CG कांग्रेस का इलेक्शन प्लान : 28 हजार बूथों तक जाएंगे 10 हजार नेता, जुलाई से विधानसभा स्तरीय प्रशिक्षण, फिर संकल्प शिविर
Chhattisgarh Assembly Election 2023
रायपुर. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने पांच संभागों के सम्मेलन के बाद अब 90 विधानसभा में प्रशिक्षण शिविर की तैयारी कर ली है. प्रदेश कांग्रेस के नेता सभी विधानसभाओं में जाएंगे और कार्यकर्ताओं को चुनावी रणनीति के बारे में बताएंगे. लोगों से किस तरह संपर्क करना है, राज्य सरकार की योजनाएं कौन सी हैं और कितने लोग उससे लाभान्वित हुए हैं, यह सब डिटेल रखी जाएगी, जिसे फोकस कर कांग्रेस चुनाव के समय मतदाताओं के बीच जाएगी.
राज्य में 15 साल के वनवास के बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई है. कांग्रेस के नेता फिर से सरकार बनाने के लिए आश्वस्त हैं, लेकिन वे कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते, इसलिए चरणबद्ध तरीके से कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने और मतदाताओं तक पहुंचने की रणनीति पर काम किया जा रहा है. इसकी एक कड़ी के रूप में संभागीय सम्मेलनों का आयोजन किया गया. इसके बाद विधानसभाओं में प्रशिक्षण होगा. इसके बाद विधानसभा स्तरीय संकल्प शिविरों का आयोजन किया जाएगा. जो सबसे बड़ा अभियान होगा, वह 28 हजार बूथों तक पहुंचने का है. इसके लिए दस हजार नेता तय किए गए हैं, जो इन बूथों तक जाएंगे और बूथ की संरचना बनाने से लेकर उन्हें चुनावी रणनीति के हिसाब से तैयार करेंगे. सीएम भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा और राजेश तिवारी के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण का कार्य चल रहा है. प्रदेश महामंत्री (प्रशासन) रवि घोष संगठन में समन्वय की जिम्मेदारी देख रहे हैं.
लाभार्थियों तक जाएंगे यूथ कांग्रेसी
कांग्रेस के साथ-साथ यूथ कांग्रेस के लिए भी जवाबदारी तय की गई है. इसके अंतर्गत युवाओं को अलग-अलग योजनाओं के हितग्राहियों तक भेजा जाएगा. वे हितग्राहियों से चर्चा कर लाभार्थी कार्ड भरेंगे. इस तरह फीडबैक लिया जाएगा. साथ ही, प्रदेशभर में लाभार्थियों का एक डाटा बेस तैयार हो जाएगा, जिसके जरिए कांग्रेस यह बताएगी कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ कितने लोगों को मिल रहा है.
मंत्रियों को विधानसभा की जिम्मेदारी
राज्य सरकार के अंग के रूप में अलग-अलग जिलों के प्रभारी की भूमिका से अलग अब चुनावी रणनीति के तहत मंत्रियों को विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी जाएगी. सीएम सहित मंत्रिमंडल के 13 सदस्यों में 90 विधानसभाओं को बांटा जाएगा. सभी मंत्री अपने-अपने प्रभार क्षेत्र में जाएंगे और बूथ कमेटियों की बैठक लेंगे. इस बैठक के जरिए कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करने की कोशिश की जाएगी.
दूरियां खत्म करने की कवायद भी
कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा के नेतृत्व में बड़े नेताओं के बीच दूरियां खत्म करने की भी कवायद चल रही है. संभागीय सम्मेलनों के जरिए कुछ इसी तरह का संदेश देने की कोशिश की गई. खासकर सरगुजा संभाग की बैठक के बाद जो वीडियो सामने आए हैं, उससे पार्टी के नेता उत्साहित हैं. समन्वय और संवाद में किसी तरह की कमी न रहे, इसलिए अलग-अलग मंत्रियों के निवास पर बैठक की रणनीति पर भी काम किया जा रहा है. वन मंत्री मोहम्मद अकबर के निवास पर डिनर के बाद बुधवार को प्रमुख नेता कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के निवास पर पहुंचे थे.