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लोकतंत्र की मशाल थामकर शांति मार्च : राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने के विरोध में मशाल लेकर निकले कांग्रेसी दिग्गज, कहा – डरो मत

लोकतंत्र की मशाल थामकर शांति मार्च : राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने के विरोध में मशाल लेकर निकले कांग्रेसी दिग्गज, कहा – डरो मत
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By NPG News

रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शनिवार शाम को कांग्रेस की प्रभारी महासचिव कुमारी सैलजा, सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित दिग्गज नेताओं ने हाथ में मशाल लेकर गांधी मैदान से आजाद चौक स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा तक शांति मार्च किया. कांग्रेस के नेता एक बड़ा सा फ्लैक्स लेकर चल रहे थे, जिसमें लिखा था – डरो मत. केंद्र सरकार, भाजपा, पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभी नेता, मंत्री, विधायक और कार्यकर्ताओं ने शांति मार्च में हिस्सा लिया.


छत्तीसगढ़ की प्रभारी महासचिव कुमारी सैलजा ने कहा कि मशाल रैली लोकतंत्र की रक्षा के लिए है. मोदी सरकार की तानाशाही के विरोध में है. राहुल गांधी लगातार जनता की मुखर आवाज बने हुए हैं. देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि भ्रष्ट बेईमानों और देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया है. यह लड़ाई देश को बचाने की लड़ाई है.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने कांग्रेस सड़क की लड़ाई लड़ रही है. देश का पूरा विपक्ष जब अडानी के घोटाले की जांच की मांग कर रहा है तो मोदी सरकार जांच से क्यों डर रही है? जांच से किस खुलासे का भय पीएम मोदी को सता रहा है, जो वह अडानी के घोटाले की जांच नहीं करवा रहे है? हमने दुनिया में कई तानाशाहों को तो देखा है. इनसे दो काम होते हैं. एक तो वे इस बात से बहुत डरते हैं कि लोग उनसे डरना बंद न कर दें और दूसरी बात वह अपने विरोधियों को मुंह बंद कर देना चाहते हैं. यानी चुप करा देना चाहते हैं. अगर बात नहीं बनी तो वह रास्ते के हटाने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकते हैं. इतिहास की इन घटनाओं से हम सभी वाकिफ हैं और आज देश में कुछ इसी प्रकार की घटनाएं हो रही हैं. लोकतंत्र को दबाने की कोशिश की जा रही है. सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग और अपने विरोधियों को दमन करने के लिए किसी भी स्तर पर जा रहे हैं, यह हमने देखा है.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त कर केंद्र सरकार अडानी के घोटालों पर पर्दा नहीं डाल पाएगी. न ही नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चोकसे, विजय माल्या जैसे भगोड़ो के संरक्षण के गुनाह से मोदी सरकार बच पाएगी. हम लोकतंत्र को बचाने भारत सत्याग्रह कर रहे हैं. मशाल रैली निकाल रहे हैं.

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