Begin typing your search above and press return to search.

चुनाव मैदान में पहली बार टकराएंगे छॉलीवुड के दो सितारे?

0 छत्तीसगढ़ी फिल्मों के विलेन मनमोहन सिंह ठाकुर का ऐलान, पद्मश्री एक्टर अनुज शर्मा के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

चुनाव मैदान में पहली बार टकराएंगे छॉलीवुड के दो सितारे?
X
By Sandeep Kumar

रायपुर। छत्तीसगढ़ के 23 साल के इतिहास में ये पहला ऐसा चुनाव होगा, जब छॉलीवुड के दो स्टार आमने-सामने होंगे। छतीसगढ़िया फिल्मों के सुपर स्टार अनुज शर्मा ने कुछ महीने पहले बीजेपी का दामन थाम लिया है। चर्चा है कि धरसींवा से उनका टिकट फाइनल है। इलाके में उन्होंने जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। इधर आज शाम छत्तीसगढ़ी फिल्मों में विलेन के तौर पर मशहूर मनमोहन सिंह ठाकुर ने ऐलान कर दिया है कि वे अनुज शर्मा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगे। चाहे निर्दलीय ही क्यों न हो? उन्होंने फेसबुक पर भी पोस्ट करते हुए लिखा है कि एक 'विलेन' एक 'हीरो' के खिलाफ चुनाव लड़ेगा।


मनमोहन सिंह ठाकुर चैलेंज करते हुए कहते हैं कि रील लाइफ हीरो कितने नकली है, वे जनता को बताएंगे। गब्बर और गिरधारी पांडे के नाम से मशहूर मनमोहन सिंह ठाकुर के इस चैलेंज को लेकर पद्मश्री एक्टर अनुज शर्मा से जब एनपीजी ने बात की, तो उन्होंने सिर्फ 'नो कमेंट' कहा। छत्तीसगढ़ी फिल्मों के मशहूर एक्टर अनुज शर्मा और मनमोहन सिंह ठाकुर दोनों पांच फिल्मों में साथ काम कर चुके हैं, जिनमें 'मोर छइयां भुइंयां', 'झन भूलौ मां-बाप ल', 'तहूं दीवाना-महूं दीवाना' और 'टूरी नंबर वन' शामिल है। इन पांचों ही फिल्मों में अनुज शर्मा हीरो और मनमोहन सिंह ठाकुर विलेन की भूमिका में नजर आए हैं।

कौन हैं अनुज शर्मा?

अनुज शर्मा का जन्म 15 मई 1976 को अविभाजित रायपुर जिले के भाटापारा में हुआ था। अनुज शर्मा ने अपनी स्कूली पढ़ाई भाटापारा से की। दस साल की उम्र से ही शौकिया तौर पर स्कूल व मोहल्ले के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले अनुज शर्मा को 7 वीं क्लास में ऑल इंडिया रेडियों में पहली बार गाने का मौका मिला। 1998 में इन्होंने रायपुर की रविशंकर विश्वविद्यालय से एमए इतिहास की पढ़ाई पूरी की और एलएलबी में एडमिशन लिया। कभी एयरफोर्स में जाने का सपना देखने वाले अनुज शर्मा का फिल्मों में आना भी किसी फिल्मी कहानी से कम नही है। छतीसगढ़ी फिल्मों के डायरेक्टर सतीश जैन ने अनुज को अपनी फिल्म 'मोर छइयां भुइंयां' में पहला ब्रेक दिया। ये फिल्म रायपुर के बाबूलाल टॉकीज में लगातार 106 दिन तक चली। इसके बाद उन्होंने मया देदे, मया लेले, मोर संग चलव, अंगना, माई के मर्यादा, राम लखन जैसा बेटवा हमारा, राजा, राजा छतीसगढ़िया, लैला टिपटॉप, छैला अगूंठा छाप, रँगोंबती, जैसी फिल्में की। उन्होंने खुद का बैंड व प्रॉडक्शन हाउस भी खोला। 4 बार बेस्ट एक्टर के पुरुस्कार से नवाजे गए अनुज शर्मा को कला के क्षेत्र में योगदान के लिए सन 2014 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया है| स्वच्छ भारत अभियान में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अनुज को प्रदेश के 9 रत्नों में शामिल किया है।

कौन हैं मनमोहन सिंह ठाकुर?

अनुज शर्मा की तरह ही मनमोहन सिंह ठाकुर को भी पहला ब्रेक डायरेक्टर सतीश जैन ने अनुज को अपनी फिल्म 'मोर छइयां भुइंयां' में मिला। इसके बाद दर्जनों फिल्मों में विलेन की भूमिका निभा चुके मनमोहन सिंह ठाकुर को लोग गिरधारी पांडे या छत्तीसगढ़ के शोले के गब्बर सिंह के रुप में जानते हैं। मनमोहन सिंह 'माटी मोर मितान', 'बेर्रा', 'दहाड़', 'किरिया' जैसी कई फिल्मों में हीरो के किरदार में भी नजर आ चुके हैं। अब तक 36 छत्तीसगढ़ी फिल्मों में काम कर चुके मनमोहन सिंह की आने वाली फिल्म 'दूल्हा राजा' रिलीज के लिए तैयार है।


Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

Read MoreRead Less

Next Story