जगदलपुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में एक चर्च में तोड़फोड़ और पुलिसकर्मियों से मारपीट के आरोप में जेल में बंद भाजपा जिलाध्यक्ष रूपसाय सलाम और अन्य कार्यकर्ताओं के रिहा होने पर जेल के बाहर विजेताओं का सम्मान किया गया. दो जनवरी को हुई घटना के बाद ये सभी जेल में बंद थे. चार मई को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद सभी रिहा किए गए थे.
नारायणपुर में दो जनवरी को धर्मांतरण के विरोध में आदिवासियों ने एक चर्च पर धावा बोल दिया था. चर्च में तोड़फोड़ के साथ-साथ पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट भी की थी. इसमें एसपी सदानंद कुमार के अलावा कई पुलिसकर्मियों को चोट आई थी. इस मामले में पुलिस ने भाजपा जिलाध्यक्ष सलाम पर साजिश करने और भड़काने का आरोप लगाया था और गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया था. चार मई को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद मंगलवार को रिहाई हुई. इस दौरान प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप सहित कई कार्यकर्ता मिलने पहुंचे. फूल माला के साथ जेल से छूटने वाले कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया.
बता दें कि धर्मांतरण करने वाले कुछ लोगों द्वारा आदिवासियों पर दबाव बनाने और उनसे मारपीट की घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने चर्च पर हमला किया था. जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा लोगों को समझाइश देने की कोशिश की जा रही थी, तभी भीड़ के लोग भड़क गए और तोड़फोड़ करने के साथ-साथ उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मियों से भी मारपीट की थी.