Congress MLA Sheshraj Harbansh Biography in Hindi: कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंस का जीवन परिचय...
MLA Sheshraj Harbansh Biography:– शेषराज हरबंश पामगढ़ विधानसभा सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ कर भाजपा प्रत्याशी संतोष लहरे को 16174 वोटों से चुनाव हराया है। शेषराज हरबंश 2013 में भी कांग्रेस प्रत्याशी रहीं थी पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वह जिला महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रहीं।
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Congress MLA Sheshraj Harbansh Biography in Hindi: कांग्रेस की टिकट पर जांजगीर चांपा जिले की पामगढ़ विधानसभा से शेषराज हरबंश पहली बार विधायक निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी संतोष कुमार लहरे को 16174 मतों के अंतर से हराया है। यह सीट बसपा का गढ़ मानी जाती है। यहां से 2018 में बसपा की इंदू बंजारे विधायक निर्वाचित हुई थी। जो इस बार फिर से चुनाव मैदान में थी।
47 वर्षीया शेषराज हरबंस मकान नंबर 2/32 सड़क पारा पामगढ़ जिला जांजगीर की रहने वाली है। उनके पति स्वर्गीय राजकिशोर हरबंश पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में अधीक्षण अभियंता थे। उनका मोबाइल नंबर 7470319008 है। उन्होंने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला अकलतरा जिला बिलासपुर वर्तमान में जिला जांजगीर से 1993 में हायर सेकेंडरी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। इसके बाद सरगुजा विश्वविद्यालय से 2006 में दूरवर्ती शिक्षा के माध्यम बीए किया है। उनका व्यवसाय कृषि है। वही उन्हें पेंशन से भी आय होती है।
शेषराज हरबंश ने 2008 में राजनीति में प्रवेश किया। वे जिला महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रहीं। इसके अलावा अनुसूचित जाति महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रहीं। वर्तमान में राज्य स्तरीय रोजगार गारंटी परिषद की सदस्य भी कांग्रेस सरकार में रही।
शेषराज हरबंश को कांग्रेस ने 2013 में भी अपना प्रत्याशी बनाया था। पर चुनाव में वे तीसरे नंबर पर रही थी। 2013 में भाजपा के अंबेश जांगड़े ने चुनाव जीता था। दूसरे नंबर पर बसपा के दुजराम बौद्ध रहे थे। जबकी तीसरे नंबर पर शेषराज हरबंश रही थी। 10 साल बाद उन्हें कांग्रेस ने दोबारा मौका दिया था। जिसमें वह कांग्रेस पार्टी की उम्मीदों में खरे उतरी।
पामगढ़ विधानसभा में 220133 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कांग्रेस की शेषराज हरबंश को 63963 वोट मिले। भाजपा के प्रत्याशी संतोष लहरे को 47789 वोट मिले। शेष राज हरबंश को 16174 वोटो से चुनाव जीती। बसपा की सिटिंग विधायक इंदु बंजारे को 29259 वोट मिले। नोटा को 1192 वोट मिले यहां 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।
बसपा विधायक के खिलाफ नाराजगी थी और एंटी-इनकमबेंसी का लाभ भी कांग्रेस की प्रत्याशी को मिला। भाजपा के संतोष लहरे पामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के होकर भी क्षेत्र में एकदम नए थे। वह एक बार जनपद सदस्य रहे थे पर पूरे विधानसभा क्षेत्र में उनकी सक्रियता नहीं के बराबर थी। वह टिकट मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में सक्रिय हुए। जबकि उनके मुकाबले कांग्रेस की शेषराज हरबंश 2013 में भी कांग्रेस की टिकट पर विधायक का चुनाव लड़ चुकी थी। 2013 में हारने के बाद भी वे क्षेत्र में सक्रिय रही और 2018 में दावेदारी की। पर पिछले चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिली। बावजूद उसके उन्होंने अपनी सक्रियता नहीं छोड़ी और 10 साल की लंबे अंतराल के बाद उन्हें फिर से कांग्रेस ने टिकट दिया। 10 साल तक सक्रिय रहने का फायदा उन्हें मिला और क्षेत्र में जाना पहचाना नाम हो गई थी जिसके चलते चुनाव जीत गई।
जांजगीर कृषि प्रधान जिला है। यहां एकमात्र फसल धान की ली जाती है। इसके लिए किसान सहकारी समितियां से कर्ज भी लेते हैं। कांग्रेस में कर्ज माफी और 200 यूनिट तक फ्री बिजली देने की घोषणा की थी। इस पर ही जिले के किसानों ने वोट किया और कांग्रेस को लाभ मिला। कांग्रेस की घोषणाओं पर जनता ने विश्वास किया। पिछले चुनाव के तत्काल बाद हुई कर्ज माफी से किसान वोटर प्रभावित रहे। कांग्रेस की सरकार आने पर इस बार भी कर्ज माफी होने की उम्मीद जनता को रही जो कांग्रेस के वोटो में तब्दील हो गई।