Congress MLA Baleshwar Sahu Biography in Hindi: कांग्रेस विधायक बालेश्वर साहू का जीवन परिचय...
Baleshwar Sahu Biography:- सक्ती जिले की जैजैपुर विधानसभा से बालेश्वर साहू कांग्रेस की टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा है। बालेश्वर साहू ने भाजपा के कृष्णकांत चंद्रा को 26877 मतों से चुनाव हराया हैं। वे साहू समाज के जिला अध्यक्ष व युवक कांग्रेस सक्ती जिले की अध्यक्ष हैं।

Congress MLA Baleshwar Sahu Biography in Hindi: सक्ती जिले की जैजैपुर विधानसभा सीट से बालेश्वर साहू कांग्रेस की टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए हैं। वे पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े हैं। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी कृष्णकांत चंद्रा को 25922 वोटों से चुनाव हराया हैं।
35 वर्षीय बालेश्वर साहू के पिता का नाम तेरस राम साहू है। वे मकान नंबर 228 बजरंग मोहल्ला 1 सरवानी जिला जांजगीर चांपा के निवासी है। उनका मोबाइल नंबर 9303680000 है। उनका विवाह आशा साहू के साथ हुआ है। उनकी एक पुत्री भूमि साहू व एक पुत्र आयुष साहू है। बालेश्वर साहू कृषि करने के साथ ही कृषि उत्पाद संबधी व्यवसाय करते हैं। उन्होंने उन्होंने बिलासपुर विश्वविद्यालय से 2014 में बीएससी स्नातक व 2016 में सीवी रमन विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन (एमएससी) किया है।
बालेश्वर साहू युवक कांग्रेस सक्ती के जिला अध्यक्ष हैं। इसके अलावा साहू समाज के भी जिला अध्यक्ष हैं। वह सक्ती जनपद पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि भी हैं। बालेश्वर साहू पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े हैं। उन्होंने वर्तमान विधायक व बसपा के प्रत्याशी केशव चंद्रा व भाजपा के प्रत्याशी व भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा को हराया है।
जैजैपुर विधानसभा में कुल 248907 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कांग्रेस के बालेश्वर साहू को 76747 वोट मिले। भाजपा के कृष्णकांत चंद्रा को 50825 वोट मिलें। बालेश्वर साहू ने 26877 मतों से जीत दर्ज की। तीसरा स्थान बसपा के केशव चंद्रा का रहा। उन्हें 26877 वोट मिलें। नोटा को 840 वोट मिले। यहां कुल 15 उम्मीदवार थे।
सक्ती कृषि प्रधान जिला है। यहां एकमात्र फसल धान की ली जाती है। इसके लिए किसान सहकारी समितियां से कर्ज भी लेते हैं। कांग्रेस में कर्ज माफी और 200 यूनिट तक फ्री बिजली देने की घोषणा की थी। इस पर ही जिले के किसानों ने वोट किया और कांग्रेस को लाभ मिला। कांग्रेस की घोषणाओं पर जनता ने विश्वास किया। पिछले चुनाव के तत्काल बाद हुई कर्ज माफी से किसान वोटर प्रभावित रहे। कांग्रेस की सरकार आने पर इस बार भी कर्ज माफी होने की उम्मीद जनता को रही जो कांग्रेस के वोटो में तब्दील हो गई। बालेश्वर साहू को नया चेहरा होने का फायदा मिला। बसपा विधायक के प्रति नाराजगी के चलते कांग्रेस आगे रहीं।
