हैं। जगन्नाथ के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1987 में हुई और 1990 में वह एमएसएम पार्टी से जुड़ गए। इसके बाद वह साल 2000 में कृषि मंत्री और 2005 में वित्त मंत्री बने। वह विपक्ष के नेता भी रहे हैं। उनकी शादी 1992 में हुई थी और तीन बेटियां हैं। वह इस साल अगस्त महीने में काशी विश्वनाथ मंदिर के तीन दिन के दौरे पर भी आए थे।

*पृथ्वीराजसिंह रूपन, माॅरीशस के राष्ट्रपति

पृथ्वीराजसिंह रूपन 2019 से मॉरिशस के राष्ट्रपति हैं। उनका जन्म 1959 को मॉरिशस के एक भारतीय आर्य समाजी हिंदू परिवार में हुआ था। उनकी पढ़ाई यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर से हुई है। रूपन ने 1983 में राजनीति में प्रवेश किया था और 1995 में पहली बार चुनाव लड़ा। जबकि चुनावों में पहली जीत 2000 में मिली। भारतीय मूल के रूपन की हिंदू धर्म में गहरी आस्था है। उनकी काशी विश्वनाथ मंदिर में शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय की तस्वीर सामने आई थीं। इसके अलावा वे बिहार के गया में मौजूद महोबाधि बौद्ध मंदिर भी जा चुके हैं।

* वेवल रामखेलावन, सेशेल्स के राष्ट्रपति रामखेलावन भी भारतीय मूल के हैं। रामखेलावन के दादा बिहार के रहने वाले थे। रामखेलावन के पिता मेटल का काम करते थे, जबकि मां शिक्षिका थीं। रामखेलावन का जन्म 15 मार्च 1961 में हुआ था।

* हलीमा याकूब, सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा भारतीय मूल की हैं। इनका जन्म सिंगापुर में ही हुआ है। इनके पिता भारतीय और माता मलेशियन थीं। हलीमा के पिता वॉचमैन थे। पिता की मौत के बाद वह अपनी मां के साथ सिंगापुर की सड़कों पर स्ट्रीट फूड बेचा करती थीं।

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