BJP MLA Yogeshwar Raju Sinha Biography in Hindi: भाजपा विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा का जीवन परिचय...
Yogeshwar Raju Sinha Biography: योगेश्वर राजू सिन्हा भाजपा की टिकट पर महासमुंद जिले की महासमुंद विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए है। उन्होंने कांग्रेस की प्रत्याशी रश्मि चंद्रकार को 16152 मतों के अंतर से हराया है। भाजपा ने यहां पिछले तीन चुनाव से जीत हासिल नहीं की थी। योगेश्वर राजू सिंह ने यह सीट जीत कर भाजपा की झोली में डाल दी है।
BJP MLA Yogeshwar Raju Sinha Biography in Hindi: महासमुंद के निर्वाचित विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा 43 वर्ष के हैं। उनके पिता का नाम नंदू राम सिन्हा है। योगेश्वर सिन्हा वार्ड क्रमांक 26 क्लब वार्ड सिन्हा निवास महासमुंद जिला महासमुंद के रहने वाले है। उनका फोन नंबर 9425204376 है।
योगेश्वर का विवाह प्रिया सिन्हा के साथ हुआ है। उनके एक पुत्री इशिका व एक पुत्र तनिष्क है। योगेश्वर को किरायेदारी एवं कृषि से आय होती है। वही उनकी पत्नी को कृषि के अलावा वित्तीय सलाहकार के कार्य से आय प्राप्त होती है।
योगेश्वर भाजपा में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं। योगेश्वर राजू सिन्हा ग्रेजुएट हैं। उन्होंने हायर सेकेंडरी परीक्षा माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल से वर्ष 2000 में उत्तीर्ण की है। बैचलर ऑफ़ आर्ट्स की उपाधि सीवी रमन मुक्त विश्वविद्यालय कोटा बिलासपुर से 2017 में प्राप्त की है। वर्तमान में वे भाजपा जिला उपाध्यक्ष के पद पर हैं और क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय हैं।
महासमुंद विधानसभा सीट में 164151 मतदाताओं ने अपनी मताधिकार का प्रयोग किया। भाजपा के प्रत्याशी योगेश्वर राजू सिन्हा को 84594 वोट मिले। जबकि कांग्रेस की प्रत्याशी रश्मि चंद्राकर को 68442 वोट मिले। तीसरा स्थान छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अशवंत तुषार साहू का रहा। उन्हें 1735 वोट मिले। नोटा को 391 वोट मिले। यहां उम्मीदवारों की कुल संख्या 20 थी।
कांग्रेस ने अपने सिटिंग विधायक विनोद चंद्राकर की टिकट काट कर अपनी जिला अध्यक्ष रश्मि चंद्राकर को टिकट दी थी। चेहरा बदलने के बाद कांग्रेस जीत के प्रति आश्वस्त थी। यह ओवर कॉन्फिडेंस कांग्रेस को भारी पड़ा। साहू समाज के एकतरफा मत भाजपा को पड़ा। वही सिटिंग विधायक के टिकट कटने से नाराज उनके समर्थकों ने काम नहीं किया। आजादी के बाद से महासमुंद विधानसभा सीट पुरुष प्रधान रहा है। दोनों राष्ट्रीय दलों ने 2023 से पहले कभी भी किसी महिला प्रत्याशी को आसान नहीं दिया था। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने रश्मि चंद्राकर को टिकट दिया पर चुनावी समर में उन्हें अकेला छोड़ दिया। जिसकी वजह से 16 हजार से अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा। भितरघात की बात खुद कांग्रेस प्रत्याशी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में मानी।