BJP MLA Vishnu Dev Sai Kunkuri Biography in Hindi: भाजपा विधायक विष्णुदेव साय का जीवन परिचय...
MLA Vishnudev Sai Biography:– विष्णु देव साय ने जशपुर जिले की कुनकुरी विधानसभा सीट से चुनाव जीता है। उन्होंने कांग्रेस के सिटिंग विधायक यूडी मिंज को 25 हजार से अधिक वोटो से चुनाव हराया है। वे दो बार प्रदेश अध्यक्ष, तीन बार लोकसभा सांसद और एक बार केंद्रीय राज्यमंत्री रह चुके है।
BJP MLA Vishnudev sai Biography in Hindi : छत्तीसगढ़ के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले की कुनकुरी विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव जीता है। उन्होंने कांग्रेस के सिटिंग विधायक व संसदीय सचिव यूडी मिंज को चुनाव हराया है। 59 वर्षीय विष्णुदेव साय के पिता का नाम रामप्रसाद साय है। वे ग्राम बगिया पोस्ट बंदरचुआ तहसील कांसाबेल जिला जशपुर के रहने वाले है।
विष्णुदेव साय का जन्म 21 फरवरी 1964 को जशपुर जिले के कांसाबेल तहसील के ग्राम बगिया में हुआ था। विष्णुदेव साय के पिता स्वर्गीय राम प्रसाद साय और माता जसमनी देवी हैं। साय 27 मई 1991 में कौशल्या साय के साथ विवाह सूत्र में बंधे। इनके एक पुत्र और दो बेटियां है। साय की शिक्षा हायर सेकेंडरी तक लोयोला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुनकुरी में सम्पन्न हुई। विष्णुदेव साय का मोबाइल नंबर 9425251933 है। उन्होंने लोयोला हायर सेकेंडरी स्कूल कुनकुरी,माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश से सन 1981 में 11 वी उत्तीर्ण की है। उनका विवाह कौशल्या साव के साथ हुआ है। विष्णुदेव साय कृषक है। इसके अलावा उन्हें किराया व सांसद व विधायक रहने के दौरान का पेंशन मिलता है।
1990 में पहली बार चुने गए थे विधायक
विष्णुदेव साय का 1989 में ग्राम पंचायत बगिया के पंच चुने जाने के बाद राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई। 1990 में ग्राम पंचायत बगिया के निर्विरोध सरपंच बने, 1990 से 98 तक सदस्य मध्यप्रदेश विधानसभा तपकरा से विधायक चुने गए, 1999 में 13वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुने गए, 2004 में 14वीं लोकसभा में फिर से रायगढ़ संसदीय सीट से सांसद चुने गए, 2006 में प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी चुने गए, 2009 में 15वीं लोकसभा के लिए रायगढ़ संसदीय सीट से लोकसभा के सांसद चुने गए, 2011 में भारतीय जनता पार्टी के फिर से प्रदेश अध्यक्ष चुने गए। 2014 में 16वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में रायगढ़ संसदीय सीट से लोकसभा के सांसद चुने गए। 27 मई 2014 से 2019 तक केंद्रीय राज्य मंत्री इस्पात, खान, श्रम व रोजगार मंत्रालय रहे। 2020 से 2022 तक भारतीय जनता पार्टी के फिर से प्रदेश अध्यक्ष चुने गए। 2 दिसंबर 2022 को भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारणी में विशेष आमंत्रित सदस्य चुने गए। 8 जुलाई 2023 को राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य नामित किए गए और 3 दिसंबर को घोषित हुए विधानसभा चुनाव में कुनकुरी सीट से विधायक चुने गए। 10 दिसंबर 2023 को छत्तीसगढ़ के विधायक दल ने उन्हें अपना नेता चुना और प्रदेश के अगले और प्रदेश के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए।
दादा और दोनों बड़े पिताजी रह चुके हैं विधायक
विष्णुदेव साय कृषक परिवार से हैं। जनसंघ के समय उनके बड़े पिता जी स्वर्गीय नरहरि प्रसाद साय सन 1962 से 1967 तक विधायक विधानसभा क्षेत्र लैलूंगा और सन 1972 से 1977 तक सांसद लोकसभा के सांसद और जनता दल सरकार में केंद्रीय संचार राज्य मंत्री भारत सरकार रहे। बड़े पिताजी स्वर्गीय केदार नाथ साय जनसंघ के समय सन 1967 से 1972 तक विधायक विधानसभा क्षेत्र तपकरा का प्रतिनिधित्व उन्होंने किया और दादाजी सरदार स्वर्गीय बुधनाथ साय 1947 से 1952 तक क्षेत्र से विधायक मनोनीत हुए थे।
ऐसे बदला विधानसभा चुनाव में कुनकुरी का माहौल
विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले की कुनकुरी विधानसभा से चुनाव लड़ा था। उनके खिलाफ कांग्रेस के प्रत्याशी यूडी मिंज ने चुनाव लड़ा था। यूडी मिंज संसदीय सचिव थे। उन्होंने जशपुर के प्रसिद्ध सोगड़ा आश्रम की खिलाफत करते हुए बयान जारी किया था। सोगड़ा आश्रम की बड़ी मान्यता है। यही वजह है कि लोग उनके खिलाफ हो गए थे। इस विधानसभा क्षेत्र में सड़को की स्थिति जर्जर है, इसका भी नुकसान उठाना पड़ा। चुनाव से पहले भाजपा की महिला कार्यकर्ता को भाजपा का प्रचार करने पर धमकाने के मामले में यूडी मिंज और उनके समर्थकों के ऊपर अपराध दर्ज हुआ। जिससे उनकी छवि खराब हुई और इसका भी नुकसान उन्हें उठाना पड़ा। इस विधानसभा में सरकार के खिलाफ सरकारी कर्मचारियों ने जमकर वोटिंग की। कुनकुरी विधायक द्वारा अपने क्षेत्र के अलावा जिला मुख्यालय में भी काफी ज्यादा दखल देना उन्हें भारी पड़ा। कार्यकर्ताओं की जिस टीम के साथ उन्होंने काम किया उनकी हरकतों की वजह से कुनकुरी में गुंडाराज जैसी बातें उठने लगी थी। दुलदुला में डॉक्टर से मारपीट, अघोर आश्रम को लेकर विवादास्पद बयान, समर्थकों द्वारा दुलदुला में धार्मिक आयोजन की बैठक में बाधा पहुंचाना और आचार संहिता के दौरान खुद भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता को धमकाने के मामले में वोटरों का मूड पूरी तरह से बदल गया था।
