BJP MLA Renuka Singh Biography in Hindi : भाजपा विधायक रेणुका सिंह का जीवन परिचय...
MLA Renuka Singh Biography:– रेणुका सिंह ने विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 भरतपुर– सोनहत से कांग्रेस के प्रत्याशी व सिटिंग विधायक गुलाब कमरो को 4749 वोटो से चुनाव हराया है। वह वर्तमान में सरगुजा लोकसभा से सांसद थी। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है जिसके चलते उनके राज्य सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की सक्रियता के चलते रेणुका सिंह त्रिकोणी मुकाबले में जीती है। सरगुजा संभाग में सभी 14 की 14 सीटें भाजपा जीती है। जिसका फायदा रेणुका सिंह को मिलेगा और उन्हें बड़ा पोर्टफोलिया भी दिया जा सकता है। चर्चाओं के मुताबिक उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
BJP MAL Renuka Singh Biography in Hindi : रेणुका सिंह को भाजपा ने मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले की भरतपुर–सोनहत सीट से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी व सिटिंग विधायक गुलाब कमरों को चुनाव हराया है। यह सीट अनुसूचित जाति जनजाति के लिए रिजर्व सीट है। रेणुका सिंह के पिता का नाम फूल सिंह है। उनका जन्म 5 जनवरी 1964 को अविभाजित कोरिया जिले के ग्राम पोड़ी बचरा में हुआ था। उनका विवाह नरेंद्र सिंह से हुआ है उनके दो पुत्र व दो पुत्रियां हैं। उन्होंने स्नातक तक की शिक्षा ग्रहण की है, और उनका व्यवसाय कृषि है।
रेणुका सिंह सदस्य जनपद पंचायत रामानुजनगर रही हैं। इसके अलावा मंडल अध्यक्ष रामानुजनगर जिला सरगुजा भी रही हैं। वह प्रदेश मंत्री महिला मोर्चा छत्तीसगढ़ रही हैं। वे 2003 में पहली बार प्रेमनगर विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई थी। फिर उन्होंने 2008 में उन्होंने कांग्रेस के नरेश कुमार राजवाड़े को हराया और दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुई। इसके बाद रमन सरकार में उन्हें महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ शासन का राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया। उन्हें उपाध्यक्ष उत्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की भी जवाबदारी सौंपी गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने सरगुजा लोकसभा से भाजपा की टिकट पर लड़कर जीत हासिल की है। वर्तमान में वे मोदी मंत्रिमंडल में अनुसूचित जनजाति विकास राज्यमंत्री है।
भरतपुर– सोनहत विधानसभा का आधा हिस्सा कोरिया जिले में और आधा एमसीबी जिले में आता है। वर्तमान विधायक गुलाब कमरों अपने क्षेत्र से ज्यादा दखल मनेद्रगढ़ में रखते थे इसलिए ग्रामीणों में उनसे नाराजगी थी। भरतपुर सोनहत विधानसभा का काफी एरिया ट्राईबल बेल्ट में आता है। यहां भाजपा कांग्रेस और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी में त्रिकोणीय मुकाबला था। यहां कांग्रेस की सिटिंग विधायक गुलाब कमरों की हार के कई कारण रहें है। भाजपा प्रत्याशी रेणुका सिंह खुद को कोरिया की बेटी और मायका बता वोट मांगती थी। कोरिया जिले के बंटवारे का असर भी यहां देखने को मिला था। नए जिले मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में भरतपुर का नाम तो शामिल हुआ पर नए जिले से कोई खास सुविधा नहीं मिली। नए जिले में होने के बावजूद भरतपुर सोनहत विधानसभा में कोई कार्यालय नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों ने सीएम के दौरे से पहले चक्का जाम भी किया था। यहां कोई विशेष सुविधा नहीं मिलने के कारण ग्रामीण नाराज थे। भाजपा ने यहां जनकपुर तक रेलवे लाइन के विस्तार की गारंटी देकर वोटरों को रिझाया।
कांग्रेस विधायक के रहने के दौरान भूमि पूजन के बाद कई निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाए थे। अवैध खनन और परिवहन रोकने में कांग्रेस पूरी तरह नाकाम रही थी। अवैध खनन परिवहन के विरोध में जनकपुर की महिलाएं सबसे ज्यादा सक्रिय रही थी। इसका लाभ भाजपा को मिला है। साथ ही केंद्रीय मंत्री को चुनाव में उतारने से ग्रामीणों की अपेक्षाएं बढ़ी। पर्याप्त समय मिल जाने के चलते रेणुका सिंह भी क्षेत्र के कोने कोने में पहुंची। जबकि विधायक गुलाब कमरों चुनाव जीतने के बाद ग्रामीणों के आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल नहीं होते थे जिसका उन्हें नुकसान उठाना पड़ा।
रेणुका सिंह को यहां कांग्रेस और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से संघर्ष करना पड़ा। यहां कुल 147006 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भाजपा की रेणुका सिंह को 54935 वोट मिले। जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी गुलाब कमरो को 50186 वोट मिले। रेणुका सिंह ने 4749 वोटो के अंतर से चुनाव जीता। तीसरा स्थान गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के श्याम सिंह मरकाम को मिला। उन्हें 33840 वोट मिले। भरतपुर सोनहत विधानसभा से कुल 9 उम्मीदवार खड़े थे। नोटा को 2544 वोट मिले हैं।