Chhattisgarh Assembly Election 2023 अमित जोगी का भावुक संदेश - पापा के अंतिम समय में साथ नहीं रह पाया था, अब मम्मी के साथ यह नहीं दोहरा सकता; राजनीति के लिए पूरी उम्र पड़ी है
रायपुर. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने सोशल मीडिया पर अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के लिए भावुक संदेश लिखा है. विधानसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में लोगों के सवालों और सुझावों को लेकर अमित ने लिखा है कि पापा (स्व. अजीत जोगी) के अंतिम समय में वे साथ नहीं कर पाए थे. मम्मी के साथ यह नहीं दोहरा सकते. फिलहाल पहला उद्देश्य मम्मी को स्वस्थ करना है. राजनीति करने के लिए पूरी उम्र पड़ी है. अमित ने अपने पिता छत्तीसगढ़ के पहले सीएम जोगी की अस्पताल की तस्वीर भी शेयर की है. इस तस्वीर में उनके साथ मां डॉ. रेणु जोगी भी हैं. बता दें कि पूर्व सीएम जोगी का 20 मई 2020 को निधन हो गया था. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें राजधानी में एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया था.
मई 2022 में हुई थी डॉ. रेणु जोगी की सर्जरी
छत्तीसगढ़ के कोटा विधानसभा क्षेत्र से चार बार की विधायक डॉ. रेणु जोगी की मई, 2022 में मेदांता में सर्जरी हुई थी. इसके बाद इस साल जनवरी में वे वेल्लोर में भी इलाज कराने गई थीं. वेल्लोर के मेडिकल कॉलेज से ही रेणु जोगी ने पढ़ाई की थी. हालांकि 72 साल की रेणु जोगी स्वास्थ्यगत परेशानियों के मद्देनजर ही अमित जोगी ने यह भावुक संदेश सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है.
अमित ने लिखा है, "लोग पूछते हैं कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को मात्र 7 माह बचे हैं और जेसीसीजे कुछ नहीं कर रही है. राजनीति जीवन से कभी बड़ी नहीं हो सकती. मेरे पापा स्व. अजीत जोगी जी को खोने के बाद मेरे लिए मेरी मां का स्वास्थ्य छत्तीसगढ़ की सत्ता से कहीं ज्यादा सर्वोपरि है. जब तक वह पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाती मैं उनके साथ साये की तरह रहूंगा. मेरा दुर्भाग्य है कि पापा के आखिरी क्षणों में मैं उनके साथ नहीं रह पाया. इस गलती को मैं मम्मी के साथ नहीं दोहरा सकता. इसीलिए मेरा प्रथम उद्देश्य मम्मी का स्वस्थ होना है. बाकी राजनीति करने के लिए पूरी उम्र पड़ी है.'
अब अलग-थलग पड़ते जा रहे अमित जोगी
बता दें कि 2018 के चुनाव से पहले अजीत जोगी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का गठन किया गया था. जोगी कांग्रेस ने बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. इसमें गठबंधन को 7 सीटें मिली थीं. जोगी कांग्रेस की 5 सीटें थीं. इनमें अजीत जोगी मरवाही, डॉ. रेणु जोगी कोटा, धर्मजीत सिंह लोरमी, देवव्रत सिंह खैरागढ़ और प्रमोद शर्मा बलौदाबाजार से चुनाव जीते थे. जोगी के निधन के बाद मरवाही उपचुनाव में जाति के मामले में हिस्सा नहीं ले पाए. देवव्रत सिंह के निधन के बाद यह सीट भी हाथ से चली गई. बाद में धर्मजीत सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.