Chhattisgarh News: राहुल गांधी के विज्ञापन वाले बयान पर बीजेपी का पलटवार: कार्टून पोस्टर जारी कर लिखा, शहजादे स्वयं के गिरेबान में झांककर देखिए...इसकी बड़ी वजह
Chhattisgarh News: राहुल गांधी ने एक दिन पहले छत्तीसगढ़ सरकार पर करोड़ों रुपये का विज्ञापन देने का आरोप लगाया था। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तीखा हमला बोला था। अब प्रदेश बीजेपी ने भी राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राहुल जी बताएंगे, वे और उनकी कांग्रेस पार्टी ने ऐसा कौन सा कुकर्म किया था, जिससे मीडिया ब्लैकमेल कर रही।
Chhattisgarh News: रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा है कि देश में पीएम मोदी की चल रही प्रचंड लहर के चलते राहुल गांधी मानसिक संतुलन खो चुके हैं। क्योंकि राहुल को कांग्रेस और इंठी गठबंधन की हार तय लगने लगा है। यही कारण है कि अब वे मीडिया और विज्ञापन को लेकर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर भी आरोप लगाने में पीछे नहीं रह रहे हैं। अभी तक तो गनीमत थी, राहुल संविधान और देश की संवैधानिक संस्थाओं को भ्रष्टाचार पर करने के नाते उस पर राजनैतिकरण का आरोप तो चुनाव से पहले ही लगा रहे हैं। श्री शर्मा ने उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी की जुबान कब क्या बोल जाए उसका कोई भरोसा नहीं है, इस बात को देश की जनता भी जानती है। राहुल अब मानसिक दिवालियापन के शिकार हो गए हैं। वे कभी मीडिया को ब्लैकमेलर तो कभी गोदी मीडिया कहने से भी गुरेज नहीं करते।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि ये वही कांग्रेस पार्टी है जब चुनाव जीतती है तो ईवीएम पर कुछ नहीं बोलती है और जैसी ही हारती है तो वह खुद की समीक्षा के बजाए ईवीएम को अपनी हार का जिम्मेदार ठहराती है। कांग्रेस की जिस राज्य में सरकार बनती है, वह मीडिया पर सबसे पहले इमरजेंसी लगाती है। छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार में पत्रकारों पर कैसे फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए, वह किसी से छिपा नहीं है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि राहुल की दिमागी हालत ठीक नहीं है, तभी उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार को 1 हजार करोड़ रुपए मीडिया को विज्ञापन के नाम पर देने बयान देकर हंसी के पात्र बन गए हैं। लेकिन शहजादे फिर बोलने के झोंक में भूल गए उनके ही कांग्रेस की भूपेश पे की सरकार चंद महीनों पूर्व थी, जिसे जनता ने लूट भ्रष्टाचार के चलते सत्ता की कुर्सी से खींचकर धूल चटा दी है। राहुल जी, 1 हजार करोड़ रुपए तो आपके भूपेश बघेल की सरकार ने बांटे होंगे। पहले अपने गिरेबां में झांकिए राहुल जी, इस बार जनता आपको और आपकी कांग्रेस को ऐसी हार देगी कि वजूद ही खत्म हो जाएगा। क्योंकि जनता आपकी तुष्टिकरण की राजनीति को समझ चुकी है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने पूछा कि ब्लैकमेलर कहकर राहुल गांधी ने मीडिया जगत का अपमान किया है। क्या वह बताएंगे, कि उन्होंने और उनकी कांग्रेस पार्टी ने ऐसा कौन सा कुकर्म किया था, जिससे मीडिया उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। इसको भी देश को बताना चाहिए। साथ ही कितने कुकर्मों के लिए कितनी बार ब्लैकमेल किए। राहुल जी, आप अपनी दादी के इंजरमेंसी वाली तानाशाही मानसिकता को उजागर कर दिया है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि इंडी गठबंधन के अलीबाबा 40 चोरों के सरदार राहुल जी, आपकी कांग्रेस की यूपीए सरकार में 10 साल के कार्यकाल में हुए 12 लाख करोड़ रुपए के टूजी, थ्री जी, कामनवेल्थ सहित अनगित घोटाले हुए थे। जिसे मीडिया ने ही उजागर किया था, और देश को कांग्रेस के लूट वाले पंजों से बचाया था और जनता ने मोदी जी पर भरोसा जताते हुए देश का प्रधानमंत्री बनाया। आज देखिए भारत विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था बनने के बाद अब 2029 तक तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। कांग्रेस का तो सिर्फ लूट का ही ट्रैक रिकार्ड रहा है।
राहुल गांधी ने मीडिया को कहा ब्लैकमेलर: साय ने पूछा - क्या मीडिया संस्थान सहमत हैं?
रायपुर। राहुल गांधी के मीडिया को ब्लैकमेलर और बिकाऊ कहे जाने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कड़ा ऐतराज जताते हुए देश भर के मीडिया संस्थानों से यह पूछा है कि क्या वो कांग्रेस के युवराज के इस बयान से सहमत हैं? राहुल गांधी ने अपने एक साक्षात्कार में भारतीय मीडिया पर सीधा आरोप लगाते हुए उसे बिकाऊ-ब्लैकमेलर कहा है। राहुल ने कहा है कि - "हिंदुस्तान का मीडिया सिस्टम अब मीडिया सिस्टम नहीं रहा। साफ शब्दों में कहें तो मीडिया पैसा कमाने के लिए राजनीतिक रूप से ब्लैकमेलिंग करने वाली व्यवस्था है।"
इस पर साय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X में लिखा है कि - कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय मीडिया को ब्लैकमेलर और बिकाऊ कहा है। गांधी ने हालिया प्रसारित एक साक्षात्कार में कहा है - “हिंदुस्तान का मीडिया सिस्टम अब मीडिया सिस्टम नहीं रहा। साफ शब्दों में कहें तो मीडिया पैसा कमाने के लिए राजनीतिक रूप से ब्लैकमेलिंग करने वाली व्यवस्था है।” मैं भारतीय मीडिया संस्थानों से यह पूछता चाहता हूं कि क्या वे राहुल के इस घोर आपत्तिजनक बयान से सहमत हैं?
इसके अलावा गांधी ने छत्तीसगढ़ का उदाहरण देकर प्रदेश और यहां के मीडिया को विशेष तौर पर अपमानित किया है। यह निंदनीय है। उन्होंने बिना किसी तथ्य के छत्तीसगढ़ सरकार पर मीडिया को एक हजार करोड़ रुपए देने की बात कही है। हम इसकी भी निंदा करते हैं। राहुल का यह बयान बेहद आपत्तिजनक और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर प्रहार है। यह आपातकाल वाली मानसिकता है। सभी मीडिया संस्थान को राहुल के इस बयान के विरुद्ध संज्ञान लेने की अपील करता हूं।