CG कलेक्टर मार खाएगा... ये क्या बोल गए पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर, किस बात की प्रधानमंत्री से करेंगे शिकायत?
कोरबा. छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं. कई बार विवादों में भी घिर जाते हैं. अब ताजा बयान में कंवर ने कह दिया कि एनएचएआई के अफसर बेवकूफ हैं. ठेकेदार के दलाल हैं. गलत करने वालों को यदि कलेक्टर छोड़ेगा तो कलेक्टर भी मार खाएगा. दरअसल, यह पूरा मामला उरगा-चांपा नेशनल हाईवे के मुआवजे का लेकर है. इस सड़क के दायरे में जो जमीनें और मकान आ रहे थे, उन्हें तोड़ने के विरोध में कंवर ने लोगों के साथ चक्काजाम किया था. कंवर का कहना है कि बारिश के दिनों में तो चिड़ियों के घोंसले भी नहीं तोड़े जाते और यहां लोगों के मकान तोड़े जा रहे हैं. कंवर ने पूरे मामले की पीएम नरेंद्र मोदी से शिकायत करने की बात कही है.
पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर का यह बयान उस समय आया, जब एनएचएआई के अफसरों ने बताया कि उन्हें 2.34 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जा चुका है, लेकिन अब तक उन्होंने राइस मिल नहीं हटाई है. भाजपा के लोग ही काम में दखल डाल रहे हैं. इस पर जब कंवर से मीडिया ने सवाल किया तो उनका कहना था कि जमीन देने वाले दर्जनों ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला है. इसके बावजूद उनके मकान तोड़ दिए गए, लेकिन अब बारिश में तो बिल्कुल भी तोड़ने नहीं देंगे. मुआवजा की बात पर कंवर ने कहा, मेरे बारे में ऐसा बोलने वाला बेवकूफ है. ये आदमी ठेकेदार का दलाल या गुंडा होगा. अगर ठेकेदार का आदमी है तो मेरे सामने आ जाए और बहस करे. मैं बहुत लोगो को मार चुका हूं, नहीं छोड़ूंगा. गलत करने वालो को कलेक्टर छोड़ेंगे तो वे भी मार खाएंगे.
तोड़फोड़ के खिलाफ कंवर ने किया था चक्काजाम
चांपा-कोरबा रोड पर पताढ़ी गांव में नेशनल हाईवे के लिए ली गई जमीन पर कब्जे को लेकर प्रशासन ने गुरुवार शाम को उरगा इलाके में कई मकानों और दुकानों को ढहा दिया था. इसके विरोध में शुक्रवार को भाजपा विधायक और पूर्व गृहमंत्री कंवर ने ग्रामीणों के साथ मिलकर हाईवे पर चक्काजाम कर दिया था. उनका आरोप था कि बिना मुआवजा और नोटिस दिए ही प्रशासन ने उनके मकानों और दुकानों को गिराया है. इसे लेकर एनएचएआई के अफसरों का तर्क था कि विधायक ने खुद मुआवजा ले लिया है. दूसरी तरफ, जब ग्रामीणों ने विधिवत फॉर्म ही नहीं भरा है, तो उनको मुआवजे की रकम भला कैसे जारी होगी.
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डीडी पार्लावार के मुताबिक, विधिवत फॉर्म भरकर कई लोगों ने मुआवजा लिया है. जिनका पारिवारिक विवाद है, उनके घर के लोगों ने ही नहीं लिया है. ऐसे लोगों को कई बार नोटिस दी जा चुकी है. कई ऐसे भी लोग हैं, जो मुआवजा लेने के बाद भी निर्माण नहीं हटा रहे हैं.