CG NEWS-पर्यावरण संरक्षण में छत्तीसगढ़ बड़े राज्यों में सबसे बेहतर, बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट की श्रेणी में दूसरे स्थान पर
पर्यावरण संरक्षण में छत्तीसगढ़ बड़े राज्यों में सबसे बेहतर, बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट की श्रेणी में दूसरे स्थान पर
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ सरकार चार साल पूरे होने पर आज गौरव दिवस मना रही है। आज पर्यावरण के क्षेत्र में भी सरकार के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। इंडिया टुडे द्वारा किये गए सर्वे में छत्तीसगढ़ बड़े राज्यों में बेस्ट परफोर्मिंग स्टेट में दूसरे स्थान पर तथा मोस्ट इम्प्रूव्ड स्टेट की श्रेणी में पहले स्थान पर बाजी मारी है। यह सर्वे SO2, NO2 और पार्टिकुलेट मैटर (PM) की सघनता और वन आवरण जैसे विभिन्न मापदंडों पर आधारित है। सर्वे में लिखा गया है कि छत्तीसगढ़ ने पर्यावरणीय संरक्षण के क्षेत्र में विभिन्न सुधारात्मक कार्य कर एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।
रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में कोयला, लौह अयस्क और डोलोमाइट के उत्पादन से खनिज आधारित उद्योगों का प्रसार हुआ है, जिससे प्रदूषण में वृद्धि हुई है। लेकिन सरकार ने इन चुनौतियों का सकारात्मक तरीके से सामना किया है।
चार सालों में राज्य में 18 नए परिवेशी वायु गुणवत्ता केंद्र स्थापित किए गए हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे उपायों की वजह से SO2 सांद्रता 2016 में 26.02 से गिरकर 2020 में 16.34 हो गई है, जो कि 37 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं, NO2 की सांद्रता 24.11 से घटकर 19.88 हो गई है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की सात प्रमुख नदियों के जल की गुणवत्ता की निगरानी के लिए 27 स्टेशन स्थापित किए हैं। शहरी केंद्रों में ठोस कचरे के प्रबंधन के लिए मिशन क्लीन सिटी या 'अंबिकापुर मॉडल' को पूरे राज्य में लागू किया गया है।
पर्यावरण संवर्धन के लिए राज्य ने औद्योगिक क्षेत्र के 30 प्रतिशत में वृक्षारोपण अनिवार्य किया है। 2015 और 2019 के बीच, वन आवरण 41.12 प्रतिशत से बढ़कर 41.14 प्रतिशत हो गया, और वृक्ष आच्छादन 2.6 प्रतिशत से बढ़कर 3.1 प्रतिशत हो गया।