Chhattisgarh Congress: CG सीएम हाउस पहुंचे कांग्रेस के असंतुष्ट नेता: एक घंटे चली बैठक, कल जाएंगे दिल्ली
Chhattisgarh Congress: छत्तीसगढ़ सत्ता हाथ से निकलते ही कांग्रेस में कलह बढ़ गया है। पार्टी के एक धड़े ने पूरी तरह बगावती तेवर अपनाते हुए प्रदेश संगठन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
Chhattisgarh Congress: रायपुर। छत्तीसगढ़ में 15 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद 2018 में कांग्रेस को सत्ता हाथ लगी थी। 5 साल जिस तरह सरकार चली उससे लग रहा था कि सरकार अभी लंबी पारी खेलेगी। 2018 में 68 सीटों के साथ सत्ता में आई कांग्रेस उपचुनावों के जरिये 72 तक पहुंच गई थी, लेकिन 3 दिसंबर को मतगणना के साथ पूरा गणित बिगड़ गया। कांग्रेस 35 सीटों पर सिमट गई और सत्ता हाथ से निकल गई। सत्ता से बाहर होते ही पार्टी के संगठन में बगावत शुरू हो गई। एक के बाद एक नेता पार्टी संगठन पर सवाल खड़े कर रहे हैं। पार्टी के अंदर की यह खींचतान और बढ़ती जा रही है।
विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व विधायकों का एक धड़ा प्रदेश संगठन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यह धड़ा सार्वजनिक रुप से प्रदेश संगठन पर हमला बोल रहा है। इस खेमे का नेतृत्व रामानुजगंज सीट से विधायक रहे बृहस्तप सिंह और मनेंद्रगढ़ से विधायक रहे डॉ. विनय जायवाल कर रहे हैं। इन दोनों नेताओं को आज पार्टी ने निलंबित कर दिया है। बावजूद इसके इनका माहौला कम नहीं हुआ है।
आज ही डॉ. विनय जायसवाल के रायपुर स्थित आवास पर एक बैठक हुई। इसमें करीब दर्जनभर से ज्यादा पूर्व विधायक शामिल हुए। इनमें अधिकांश वो नेता शामिल हुए जिन्हें पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया था। लंबी बैठक के बाद सभी नेताओं ने दिल्ली जाने का फैसला किया। इसके लिए पहले दिल्ली में राष्ट्रीय महासचिव को फोन घुमाया गया उनसे मिलने के लिए समय मांगा गया। इसके बाद सभी नेता एक साथ सीएम हाउस पहुंच गए। बात दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अभी सीएम हाउस में ही रह रहे हैं। यहां यह बताना भी लाजिमी होगा कि बृहस्तप सिंह बघेल खेमे के माने जाते हैं। बहरहाल, सीएम हाउस में करीब एक घंटें की बैठक के बाद सभी नेता बाहर निकल आए।
सीएम हाउस के बारहर मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस के इन पूर्व विधायकों ने बताया कि पार्टी आलाकमान से मिलने के लिए कल वे सभी दिल्ली जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे उस सर्वे एजेंसी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराएंगे जिसने चुनाव से पहले अपने सर्वे में हमारी हार बताई थी। इन नेताओं ने पार्टी की सरकार और मुखिया पर सावर्जनिक रुप से बयान देने वाले पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर कार्यवाही की मांग की है।
डॉ. जायसवाल के निवास पर बैठक और फिर सीएम हाउस में बघेल से मिलने पहुंचने वाले विधायकों बृहस्तप सिंह, शिशुपाल सोरी, गुरुदयाल बघेल, लक्ष्मी वर्मा, ममता चंद्राकर, प्रमोद शर्मा, चुन्नी साहू, मोतीलाल देवांगन सहित अन्य शामिल थे।