Congress MLA Devendra Yadav Biography in Hindi: कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव का जीवन परिचय
Congress MLA Devendra Yadav Biography in Hindi: देवेंद्र यादव दुर्ग जिले की भिलाई नगर सीट से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए है। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पांडेय को 1264 मतों के अंतर से चुनाव हराया है। देवेंद्र यादव 2018 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। वे कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे। देवेंद्र यादव ने स्कूल के दौरान ही कांग्रेस की छात्र राजनीति में कदम रख दिया था। वे एनएसयूआई के प्रतिनिधि व एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष रहे हैं साथ ही एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव व राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं। मात्र 25 वर्ष की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के महापौर बनने का खिताब देवेंद्र यादव को मिला है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में देवेंद्र यादव ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष व मंत्री रहे कद्दावर भाजपा नेता प्रेम प्रकाश पांडे को दूसरी बार चुनाव हराया हैं। देवेंद्र यादव के ऊपर अब तक कुल 9 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए है।
Congress MLA Devendra Yadav Biography in Hindi: देवेंद्र यादव दुर्ग जिले की भिलाई नगर सीट से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए है। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पांडेय को 1264 मतों के अंतर से चुनाव हराया है। देवेंद्र यादव 2018 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। वे कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे। देवेंद्र यादव ने स्कूल के दौरान ही कांग्रेस की छात्र राजनीति में कदम रख दिया था। वे एनएसयूआई के प्रतिनिधि व एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष रहे हैं साथ ही एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव व राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं। मात्र 25 वर्ष की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के महापौर बनने का खिताब देवेंद्र यादव को मिला है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में देवेंद्र यादव ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष व मंत्री रहे कद्दावर भाजपा नेता प्रेम प्रकाश पांडे को दूसरी बार चुनाव हराया हैं। देवेंद्र यादव के ऊपर अब तक कुल 9 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए है।
- पिता का नाम:– स्व. इंदल सिंह यादव
- जन्मतिथि:– 19 फरवरी, 1990
- जन्म स्थान:–ग्राम दुर्ग,जिला दुर्ग छत्तीसगढ़
- विवाह की तिथि:– 1 दिसंबर 2016
- पत्नी का नाम:– डॉ श्रुतिका ताम्रकार यादव
- पत्नी की जन्मतिथि:– 25 अक्टूबर 1990
- शैक्षणिक योग्यता :–हायर सेकेंडरी
- व्यवसाय– घर किराया
- जीवन साथी का व्यवसाय:– चिकित्सक
- कुल संपत्ति:– 86 लाख 48 हजार रुपए
- आपराधिक मामलें:– चुनाव आयोग में दिए शपथ पत्र के अनुसार कुल 9 आपराधिक मामलें दर्ज है।
- स्थाई पता:– एमआईजी–175, 176 वार्ड 15 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी भिलाई जिला दुर्ग
- मोबाइल नंबर:– 89591–11115
- राजधानी रायपुर में स्थानीय पता:– सी–5, वन कॉलोनी, राजातालाबा, रायपुर ( छतीसगढ़)
- अभिरुचि:– समाजसेवा
- विशेष उपलब्धियां:– देश के सबसे कम उम्र के महापौर बने ( 25 वर्ष 10 माह)
- विदेश यात्राएं:– मॉरीशस
देवेंद्र यादव 2009 में रुंगटा कॉलेज के एनएसयूआई प्रतिनिधि रहे 2009 से 2011 तक जिला अध्यक्ष एनएसयूआई रहे 2011 से 2014 तक प्रदेश अध्यक्ष एनएसयूआई रहे 2014 से 2015 तक राष्ट्रीय सचिव 2015 से 2016 तक राष्ट्रीय महासचिव एनएसयूआई रहे 2016 में वे महापौर मनगर पालिका निगम भिलाई रहें। 2017–18 में वे राष्ट्रीय सचिव यूथ कांग्रेस रहे। 2018 में देवेंद्र यादव पहली बार विधायक निर्वाचित हुए 2019 से 2021 तक वे सदस्य प्राक्कलन समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2020 से 2021 तक वे सदस्य पुस्तकालय समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे।
2018 के चुनाव परिणाम:–
देवेंद्र यादव दुर्ग जिले के भिलाई नगर विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए हैं भिलाई नगर अनारक्षित सीट है। जिसे निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 65 के नाम से जाना जाता है। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 156660 है। जिसमे से 105693 (67.47%) मतदाताओं ने मतदान किया। कांग्रेस के प्रत्याशी देवेंद्र यादव को 51044(48.29%) वोट मिले। वही भाजपा प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पांडेय को 48195 (45.60%) वोट मिले।
2023 के चुनाव परिणाम:–
कांग्रेस के प्रत्याशी देवेंद्र यादव को 53997 (48.47%) वोट मिले। भाजपा के प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पांडेय को 52704 (47.34%) वोट मिले। कांग्रेस के देवेंद्र यादव 1264 मतों से चुनाव जीत गए। अन्य प्रत्याशियों को मिला कर 3772 (3.37%) वोट मिले।
देवेंद्र यादव पिछले पांच साल से क्षेत्र में सक्रिय है। जनता के साथ सड़क व पेयजल की व्यवस्था में लगे रहते है। जबकि प्रेम प्रकाश पांडेय मंत्री रहते जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए थे। देवेंद्र यादव की लंबे समय से चुनाव की तैयारी टाउनशिप और खुर्सीपार में कई विकास कार्यों का भूमि पूजन उनकी जीत दिलाने में सहायक रही। युवा देवेंद्र यादव युवाओं की भी पसंद थे। लोगों से मेलजोल के सहज तरीके ने भी मतदाताओं को प्रभावित किया। जबकि भाजपा के प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पांडेय की दबंग छवि युवा चेहरे के सामने निष्प्रभावी रही। गुटों में बंटी भाजपा का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा। संगठन ने साथ नहीं दिया,अपने बूते पांडेय ने चुनाव लड़ा और हार गए।