Chhattisgarh News: रायपुर दक्षिण का अगला विधायक कौन: बीजेपी और कांग्रेस में सक्रिय हुए दावेदार, चर्चा में ये नाम
Chhattisgarh News: रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उप चुनाव को लेकर आयोग भले ही सुस्त हो, लेकिन दावेदार अभी से सक्रिय हो गए हैं। बीजेपी और कांग्रेस में कई लोग इस सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
Chhattisgarh News: रायपुर। रायपुर से लगातार 8 बार विधायक रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने की वजह से खाली हुई रायपुर दक्षिण सीट पर उप चुनाव की घोषणा अभी नहीं हुई है। दो दिन पहले चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू- कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा की, उम्मीद की जा रही थी कि इसके साथ छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में उप चुनाव का कार्यक्रम भी जारी कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। इसके पीछे चुनाव आयोग की अपनी सोच है। लंबे समय बाद जम्मू- कश्मीर में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। आयोग इस वक्त अपना पूरा ध्यान वहां शांतिपूर्ण चुनाव कराने में लगाना चाहता है। इसी वजह से महाराष्ट्र में भी विधानसभा के चुनाव की घोषणा नहीं की गई है।
बहरहाल जो भी रायपुर दक्षिण सीट पर दिसंबर से पहले उप चुनाव होना यह तय है। क्योंकि नियमानुसार कोई भी सीट 6 महीने से ज्यादा खाली नहीं रखी जा सकती। बृजमोहन अग्रवाल ने जून में इस सीट इस्तीफा दिया था, इसी वजह से माना जा रहा है कि अक्टूबर में जम्मू- कश्मीर और हरियाणा का चुनाव निपटाने के बाद आयोग महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के साथ छत्तीसगढ़ औश्र उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में उप चुनाव की घोषणा कर देगा। ऐसे में अभी रायपुर दक्षिण सीट पर उप चुनाव में अभी 3 से 4 महीने का वक्त है।
इस बीच विधानसभा सीट खाली होने के साथ ही दावेदार सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस में इस सीट से पूर्व महापौर प्रमोद दुबे, महापौर एजाज ढेबर के साथ कन्हैया लाल अग्रवाल दावेदार माने जा रहे हैं, जबकि सत्तारुढ़ बीजेपी की तरफ से संजय श्रीवास्तव, प्रेम प्रकाश पांडेय और सुनील सोनी के साथ कुछ और लोग दौड़ में शामिल हैं। इनमें पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य बना तक श्रीवास्तव भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष थे। पार्टी सूत्रों के अनुसार 2003 के विधानसभा चुनाव में रायपुर ग्रामीण सीट से सुनील सोनी के साथ श्रीवास्तव का नाम भी सबसे आगे था, लेकिन स्व. लखीराम अग्रवाल के हस्तक्षेप के बाद राजेश मूणत को प्रत्याशी बना दिया गया। श्रीवास्वत मेयर पद के भी दावेदार थे, लेकिन उन्हें सभापित के पद से संतोष करना। कुछ समय के लिए पार्टी ने उन्हें आरडीए का अध्यक्ष बनाया था। रायपुर उत्तर सीट से कई बार श्रीवास्तव का नाम चर्चा में रहा, लेकिन चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला है। विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान श्रीवास्तव को सरगुजा संभाग की जिम्मेदारी दी गई थी, जहां पार्टी ने सभी 14 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसकी वजह से संगठन में उनका कद बढ़ा है।