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Chhattisgarh Assembly Election 2023 Takhatpur Seat 28: तखतपुर विधानसभा: भाजपा और कांग्रेस की 50:50, यहां 14 चुनाव हुए, दोनों पार्टियों के 6-6 विधायक

Chhattisgarh Assembly Election 2023 Takhatpur Seat 28:

Chhattisgarh Assembly Election 2023 Takhatpur Seat 28:  तखतपुर विधानसभा: भाजपा और कांग्रेस की 50:50, यहां 14 चुनाव हुए, दोनों पार्टियों के 6-6 विधायक
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By Sanjeet Kumar
  • मनहरण लाल पाण्डेय ने तीन अलग-अलग पार्टियों से लड़ा चुनाव, सभी में जीत
  • पिछला विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने जीता था, तीसरे नंबर पर रही भाजपा

एनपीजी एक्सक्लूसिव

रायपुर। तखतपुर विधानसभा की जंग भाजपा और कांग्रेस के लिए बराबरी की रही है। क्योंकि यहां कुल हुए 14 विधानसभा चुनाव में से 6 में भाजपा और 6 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। एक चुनाव जनता पार्टी और 1 में भारतीय जनसंघ ने जीत हासिल की है।

तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में पहली बार चुनाव हुए साल 1951 में। तब सीधा मुकाबला कांग्रेस और राम राज्य परिषद के बीच था। इस चुनाव में कांग्रेस की ओर से चंद्रभूषण सिंह प्रत्याशी थे और उनके सामने थे राम राज्य परिषद के बापूजी साहब। पहले विधानसभा चुनाव में तखतपुर से कुल मतदाताओं की संख्या 50227 थी, जिसमें से 16166 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जब चुनाव के नतीजे आए तो कांग्रेस को 6652 वोट मिले, जबकि राम राज्य परिषद को 2017 वोट। इस तरह कांग्रेस के चंद्रभूषण 4635 वोट के अंतर से राम राज्य परिषद के बापूजी को हराकर क्षेत्र के पहले विधायक चुने गए। इसके बाद आने वाले चुनावों के लिए हुए परिसीमन में तखतपुर की सीट विलुप्त हो गई और 1962 में एक बार फिर से यह सीट अस्तित्व में आ गई।

मनहरण लाल तखतपुर से 5 बार के विधायक, इन्होंने 3 पार्टियों से चुनाव लड़ा

पूर्व विधायक मनहरण लाल पाण्डेय एकमात्र ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने तीन अलग-अलग पार्टियों की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। साल 1967 में हुए चुनाव में मनहरण लाल को भारतीय जनसंघ ने प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के मुधरलीधर को 1059 वोट के अंतर से हराया और पहली बार विधायक बनें। हालांकि पांच साल बाद 1972 में हुए चुनाव में वे कांग्रेस के रोहाणी कुमार से चुनाव हार गए। 1977 में वे जनता पार्टी की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे ओर कांग्रेस के रोहाणी कुमार को हराकर दूसरी बार विधायक बनें। 1980 में वे भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनाए गए, लेकिन कांग्रेस के ताहेर भाई से चुनाव हार गए। 1985, 1990 और 1993 में मनहरण लाल पाण्डेय ने लगातार तीन चुनाव में जीत दर्ज की।

2018 के चुनाव में 25 प्रत्याशी थे चुनावी मैदान में, जीत मिली कांग्रेस को

छत्तीसगढ़ गठन के बाद साल 2018 में प्रदेश में चौथी बार विधानसभा चुनाव हुए। इस चुनाव में तखतपुर विधानसभा से कुल 25 प्रत्याशी अपना किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरे। साल 2018 में तखतपुर विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 222188 थी और इनमें से 162832 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जब परिणाम सामने आए तो कांग्रेस की रश्मि आशीष सिंह को 52616 वोट मिले। दूसरे स्थान पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के संतोष कौशिक रहे। उन्हें कुल 49625 वोट मिले। भाजपा की हर्षिता पाण्डेय यहां तीसरे स्थान पर रहीं और उन्हें 45622 वोट मिले। 916 वोट नोटा के नाम पड़े। इस तरह से साल 2018 में तखतपुर विधानसभा सीट कांग्रेस के हिस्से में रही।

तखतपुर विधानसभा से अब तक हुए विधायक

वर्ष

विधायक

पार्टी

1951

चंद्रभूषण सिंह

कांग्रेस

1962

मुरलीधर मिश्रा

कांग्रेस

1967

मनहरण लाल पाण्डेय

बीजेएस

1972

रोहानी कुमार

कांग्रेस

1977

मनहरण लाल पाण्डेय

जेएनपी

1980

ताहेर भाई

कांग्रेस

1985

मनहरण लाल पाण्डेय

भाजपा

1990

मनहरण लाल पाण्डेय

भाजपा

1993

मनहरण लाल पाण्डेय

भाजपा

1998

जगजीत सिंह

भाजपा

2003

बलराम सिंह

कांग्रेस

2008

राजू सिंह

भाजपा

2013

राजू सिंह

भाजपा

2018

रश्मि आशीष सिंह

कांग्रेस

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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