रामसेतु पर राजनीति: CM बोले – राम नाम जपना पराया माल अपना भाजपा का चरित्र, BJP अध्यक्ष ने कहा – कांग्रेस की कुटिलता छिपी नहीं
रायपुर। रामसेतु पर राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के जवाब पर छत्तीसगढ़ में भी राजनीति गरमा गई। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि राम नाम जपना, पराया माल अपना... यही भाजपा का चरित्र है। सच में राम भक्त होते तो छत्तीसगढ़ के भाजपाई अपनी ही सरकार के खिलाफ आलोचना करते। आलोचना नहीं कर रहे हैं तो इनका मूल चरित्र ही है, कैसे भी करके सत्ता प्राप्त करना। सीएम के इस बयान पर भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने पलटवार किया। हालांकि बाद में साव पर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भी मोर्चा खोल दिया।
कोर्ट में दिया हलफनामा पढ़े लें
छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने रामसेतु मामले में सीएम भूपेश बघेल के बयान को तथ्यों से परे कोरी राजनीतिक बयानबाजी करार देते हुए कहा है कि भ्रमित करना कांग्रेस की संस्कृति है। वे भ्रम का वातावरण निर्मित करने के आदी हैं। तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करना उनका राजनीतिक स्वभाव है। वे रामसेतु पर जो व्याख्यान दे रहे हैं, वैसा कोई न तो सवाल है और न ही रामसेतु के अस्तित्व को नकारने का कोई जवाब है। कांग्रेस की कुटिलता राम भक्तों से छिपी नहीं है। साव ने कहा कि राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा ने रामसेतु के ढांचे के वैज्ञानिक अनुसंधान को लेकर सवाल किया था। उन्होंने पूछा था कि क्या सरकार भारत के गौरवशाली इतिहास पर कोई वैज्ञानिक शोध कर रही है, क्योंकि पिछली सरकारों ने इस मुद्दे पर लगातार ध्यान नहीं दिया। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने उनके सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि सरकार लगातार ऐसे मामलों की जांच के लिए काम कर रही है। सवाल के जवाब में उन्होंने इस मामले में अन्य जानकारी भी दी। अब भूपेश बघेल बताएं कि भाजपा की केंद्र सरकार ने अस्तित्व नकारा है या जांच के लिए काम कर रही है। केंद्र सरकार ने कतई राम सेतु के अस्तिस्व को नहीं नकारा है।
भाजपाई कालनेमी रूपी राम भक्त
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने संसद में भाजपा सांसद कार्तिकेय शर्मा के एक प्रश्न के जवाब में भगवान श्री रामसेतु के अस्तित्व को नकार दिया है कहा कि कुछ पत्थरों के अवशेष मिले हैं। लेकिन कह नहीं सकते कि वह राम सेतु है। अरूण साव संसद में कही गयी भाजपा सरकार के मंत्री के अधिकृत बयान को पढ़ लें। यही भाजपा का असली चरित्र है। भाजपाई कालनेमी रूपी राम भक्त हैं। भाजपा अध्यक्ष बताएं कि राम सेतु को नकारने वाली मोदी सरकार का विरोध कब करेंगे? मोदी सरकार के मंत्री ने सदन में अधिकृत रूप से राम सेतु के अस्तित्व को नकारा है। मतलब पूरी भाजपा और भाजपा सरकार इससे सहमत है। मंत्री के बयान पर प्रधानमंत्री ने भी कुछ नहीं कहा। उनकी भी मौन सहमति है। राम सेतु के नाम पर कांग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार करने वाले भाजपाई कांग्रेस से माफी मांगे। शुक्ला ने कहा कि मंत्री जितेंद्र सिंह का संसद में दिया बयान भाजपा का असली चरित्र है। जिस भाजपा ने भगवान श्री राम के नाम पर अपनी राजनीति को चमकाया, भगवान श्रीराम के नाम 2 सीट से पूर्ण बहुमत की सरकार केंद्र में और अन्य राज्यों में बनाई, आज वही भाजपा श्रीराम सेतु के अस्तित्व को नकार रही है।