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Chhattisgarh Assembly Election 2023 बिलासपुर में क्यों नहीं बनी बात : बिलासपुर संभाग में 24 सीटें, आधी कांग्रेस, बाकी भाजपा, बसपा और जोगी कांग्रेस में बंटी, सम्मेलन में इसी पर बात

Chhattisgarh Assembly Election 2023 बिलासपुर में क्यों नहीं बनी बात : बिलासपुर संभाग में 24 सीटें, आधी कांग्रेस, बाकी भाजपा, बसपा और जोगी कांग्रेस में बंटी, सम्मेलन में इसी पर बात
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By Manoj Vyas

Chhattisgarh Assembly Election 2023

बिलासपुर. छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में जब कांग्रेस की आंधी चली तो सिर्फ बिलासपुर संभाग में कांग्रेस कमजोर साबित हुई. यहां की 24 सीटों में आधी सीटें कांग्रेस को मिली, जबकि बाकी सीटें भाजपा, बसपा और जोगी कांग्रेस में बंट गईं. भाजपा को जो 15 सीटें मिलीं, उनमें 7 सीटें बिलासपुर संभाग की हैं. बिलासपुर में 7 जून को होने वाले संभागीय सम्मेलन में दिग्गज इसी पर मंथन करेंगे.

कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा, सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम आज सुबह बिलासपुर पहुंचेंगे. वे बिलासपुर के संभागीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. सिम्स ऑडिटोरियम में सुबह 11 बजे से बैठक होगी. इसमें बिलासपुर, रायगढ़, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, सक्ती, गौरेला पेंड्रा मरवाही और सारंगढ़ जिले के पदाधिकारी, विधायक और प्रत्याशी शामिल होंगे.

गुटबाजी पर भी होगी बात

बिलासपुर जिले में ही कांग्रेस के कई धड़ों के बीच आपस में मतभेद की बात आती रहती है. हाल ही में सीएम के साथ जाने को लेकर दो नेता आपस में भिड़ गए थे. इससे पहले बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडेय ने थानों में रेट लिस्ट होने का आरोप लगाकर अपनी ही सरकार को मुश्किल में डाल दिया था. यही नहीं, एक कार्यक्रम में पीसीसी अध्यक्ष की तस्वीर नहीं लगाने के आरोप में कार्रवाई भी हो चुकी है.

मरवाही सीट फिर कांग्रेस की

छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहले उपचुनाव से लेकर 2018 तक मरवाही सीट कांग्रेस की थी. पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी यहां से चुनाव लड़ते थे. एक बार अमित जोगी भी यहां से विधायक रह चुके हैं. 2018 में जोगी ने जनता कांग्रेस का गठन कर हल चलाते किसान छाप से चुनाव लड़ा. इसमें भी वे जीते. इससे यह माना गया कि मरवाही सीट जोगी परिवार की है. जोगी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में बेहद नाटकीय मोड़ के बाद जोगी परिवार का दावा खत्म हो गया, क्योंकि कलेक्टर ने आदिवासी के सर्टिफिकेट को निरस्त कर दिया था. कोटा में बेहतर प्रत्याशी होने के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी की गुटबाजी के कारण हार हो गई थी.

बिलासपुर संभाग एक नजर में

एसटी सीटें

लैलूंगा, धरमजयगढ़, रामपुर, पाली तानाखार, मरवाही.

एससी सीटें

सारंगढ़, मुंगेली, मस्तूरी, पामगढ़.

कांग्रेस की सीटें

लैलूंगा, रायगढ़, सारंगढ़, खरसिया, धरमजयगढ़, कोरबा, कटघोरा, पाली तानाखार, तखतपुर, बिलासपुर, सक्ती, चंद्रपुर.

भाजपा की सीटें

रामपुर, मुंगेली, बिल्हा, बेलतरा, मस्तूरी, अकलतरा, जांजगीर चांपा.

बसपा

जैजैपुर, पामगढ़.

जोगी कांग्रेस

मरवाही, कोटा, लोरमी.

(नोट – 2018 के चुनाव में जोगी कांग्रेस से अजीत जोगी विधायक बने थे. उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस की जीत हुई थी.)

Manoj Vyas

मनोज व्यास : छत्तीसगढ़ में 18 साल से पत्रकारिता में सक्रिय, सभी प्रमुख संस्थाओं में दी सेवाएं, इसी दौरान हरिभूमि समाचार पत्र से जुड़े। इसके बाद दैनिक भास्कर में सिटी रिपोर्टर के रूप में जॉइन किया। नौकरी के साथ-साथ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएमसीजे की पढ़ाई पूरी की। न्यायधानी के बाद राजधानी का रुख किया। यहां फिर हरिभूमि से शुरुआत की और नेशनल लुक, पत्रिका, नवभारत, फिर दैनिक भास्कर होते हुए भविष्य की पत्रकारिता का हिस्सा बनने के लिए NPG.News में बतौर न्यूज एडिटर जॉइन किया। इस बीच नवभारत के भुवनेश्वर, ओडिशा एडिशन में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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