Congress Sansad Candidate Kawasi Lakhma Biography in Hindi: कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी कवासी लखमा का जीवन परिचय (जीवनी), जानिए कौन हैं छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा?
Congress Sansad Candidate Kawasi Lakhma Bastar biography hindi, age, wife, children, family, biography, jivani, date of birth, party, education, father, spouse, religion, permanent address, contact number: बस्तर लोकसभा से कांग्रेस ने इस बार अपने सीटिंग सांसद और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का टिकट काट कर कवासी लखमा को अपना प्रत्याशी बनाया हैं। माडिया जाति के कवासी लखमा ने पंच के पद से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की और मंत्री तक पहुंचे। बस्तर में दादी नाम से मशहूर कवासी लखमा 2023 के विधानसभा चुनाव में छठवीं बार सुकमा जिले की कोंटा विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए हैं।
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एनपीजी। बस्तर लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा सुकमा जिले की कोंटा विधानसभा सीट से 2023 विधानसभा चुनाव में छठवीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी सोयम मुका को 1981 वोटों से चुनाव हराया है। उन्होंने अपने राजनैतिक कैरियर की शुरुआत पंच के पद से की थी। वे कांग्रेस सरकार में मंत्री रहें थे।
कवासी लखमा का जन्म सुकमा जिले के ग्राम नागारास में सन 1953 में हुआ। वे गोंड आदिवासी समाज से आते है और माडिया जाति के है। उनके पिता का नाम स्व. कवासी हिड़मा है। वे पांचवी तक पढ़े है। पर उन्हें पांच भाषाओं का ज्ञान है। उनका विवाह कवासी बुधरी के साथ हुआ है। उनके दो पुत्र व दो पुत्रियां है। उनका व्यवसाय कृषि है।
वे ग्राम नागारास पोस्ट सोना कुकानार, तहसील व जिला सुकमा के रहने वाले है। उनका मोबाइल नंबर 94252–60144 है। उन्हें कृषि के अलावा राजनीति, पारंपरिक सामाजिक नृत्य में भी रुचि है। उनके नृत्य का कई बार वीडियो भी वायरल होता है। उन्होंने अपनी राजनीति पंच के पद से शुरू की। दो बार उन्हें सर्वश्रेष्ठ सरपंच पुरस्कार मिला है। उन्होंने आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर की विदेश यात्राएं की है।
सार्वजनिक एवं राजनैतिक जीवन का परिचय:–
कवासी लखमा ने वार्ड पंच से अपने राजनैतिक सफर की शुरुआत की थी। वे वर्ष 1995-96 में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुकमा के अध्यक्ष रहे। 1998 में वे पहली बार कोंटा विधानसभा से विधायक चुने गए। जिसके बाद 2003, 2008, 2013, 2018, 2023 में निरंतर विधायक चुने गए। वे 2001 से 2004 तक छत्तीसगढ़ विधानसभा की याचिका समिति, प्रत्यायुक्त विधान समिति, के सदस्य रहें। 2002 से 2004 तक विधानसभा के सदस्य सुविधा एवं सम्मान समिति रहें। संचालक राज्य आपूर्ति निगम भी बनें। 2002 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष जिला दंतेवाड़ा बने। जिला सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक जगदलपुर के अध्यक्ष भी बने। साल 2004 में सरकारी उपक्रम संबंधी समिति, याचिका समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने। 2005–2006 तक सदस्य अनुसूचित जाति,जनजाति तथा पिछड़े वर्ग के कल्याण संबंधी समिति में रहें। 2006–2007 में सदस्य महिला एवं बालकों के कल्याण संबंधी समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहें। 2007–2008 में सदस्य प्रत्यायुक्त विधान समिति के सदस्य रहें। 2008 में पीसीसी सदस्य कोंटा बने व लगातार तीन कार्यकाल तक रहें। पीसीसी उपाध्यक्ष भी रहें।
2009 से 11 तक सदस्य गैर सरकारी सदस्यों के विधेयकों तथा संकल्पो संबंधी समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहें। वह इसी दौरान अध्यक्ष जिला कांग्रेस, सदस्य एआईसीसी भी रहें। आदिवासी विकास एवं पलायन रोकने तथा आर्थिक सामाजिक तथा सांस्कृतिक उत्थान हेतु कार्यरत रहें। 2010-11 में सदस्य नियम समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहें।
2012-13 में सदस्य सुविधा एवं सम्मान समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहें। 2013 14 में सदस्य प्रश्न एवं संदर्भ समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2015-16 में सदस्य नियम समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे 2016-17 में सदस्य पटल पर रखे गए पत्रों का परीक्षण करने संबंधी समिति प्रश्न एवं संदर्भ समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2017 18 में सदस्य विशेषाधिकार समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2018-19 में सदस्य सुविधा एवं सम्मान समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे।
2018 में उन्होंने भाजपा के धनीराम बारसे को हराया। कवासी लखमा को 31 हजार 933 वोट मिले। उनके खिलाफ लड़ रहे भाजपा के धनीराम बारसे को 25224 वोट मिले। राज्य में 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी। कवासी लखमा को भूपेश सरकार ने आबकारी एवं वाणिज्य मंत्री का प्रभार दिया गया था।
कोंटा विधानसभा सुकमा जिले में आती है। यह अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व सीट है। 2023 विधानसभा चुनाव में छठवीं बार भी कवासी लखमा यही से चुनाव मैदान में उतरे थे। उनके खिलाफ भाजपा के सोयम मुका प्रत्याशी थे। कवासी लखमा को 32,776 वोट मिले। जबकि सोयम मुका को 30,795 वोट मिले। कवासी लखमा ने 1981 वोट से चुनाव जीता और छठवीं बार विधायक निर्वाचित हुए। अब कवासी लखमा को कांग्रेस ने बस्तर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है।