आदिवासियों की सुरक्षा में सरकार विफल : भाजपा की जांच समिति पहुंची भेजरीपदर, ननकीराम कंवर ने कहा – विधानसभा में उठाएंगे मुद्दा
रायपुर. नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के भेजरीपदर की घटना की जांच के लिए भाजपा की जांच समिति बुधवार को मौके पर पहुंची. पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की अध्यक्षता में टीम के 6 सदस्यों ने भेजरीपदर में ग्रामीणों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि इस मुद्दे को विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जरिए उठाया जाएगा. कंवर ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार आदिवासियों को सुरक्षा देने में विफल साबित हुई है.
भाजपा विधायक पूर्व गृहमंत्री कंवर ने कहा है कि राज्य सरकार अपने राजनीतिक संरक्षण में धर्मांतरण का घातक एजेंडा चला रही है. पहले नारायणपुर और अब भेजरीपदर में सुरक्षा देने में राज्य सरकार बुरी तरह विफल हुई है. कंवर ने कहा कि धर्मांतरण कराने वाले और धर्मांतरित लोगों द्वारा मूल आदिवासियों के साथ-साथ पुलिस पर भी हमला बोलकर हिंसा का तांडव मचाया गया, लेकिन शासन-प्रशासन अब भी खामोशी ओढ़े बैठा है.
घटनाक्रम से जुड़े तमाम बिंदुओं का तथ्यपरक विश्लेषण करने पहुंची समिति के समक्ष भारी संख्या में आदिवासियों ने घटना का ब्यौरा देते हुए बताया कि धर्मांतरण कराने और करने वालों ने हिंसा की और पुलिस पर हमला किया. घटना स्थल पर समिति के समक्ष हमले में बुरी तरह जख्मी आदिवासी भी उपस्थित थे. कंवर ने आश्चर्य व्यक्त किया कि हिंसा के इस तांडव के बावजूद शासन-प्रशासन के स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
उन्होंने पीड़ित मूल आदिवासियों को भरोसा दिलाया कि वे इस मामले को विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए उठाकर पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार आदिवासियों को न्याय नहीं देगी, लेकिन भाजपा इन पीड़ित मूल आदिवासियों को न्याय दिलाएगी. अब मूल आदिवासियों को किसी तरह के दबाव से मुक्त होकर एकजुटता के साथ खड़े रहना है. भाजपा द्वारा गठित इस जांच समिति में कंवर के अलावा पूर्व सांसद व अअजा मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कश्यप, पूर्व प्रदेश महामंत्री किरण देव, पूर्व विधायक द्वय बैदूराम कश्यप व राजाराम तोड़ेम व प्रदेश कार्यसमिति विशेष आमंत्रित सदस्य शिवनारायण पांडेय सम्मिलित थे.