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Chhattisgarh Assembly Election 2023- kataghora Seat 22: कटघोरा विधानसभा: इस सीट से कांग्रेस के बोधराम 6 बार चुने गए विधायक, भाजपा के हिस्से में यहां से केवल 3 जीत

Chhattisgarh Assembly Election 2023- kataghora Seat 22

Chhattisgarh Assembly Election 2023- kataghora Seat 22: कटघोरा विधानसभा: इस सीट से कांग्रेस के बोधराम 6 बार चुने गए विधायक, भाजपा के हिस्से में यहां से केवल 3 जीत
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By Sanjeet Kumar

एनपीजी एक्सक्लूसिव

कोरबा जिले की कटघोरा विधानसभा सीट में पहली बार विधानसभा चुनाव वर्ष 1951 में हुआ। तब कटघोरा से दो विधायक चुने जाते थे। ऐसे में आदित्य प्रताप सिंह और बनवारी लाल, दोनों यहां से पहली बार विधायक चुने गए। दोनों ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। वहीं 5 साल बाद हुए चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस ने बाजी मारी और एक बार फिर दो विधायक सदन में पहुंचे। इस बार बनवारी लाल के साथ दीवान रुद्रशरण प्रताप सिंह ने चुनाव जीता। इस तरह शुरुआती दौर से ही यहां कांग्रेस का जो वर्चस्व बना, वो आज भी कायम है। ऐसा हम नहीं, कटघोरा विधानसभा के आंकड़े कह रहे हैं। कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में साल 1951 में हुए पहले चुनाव लेकर साल 2018 के विधानसभा चुनावों के आंकड़ों पर गौर करें तो यहां सर्वाधिक बार कांग्रेस को जीत मिली है। यहां से 11 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी है, जबकि 3 चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई है। एक बार यहां से निर्दलीय प्रत्याशी ने चुनाव जीता।

कांग्रेस के बोधराम कंवर इस क्षेत्र में सबसे सफल रहे

कटघोरा विधानसभा से सर्वाधिक बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बोधराम कंवर के नाम है। बोधराम ने यहां से कुल 6 चुनाव जीतकर विधायक बने। उन्होंने अपना पहला चुनाव वर्ष 1972 में लड़ा था। तब वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में थे। उनके सामने कांग्रेस ने ज्योतिभूषण प्रताप सिंह को बतौर प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा था। इस चुनाव में बोधराम को कुल 15794 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के ज्योतिभूषण ने 14715 वोट हासिल किया। इस तरह बोधराम ने अपना पहला चुनाव 1079 वोट की मार्जिन से जीता था। पांच साल बाद 1977 में हुए चुनाव में बोधराम कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े और जीते। इसके बाद वे 1980 और 1985 में भी विधायक रहे। छत्तीसगढ़ बनने के बाद 2003 में जब पहला चुनाव हुआ तो कांग्रेस ने एक बार फिर से उन पर भरोसा जताया और उन्होंने भाजपा के बनवारी लाल को हराया। इसी तरह 2008 के चुनाव में बोधराम ने भाजपा के ज्योतिनंद दुबे को हराया था। इस तरह बोधराम कंवर इस क्षेत्र से कुल 6 बार विधायक रह चुके हैं।

भाजपा को 1993 में मिली पहली जीत

भारतीय जनता पार्टी को इस सीट से पहली जीत 1993 में मिली। तब भाजपा प्रत्याशी बनवारी लाल ने कांग्रेस के पूर्व विधायक कृष्णा लाल जायसवाल को 7414 वोट से हराकर बीजेपी के सिर पर जीत का सेहरा बांधा था। इसके बाद 1998 में हुए चुनाव में एक बार फिर से उन्होंने जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस के जयसिंह को 14095 वोट से शिकस्त दी। हालांकि वे 2003 का चुनाव कांग्रेस के बोधराम कंवर से हार गए।

कटघोरा विधानसभा सीट में अब तक हुए चुनाव और विधायकों की जानकारी..

वर्ष विधायक पार्टी

  • 1962 रूद्रशरण प्रताप सिंह कांग्रेस
  • 1967 नौबत राम कांग्रेस
  • 1972 बोधराम कंवर निर्दलीय
  • 1977 बोधराम कंवर कांग्रेस
  • 1980 बोधराम कंवर कांग्रेस
  • 1985 बोधराम कंवर कांग्रेस
  • 1990 कृष्णा लाल जायसवाल कांग्रेस
  • 1993 बनवारी लाल बीजेपी
  • 1998 बनवारी लाल बीजेपी
  • 2003 बोधराम कंवर कांग्रेस
  • 2008 बोधराम कंवर कांग्रेस
  • 2013 लखन देवांगन बीजेपी
  • 2018 पुरुषोत्तम कंवर कांग्रेस

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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