Chhattisgarh Assembly Election 2023 Rampur Seat 20. रामपुर विधानसभा: इस सीट के सबसे बड़े हीरो ननकी और प्यारे, 13 में से 8 चुनाव में रहे आमने-सामने, दोनों के नाम 4-4 जीत
Chhattisgarh Assembly Election 2023 Rampur Seat 20.
- रामपुर सीट से ननकी राम कंवर 1972 से लगातार 11 बार चुनावी मैदान में रहे, 6 बार मिली जीत
एनपीजी एक्सक्लूसिव
Chhattisgarh Assembly Election 2023 Rampur Seat 20. रायपुर। कोरबा जिले की रामपुर विधानसभा सीट में अब तक कुल 13 चुनाव हुए हैं। इन चुनावों में 8 बार ऐसा मौका आया है, जब कांग्रेस से प्यारे लाल कंवर और भाजपा के ननकी राम कंवर चुनावी मैदान में आमने-सामने रहे हैं। इन मुकाबलों में 4 बार प्यारे लाल की जीत हुई है और 4 बार ननकी राम ने बाजी मारी है। यही नहीं ये कहें की इस सीट के मास्टर ब्लास्टर खिलाड़ी ननकी राम कंवर रहे हैं तो गलत नहीं होगा। क्योंकि इस सीट से उन्होंने कुल 11 बार चुनाव लड़ा और 6 बार जीत दर्ज की है। 1972 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भारतीय जनसंघ की टिकट पर पहली बार चुनावी चौसर में अपनी बिसात बिछाई। हालांकि यह चुनाव वह कांग्रेस के प्यारे लाल से 10392 वोट से हार गए। लेकिन इसके बाद 1977 में हुए चुनाव में उसकी बिछाई बिसात काम आई और उन्होंने जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए कांग्रेस के प्यारे लाल को 2055 वोट से हरा दिया। वर्तमान में वे इस क्षेत्र के विधायक हैं और 2018 का विधानसभा चुनाव उन्होंने 18175 वोटों से जीता था। रामपुर सीट में अब तक हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां से कांग्रेस ने 7 बार, भाजपा ने 5 और जनता पार्टी ने एक बार चुनाव जीता है।
1951 में हुआ पहला चुनाव, रूद्रशरण पहले विधायक
रामपुर विधानसभा सीट में पहला चुनाव वर्ष 1951 में हुआ। चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रूद्रशरण प्रताप सिंह ने 9045 वोट से जीत दर्ज की। इसके बाद 1957 और 1962 में यहां चुनाव नहीं हुए क्योंकि 1952 के परिसीमन में यह सीट विलुप्त हो गई। वहीं 1962 में एक बार फिर से हुए परिसीमन में यह सीट वापस अपने अस्तित्व में आई और 1967 में यहां दूसरा चुनाव हुआ। इस चुनाव में कांग्रेस के प्यारे लाल ने भारतीय जनसंघ के प्रेम सिंह को 7638 वोट से हराया था।
यहां सबसे बड़ी जीत के हीरो ननकी और सबसे कम अंतर से जीतने वाले भी ननकी
रामपुर विधानसभा सीट में अब तक हुए चुनावों में सबसे ज्यादा वोट के अंतर से चुनाव जीतने और सबसे बड़े अंतर से चुनाव जीतने वालों की बात करें तो भी ननकी राम कंवर का नाम ही सामने आता है। चुनावी आंकड़ों के अनुसार ननकी राम कंवर ने 1998 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रहे सरमन सिंह को 31063 वोट से हराया था। इसी तरह छत्तीसगढ़ गठन के बाद जब पहला विधानसभा चुनाव हुआ तो ननकी राम कंवर के सामने उनके प्रतिद्वंदी थे कांग्रेस के प्यारे लाल। दोनों के बीच कांटे की टक्कर थी। इस चुनाव में भाजपा को 35642 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के खाते में 35262 वोट आए। इस तरह यह चुनाव ननकी राम कंवर ने महज 380 वोट से जीता था।
2018 के चुनाव में कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही
रामपुर विधानसभा चुनाव में अब तक कुल 13 चुनाव हुए हैं। इस सीट से सर्वाधिक 7 बार विधानसभा चुनाव जीतने वाली कांग्रेस पार्टी साल 2018 के चुनाव में तीसरे स्थान पर रही। इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व विधायक श्याम लाल कंवर को 44261 वोट मिले थे। भाजपा ने इस सीट से चुनाव जीता था और ननकीराम कंवर को कुल 65048 वोट मिले थे। वहीं दूसरे स्थान पर जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ थी, जिसके प्रत्याशी फूल सिंह राठिया को 46873 वोट मिले थे।
रामपुर विधानसभा सीट में अब तक हुए चुनाव और विधायकों की जानकारी..
