CG Assembly Winter Session: स्मार्ट सिटी के कामों में गड़बड़ी: बीजेपी के पूर्व मंत्रियों ने घेरा डिप्टी सीएम साव को, मंत्री ने की जांच की घेाषणा तो मूणत ने पूछा...
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CG Assembly Winter Session: रायपुर। राजधानी के बूढ़तालाब के के सौंदर्यीकरण का मामला आज विधानसभा में उठा। इस मामले में बीजेपी के ही दो वरिष्ठ विधायकों ने डिप्टी सीएम अरुण साव को घेरने का प्रयास किया। गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अजय चंद्राकर ने वहां हुए कामों का भौतिक सत्यापन और जांच कराने की मांग की। वहीं, राजेश मूणत ने इमसें करोड़ों रुपये की गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। डिप्टी सीएम साव ने पूरे मामले का परीक्षण कराने का आश्वासन सदन में दिया है।
चंद्राकर ने प्रश्न किया था कि स्मार्ट सिटी परियोजना रायपुर अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 से 2024-25 तक कौन-कौन से कार्य के लिये, किन-किन मदों से, कितनी-कितनी राशि स्वीकृत हुई? इनमें से कितने कार्य पूर्ण/अपूर्ण व निरस्त हुये तथा वर्तमान में इनकी वित्तीय एवं भौतिक स्थिति क्या है? चंद्राकर ने यह भी प्रश्न किया था कि परियोजना अंतर्गत 24*7 जल एवं बिजली आपूर्ति प्रदाय करने हेतु कार्ययोजना में शामिल किया गया है?
मंत्री ने बताया कि 230 काम स्वीकृत किए गए जिनमें से 204 कार्य पूर्ण है, 18 कार्य प्रगतिरत है, 05 कार्य निरस्त और 03 कार्य फोर क्लोज हुए हैं। चंद्राकर के प्रश्नों का उत्तर देते हुए मंत्री साव ने बताया कि बूढ़तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए कुल 30 काम स्वीकृत किए गए थे इसमें से 29 काम पूरे हो गए हैं। चंद्राकर ने विभाग की तरफ से दिए गए उत्तर में चार कामों को शतप्रतिश पूर्ण बताने के साथ ही प्रतिरत बताए जाने पर भी सवाल किया। रायपुर में चौबीस घंटे पेयजल आपूर्ति के प्रश्न पर मंत्री ने बताया कि इस योजना का 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
वहीं, राजेश मूणत ने कहा कि वहां करोड़ों रुपये का काम हुआ है जिसमें गड़बड़ी भी हुई है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए सुनील सोनी ने कहा कि अनियमित्ताओं का भंडार हमारी सरकार को विरासत में मिला है। उन्होंने बताया कि इस मामले में केंद्र सरकार की जांच चल रही है। पूर्व सरकार ने पूरा पैसा स्मार्ट सिटी का केवल लूटने का काम किया है। केंद्र के मापदंड के अनुरुप एक भी काम नहीं किया। जांच होना चाहिए। इस पर मंत्री ने जांच का आश्वासन दिया है।