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भानु के मैदान में बचे 7: सर्व आदिवासी समाज की एकता से उपचुनाव में रोमांच, त्रिकोणीय मुकाबले के आसार

पूर्व आईपीएस अकबर राम कोर्राम के नाम पर सर्व आदिवासी समाज के बाकी प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिया है।

भानु के मैदान में बचे 7: सर्व आदिवासी समाज की एकता से उपचुनाव में रोमांच, त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
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By NPG News

कांकेर। भानुप्रतापपुर उपचुनाव में अब 7 प्रत्याशी शेष रह गए हैं। स्क्रूटनी के बाद बचे 21 में से 14 ने नाम वापसी के अंतिम दिन अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। जिन 14 लोगों ने नाम वापस लिया, उनमें सर्व आदिवासी समाज की ओर से खड़े किए गए प्रत्याशी हैं। पूर्व आईपीएस अकबर राम कोर्राम के नाम पर सबने अपना नाम वापस ले लिया है। कोर्राम को सर्व आदिवासी समाज के समर्थन से मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार हैं।

वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम की मौजूदगी में हुई बैठक में कोर्राम के नाम पर सहमति बनी। सर्व आदिवासी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष बीएस रावटे और सचिव विनोद नागवंशी ने पर्यवेक्षक की भूमिका निभाई। अब जो प्रत्याशी शेष हैं, उनमें कांग्रेस से सावित्री मंडावी, भाजपा से ब्रह्मानंद नेताम, गोंगपा से घनश्याम जुर्री, राष्ट्रीय जनसभा पार्टी से डायमंड नेताम, आंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया से शिवलाल पुडो और निर्दलीय अकबर राम कोर्राम व दिनेश कल्लो शामिल हैं।


आरक्षण के मुद्दे पर बैकफुट पर कांग्रेस

छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज में आरक्षण एक बड़ा मुद्दा है। इसे लेकर आदिवासी समाज आंदोलित है। भाजपा भी आंदोलन को हवा दे रही है, जबकि कांग्रेस बैकफुट पर है, क्योंकि ऐन चुनाव से पहले हाईकोर्ट का यह फैसला आया। हालांकि राज्य सरकार की ओर से एक व दो दिसंबर को विधानसभा में विशेष सत्र बुलाई गई है। इस मुद्दे पर समाज की ओर से कोर्राम एक बड़ा चेहरा बनकर उभरे हैं। गोंडवाना गोंड महासभा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कोर्राम ने कई आंदोलन किए हैं। आरक्षण के मुद्दे पर ही आदिवासी कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष गौतम कुंजाम ने कांग्रेस छोड़कर सर्व आदिवासी समाज का पक्ष लिया है।


इन्होंने लिया नाम वापस

नागेष कुमार माहला, रेवतीरमन गोटा, प्रमेष कुमार टेकाम, देवप्रसाद जुर्री, बलराम तेता, दुर्योधन दर्रो, जीवन राम ठाकुर, लक्ष्मीकांत गावड़े, रोहित कुमार नेताम, गौतम कुंजाम, सेवालाल चिराम, आयनुराम धु्रव, अर्जुन सिंह, महत्तम कुमार दुग्गा। बता दें कि सर्व आदिवासी समाज की ओर से 55 आवेदन लिए गए थे। इनमें 32 ने नामांकन जमा किया। इनमें से भी 15 के नाम स्क्रूटनी में छंट गए। आज 14 ने अपना नाम वापस ले लिया है।

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