वर्ष | विधायक | पार्टी |
1951 | रूद्रशरण प्रताप सिंह | कांग्रेस |
1967 | प्यारे लाल | कांग्रेस |
1972 | प्यारे लाल | कांग्रेस |
1977 | ननकी राम कंवर | जेएनपी |
1980 | प्यारे लाल | कांग्रेस |
1985 | प्यारे लाल | कांग्रेस |
1990 | ननकी राम कंवर | बीजेपी |
1993 | प्यारे लाल | कांग्रेस |
1998 | ननकी राम कंवर | बीजेपी |
2003 | ननकी राम कंवर | बीजेपी |
2008 | ननकी राम कंवर | बीजेपी |
2013 | श्याम लाल कंवर | कांग्रेस |
2018 | ननकी राम कंवर | बीजेपी |
(रामपुर विधानसभा में 1957 और 1962 में यहां चुनाव नहीं हुए।)
पढ़े रामपुर विधायक ननकी राम कंवर का जीवन परिचय
ननकी राम कंवर रामपुर विधानसभा से भाजपा की टिकट पर छठवीं बार विधायक चुने गए हैं। रामपुर विधानसभा अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लिए रिजर्व सीट है। जनसंघ सदस्य के रूप में राजनीति की शुरुवात करने वाले ननकी राम कंवर अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। एलएलबी की डिग्री ग्रहण करने वाले कंवर भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से ही कई विभागों के मंत्री रह चूके हैं।
- पिता का नाम:- पंतराम कंवर
- जन्मतिथि:- 21 जुलाई 1943
- जन्मस्थान:- ग्राम बंधवाभांठा जिला कोरबा छतीसगढ़
- विवाह की तिथि:- 21 मई 1963
- पत्नी का नाम- शकुंतला देवी कंवर
- पत्नी की जन्मतिथि: - 27 अगस्त 1948
- संतान- दो पुत्र
- शैक्षणिक योग्यता:- एमए एलएलबी
- व्यवसाय- कृषि व वकालत
- कुल संपत्ति- 2 करोड़ 26 लाख 75 हजार रुपये
- स्थायी पता:- रानी रोड़ धनुवारपारा जिला कोरबा छतीसगढ़
- अभिरुचि:- कृषि,जनसेवा व गौसेवा
- विदेश यात्राएं:- लंदन,पेरिस,फ्रांस,इटली,स्विट्जरलैंड।
सार्वजनिक एवं राजनीतिक जीवन का परिचय:-
ननकीराम कंवर कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा से 6 वीं बार विधायक चुने गए हैं। ननकीराम कंवर ने सन 1969 में जनसंघ सदस्य के रूप में राजनीति में प्रवेश किया था। जिसके बाद उन्होंने सन 1972 में अपना प्रथम विधानसभा चुनाव लड़ा जिसमें उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। 1977 में वे रामपुर विधानसभा से फिर से चुनाव लड़े और पहली बार विधायक बने। इसके बाद लगातार 1990,1998,2003 एवं 2008 में विधायक बने। 2013 हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में रामपुर विधानसभा सीट फिर से वह विधायक चुने गए हैं। ननकीराम कंवर अविभाजित मध्यप्रदेश में सन 1977 से लेकर 1979 तक राजस्व विभाग के संसदीय सचिव रहे। उसके बाद 1979 में राजस्व विभाग के राज्य मंत्री बने। 1990 में मंत्री मध्यप्रदेश शासन बनें। इस दौरान वन एवं कृषि विभाग के मंत्री रहे। मंत्री रहने के साथ ही वह संगठन की राजनीति में भी सक्रिय रहे और भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। 1992- 93 में मंत्री जनशक्ति नियोजन एवं तकनीकी शिक्षा विभाग रहे। 1994 से 98 तक वह भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष प्रदेश कार्यसमिति के साथ ही राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य भी रहे। 1998 से 2000 तक वह सदस्य अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के कल्याण संबंधी समिति एवं प्रत्यायुक्त समिति मध्यप्रदेश विधानसभा रहे। 2000 में वह सदस्य सदन समिति एवं विशेषाधिकार समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2001- 2 में वह सदस्य विशेषाधिकार समिति एवं सदन समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2003-4 में वह सदस्य शासकीय आश्वासनों संबंधी समिति एवं आचरण समिति छतीसगढ़ विधानसभा रहे।
राज्य विभाजन के बाद छत्तीसगढ़ राज्य बनने पर हुए प्रथम विधानसभा चुनाव में राज्य में भाजपा की सरकार बनी और ननकीराम कंवर कृषि, राजस्व, सहकारिता पशुपालन मत्स्य पालन,खाद्य एवं विधि विधाई कार्य विभाग के मंत्री बने। 2004 में वह पदेन सदस्य नियम समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2005-07 में वह सदस्य कार्य मंत्रणा समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2008 में राज्य में भाजपा की सरकार रिपीट होने पर उन्हें मंत्री छत्तीसगढ़ शासन एवं सहकारिता विभाग बनाया गया। 2013 का विधानसभा चुनाव वह हार गए। 2018 में दोबारा वह रामपुर से विधायक चुने गए 2019- 20 में वह सदस्य नियम समिति एवं पटल पर रखे गए पत्रों का परीक्षण करने संबंधी समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। इसके अलावा 20-21 में ननकीराम कंवर विधानसभा में इन्ही समितियों के दुबारा भी सदस्य रहे।
ननकीराम कंवर रामपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। रामपुर विधानसभा सीट क्षेत्र क्रमांक 20 कहलाता है। यह अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लिए रिजर्व सीट है यहां कुल मतदाताओं की संख्या 201629 है। जिसमे से 168016( 83.33 प्रतिशत) मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। ननकीराम कंवर को 65048 (38.72 प्रतिशत) वोट मिले थे। तो वही उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी जनता कांग्रेस के फूलसिंह राठिया को 46873(27.90%) वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी श्याम लाल कंवर तीसरे स्थान पर रहें थे। उन्हें 44261( 26.34%) वोट मिले थे।