Chhattisgarh News: विधायक की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस का प्रदेशभर में प्रदर्शन: सभी जिला मुख्यालयों में चल रहा है आंदोलन
Chhattisgarh News: प्रदेश कांग्रेस की तरफ से आज राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में धरना- प्रदर्शन किया जा रहा है। कांग्रेस यह प्रदर्शन विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में कर रही है।
Chhattisgarh News: रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा मामले में गिरफ्तार भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कांग्रेस आज राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में धरना दे रही है। राजधानी रायपुर में राजीव गांधी चौक पर आयोजित धरना में पीसीसी चीफ दीपक बैज सहित अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
कांग्रेस ने विधायकी गिरफ्तारी के मामले में सरकार पर आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए विधायक को गिरफ्तार की है। धरना स्थल पर अपने संबोधन में पीसीसी चीफ बैज ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का चरित्र और व्यवहार 8 माह में ही अलोकतांत्रिक हो गया है। पत्रकारों को गलत तरीके से फंसाने उनकी गाड़ी में गांजा रखा जाता है। विपक्ष के विधायक को झूठे मुकदमे में फंसा कर गिरफ्तार किया गया। सरकार बनते ही पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ झूठा मुकदमा ईओडब्ल्यू में दर्ज किया। बलौदाबाजार के मामले में सतनामी समाज और कांग्रेस के लोगों को चिन्हांकित करके उनको जेलों में डाला गया।
बलौदाबाजार में हुई आगजनी की भयावह घटना शासन प्रशासन की बड़ी लापरवाही व सरकार की इंटेलीजेंट के फैल हो जाने के कारण हुई। समय रहते सरकार व प्रशासन सचेत हो जाता व समाज के द्वारा सीबीआई जांच की मांग को पूर्व में ही मान लेता तो प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटना से बचा जा सकता था। पूरी घटना के लिये प्रदेश की भाजपा सरकार दोषी है। लचर कानून व्यवस्था और प्रशासन की निरंकुशता व लापरवाही से बलौदाबाजार में सतनामी समाज के आंदोलन में असामाजिक तत्वों की घुसपैठ हुई और इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया, जिसके लिए प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह दोषी है।
बैज ने कहा कि साय सरकार की अकर्मण्यता के चलते ही बलौदाबाजार में कानून व्यवस्था बिगड़ी है। यदि समय रहते जैतखाम को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्यवाही की गई होती और आहत समाज से संवाद किया गया होता तो ऐसी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होती। धार्मिक भावनाएं आहत होने पर आंदोलित समाज को विश्वास में लिया गया होता तो ऐसे विध्वंसक प्रतिक्रिया नहीं होती। इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच हो।
बैज ने सवाल किया कि बलौदाबाजार में धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमिशन दिलाने वाला कौन था? रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिये भोजन, मंच, पंडाल, माइक के लिए रुपयों की व्यवस्था किसने किया? इतनी बड़ी घटना के बाद भड़काऊ भाषण देने वाले की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? नागपुर से 250 से अधिक लोग आये थे वो कौन थे? सरकार ने उन पर नजर क्यों नहीं रखा था? रैली की शुरूआत से ही उपद्रव शुरू हो गया था उसके बावजूद लोगों को कलेक्ट्रेट क्यों जाने दिया गया? भीड़ को रोकने की कोशिश क्यों नहीं हुई? आम जनता के वाहन जलाये जा रहे थे, लोगों को दौड़ा कर पीटा जा रहा था तब पुलिस कहां थी? एसपी किसके इशारे पर शांत बैठे हुये थे? घटना को रोकने के बजाय पलायन क्यों कर गये?
बता दें कि देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद से ही कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर है। देवेंद्र यादव को गिरफ्तार करने जब बलौदाबाजार पुलिस उनके घर पहुंची थी तब बैज यादव के घर पर मौजूद थे। कांग्रेस विधायक नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के साथ जेल में यादव से मिले गए। वहीं, एक दिन पहले प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने भी केंद्रीय जेल जाकर विधायक यादव से मुलाकात की।