Chhattisgarh Assembly Election 2023 Beltara Assembly Seat: 31. बेलतरा विधानसभा: बेलतरा में बीजेपी नहीं हारी, लेकिन सीपत में थी कांग्रेस भारी, इस रिपोर्ट में पढि़ए ऐसा कैसे हुआ..
Chhattisgarh Assembly Election 2023 Beltara Assembly Seat: 31
एनपीजी एक्सक्लूसिव
रायपुर। बिलासपुर जिले की बेलतरा विधानसभा सीट में अब तक केवल 3 चुनाव हुए हैं। क्योंकि यह सीट साल 2008 के चुनाव के पहले ही अस्तित्व में आई। इसके पहले यह सीट सीपत के नाम से जानी जाती थी। बेलतरा विधानसभा सीट की बात करें तो यहां बीजेपी अब तक नहीं हारी है। हालांकि जब इस सीट का नाम सीपत था तो यहां कांग्रेस का दबदबा था।
बेलतरा विधानसभा में अब तक हुए चुनावों में दो बार बद्रीधर दीवान विधायक रहे। वर्तमान में यहां के विधायक रजनीश सिंह हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2008 में जब यहां पहला चुनाव हुआ तो भाजपा से बद्रीधर दीवान और कांग्रेस के भुवनेश्वर प्रसाद यादव आमने-सामने थे। इस चुनाव में 99500 वोटर्स ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जब चुनाव परिणाम सामने आए तो भाजपा को 38867 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के हिस्से 33891 वोट आए। इस तरह यह चुनाव बद्रीधर दीवान ने 4973 वोट से अपने नाम किया। पांच साल बाद साल 2013 में हुए चुनाव में एक बार फिर से बद्रीधर दीवान और भुवनेश्वर यादव आमने-सामने थे। इस चुनाव में बद्रीधर दीवान ने भुवनेश्वर को 5728 वोट के अंतर से हराया।
सीपत में कांग्रेस रही भारी
एमपी में परिसीमन के बाद नई सीटें सामने आई। इनमें सीपत का नाम भी था। नई सीट बनने के बाद साल 1977 में सीपत में पहली बार चुनाव हुए। इस चुनाव में कांग्रेस ने राधेश्याम शुक्ला को प्रत्याशी बनाया। वहीं बद्रीधर दीवान जनता पार्टी की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे। इस चुनाव में कांग्रेस के राधेश्याम शुक्ला ने बीजेपी के बद्रीधर दीवान को 7221 वोट हराकर सीपत के पहले विधायक चुने गए। 1980 में हुए चुनाव में राधेश्याम शुक्ला ने 9386 वोट के अंतर से बीजेपी के पं. रामनारायण शास्त्री को हराया। 1985 में कांग्रेस के अरुण सिंह यहां से जीत। 1993 में कांग्रेस के चंद्रप्रकाश वाजपेयी ने 4531 वोट के अंतर से जीत दर्ज की।
चार बार के विधायक रहे बद्रीधर दीवान
विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष रह चुके बद्रीधर दीवान चार बार विधायक रहे। दो बार उन्होंने सीपत विधानसभा चुनाव जीता और दो बाद बेलतरा से। बद्रीधर दीवान ने अपना पहला चुनाव साल 1977 में लड़ा, लेकिन हार गए। इसके बाद वे 1990 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। हालांकि इसके ठीक 3 साल 1993 में हुए चुनाव में एक बार फिर वे कांग्रेस के चंद्रप्रकाश वाजपेयी से हार गए। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद साल 2003 में जब पहली बार विधानसभा चुनाव हुआ तो उन्होंने कांग्रेस के रमेश कुमार को 299 वोट के अंतर से हराकर जीत दर्ज की। वे साल 2005-08 और 2015-18 में विधानसभा उपाध्यक्ष थे।
जब कांग्रेस के गढ़ में बीएसपी ने मारी थी बाजी
सीपत विधानसभा क्षेत्र रहते हुए यहां कुल 7 चुनाव हुए। इसमें कांग्रेस ने 4, बीजेपी ने 2 और एक बार बीएसपी ने बाजी मारी। साल 1998 के चुनाव में बड़ा उलटफेर करते हुए बीएसपी के प्रत्याशी इंजीनियर रामेश्वर खरे ने 2816 वोट के अंतर से जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक पं. रामनारायण शास्त्री मैदान में थे। उन्हें कुल 16717 वोट मिले थे और वे दूसरे स्थान पर थे।
एक नजर साल 2018 के विधानसभा चुनाव पर भी
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बेलतरा विधानसभा सीट से कुल 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। इनमें से 12 की जमानत जब्त हो गई। इस चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 211408 थी, जिसमें से 143930 ने वोट दिया। 49601 वोट के साथ भाजपा के रजनीश सिंह ने जीत दर्ज की। दूसरे स्थान पर कांग्रेस के राजेंद्र साहू रहे, जिन्हें 43302 वोट मिले। वहीं तीसरे स्थान पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के अनिल टाह रहे, जिनके हिस्से 38308 वोट आए थे।
जानिए, बेलतरा से अब तक कितने विधायक हुए..
वर्ष | विधायक | पार्टी |
2008 | बद्रीधर दीवान | बीजेपी |
2013 | बद्रीधर दीवान | बीजेपी |
2018 | रजनीश सिंह | बीजेपी |
जानिए, बेलतरा से पहले सीपत सीट से कौन कब था विधायक..
वर्ष | विधायक | पार्टी |
1977 | राधेश्याम शुक्ला | कांग्रेस |
1980 | राधेश्याम शुक्ला | कांग्रेस |
1985 | अरुण तिवारी | कांग्रेस |
1990 | बद्रीधर दीवान | बीजेपी |
1993 | चंद्रप्रकाश वाजपेयी | कांग्रेस |
1998 | इंजी रामेश्वर खरे | बीएसपी |
2003 | बद्रीधर दीवान | बीजेपी |