Fasting against Chief Minister Ashok Gehlot: अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे पायलट, बोले-राजस्थान को बनाना है देश का नंबर वन राज्य
Fasting against Chief Minister Ashok Gehlot जयपुर. राजस्थान में अपनी ही सरकार के खिलाफ सचिन पायलट ने मोर्चा खोल दिया है. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार को मौन व्रत और अनशन पर बैठ गए. उन्होंने विधायकों और मंत्रियों को इसमें शामिल होने के लिए नहीं बुलाया है. वह अकेले ही अनशन पर हैं. पायलट वुसंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर अनशन पर बैठे हैं. पायलट की सीएम गहलोत से मांग कर रहे है कि करप्शन की जांच कराकर कार्रवाई करें. यह पायलट का सीधे तौर पर वसुंधरा राजे पर अटैक है.
सचिन पायलट ने यह भी दावा किया था कि उन्होंने इस बाबत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी भी लिखी थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ. उन्होंने कहा-मैंने तय किया है कि 2030 तक राजस्थान को देश का नंबर वन राज्य बनाना है. पायलट के अनशन के बीच मिशन 2030 की बात दोहराने के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
सचिन पायलट के अनशन को लेकर दिल्ली में पवन खेड़ा ने कहा कि इस मुद्दे पर महासचिव जयराम रमेश जल्द बयान जारी करेंगे.
सचिन पायलट का कहना है कि उन्होंने वसुंधरा राजे की सरकार के दौरान भ्रष्टाचार का खुलासा किया था और सरकार बनने की स्थिति में जांच कराने का भरोसा दिलाया था. कांग्रेस की सरकार बने हुए 4 साल से भी ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.