विष्णु देव साय ने यहां शिक्षा सड़क व स्वास्थ्य जैसी बुनियादी से सुविधाओं की बढ़ोतरी में प्राथमिकता का वादा कर चुनाव लड़ा था। विष्णु देव साय बड़े कद के नेता है। तीन बार सांसद रहें, केंद्रीय मंत्री रहें और पार्टी के दो बार प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। वोटरों को अपने विधानसभा से राज्य मंत्रिमंडल में पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिलने का भरोसा जगा और उन्होंने साय के लिए जमकर वोटिंग की।
कुनकुरी विधानसभा में कुल 158455 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिसमें से विष्णुदेव साय को 87604 (54.9) वोट मिले। जबकि यूडी मिंज को 62063 वोट(40% से भी कम) वोट मिले। उन्हें 25541 वोटो से चुनाव हारना पड़ा। तीसरा स्थान आप पार्टी के लियोस मिंज को मिला। उन्हें 1945 वोट मिले। नोटा को 2531 वोट मिले। कुल उम्मीदवार यहां 11 थे।
15 रुपए किराये की झोपड़ी में रहकर की स्कूल की पढ़ाई
कुनकुरी निवासी सुरेश गुप्ता ने बताया कि वे कुनकुरी के लोएला हायर सेकेण्डरी स्कूल में मुख्यमंत्री साय के साथ पढ़ते थे। मुख्यमंत्री शुरू से ही मेधावी छात्र थे। उन्होंने गणित विषय लेकर हायर सेकेण्डरी परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बचपन से ही सरल और मृदु स्वभाव के थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनकी यह सहजता और सरलता आज भी दिखी। गुप्ता ने बताया कि हम साथ-साथ पढ़ाई करते थे और साथ खेलते थे।
पंडित जी ने विष्णुदेव साय को दिया था CM बनने का आशीर्वाद
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का व्यक्तित्व बहुत ही सहज-सरल है। लोगों के सुख-दुख में शामिल होना और उनकी हर संभव मदद करना उनके स्वभाव में है। सबसे खास बात यह है कि वे बहुत धार्मिक प्रवृत्ति के हैं। हाल ही में मेरे घर पर सत्यनारायण व्रत कथा का आयोजन था। इस कथा में जब मैंने विष्णु देव साय को आमंत्रित किया तो उन्होंने सहज ही आने के लिए सहमति दी। हालांकि चुनाव प्रचार के व्यस्त कार्यक्रम में उनका आना बहुत मुश्किल था। फिर भी वह हमारे घर आए और सत्यनारायण भगवान का आशीर्वाद लिया।
यह बात सुरेश साय ने कही। वे मुख्यमंत्री के गांव बंदरचुआ से अपने बहुत से साथियों को लेकर मुख्यमंत्री को बधाई देने पहुना पहुंचे थे। साय ने बताया कि पूजा के पश्चात पंडित जी ने साय को विधायक के रूप में विजय का आशीर्वाद दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात आप मुख्यमंत्री बनकर भी प्रदेश की सेवा करें। जिस दिन विष्णु देव साय को छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री बनाए जाने की खबर मुझे मिली तो मुझे लगा कि कितना सुंदर संयोग हमारे घर में हुआ जो आशीर्वाद के रूप में फलीभूत हो गया ।
निजी जीवन
पूरा नाम: विष्णुदेव साय
जन्म तिथि: 21 फरवरी 1964
उम्र: 59
जन्म स्थान: बगिया, जिला: जशपुर (छत्तीसगढ़)
शिक्षा: 10 वीं पास (लोयोला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुनकुरी, जिला: जशपुर)
व्यवसाय: कृषि
रुचि: बैडमिंटन, फुटबॉल, किताबें पढ़ना, आदिवासियों का उत्थान और उनके विकास के लिए काम करना, गरीबों की सेवा करना।
पिता का नाम: राम प्रसाद साय
माता का नाम: श्रीमती जशमनी देवी
वैवाहिक स्थिति: विवाहित
जीवनसाथी का नाम: श्रीमती कौशल्या देवी
पुत्र: एक
पुत्री: दो
राजनीतिक जीवन
1989: पंच, ग्राम बगिया, बंदरचुआं, कांसाबेल1990: सरपंच, ग्राम पंचायत, बगिया निर्विरोध)
1990-1998: सदस्य, मध्यप्रदेश विधानसभा, तपकरा
1999: 13 वीं लोकसभा के सदस्य, रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र
2006: प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा, छत्तीसगढ़
2009: 15 वीं लोकसभा सदस्य, रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र
2014: 16 वीं लोकसभा, लोकसभा क्षेत्र रायगढ़
27 मई 2014 से 2019: केंद्रीय राज्यमंत्री, इस्पात खान, श्रम, रोजगार मंत्रालय
2 दिसंबर 2022: विशेष आमंत्रित सदस्य, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य, भाजपा
8 जुलाई 2023: राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य, भाजपा