BJP MLA Laxmi Rajwade Biography in Hindi: विधायक लक्ष्मी राजवाड़े का जीवन परिचय...
MLA Laxmi Rajwade Biography:– लक्ष्मी राजवाड़े भाजपा की टिकट पर पहली बार विधायक निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने भटगांव विधानसभा से चुनाव लड़कर सिटिंग एमएलए और दो बार से कांग्रेस विधायक रहे पारसनाथ राजवाड़े को 43962 मतों के भारी अंतर से चुनाव हराया हैं। लक्ष्मी राजवाड़े जिला पंचायत सदस्य हैं और भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हैं।
BJP MLA Laxmi Rajwade Biography in Hindi: लक्ष्मी राजवाड़े भटगांव विधानसभा से पहली बार विधायक निर्वाचित हुई है। उन्होंने कांग्रेस के पारस राजवाड़ों को 43858 वोटों से चुनाव हराया है। लक्ष्मी राजवाड़े मात्र 31 वर्ष की उम्र में विधायक निर्वाचित हुई हैं।
राजवाड़े मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की कैबिनेट में सबसे कम उम्र की मंत्री हैं। उन्हें महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण विभाग की कमान सौंपी गई है।
31 वर्षीय लक्ष्मी राजवाड़े के पति का नाम ठाकुर राम राजवाड़े है। वे ग्राम बीरपुर पोस्ट सिलफिली तहसील लटोरी जिला सूरजपुर की रहने वाली है। उनका मोबाइल नंबर.93404419661 व 9479239512 हैं। उन्होंने हायर सेकेंडरी परीक्षा 2014 शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सूरजपुर छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल से उत्तीर्ण की है। उनके पुत्र हिमांशु राजवाड़े और नरेंद्र राजवाड़े है। लक्ष्मी राजवाड़े के नाम दो पोल्ट्री फार्म है। इसके अलावा फिक्स चिमनी ईंट उद्योग हैं। उनके पति का व्यवसाय कृषि हैं। लक्ष्मी राजवाड़े के पति ठाकुर राम राजवाड़े पंचायत सचिव के पद पर नौकरी करते थे। सितंबर 2023 तक उन्हें 32 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन प्राप्त होता था। जिससे उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
लक्ष्मी राजवाड़े को भटगांव से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था। लक्ष्मी सूरजपुर जिला पंचायत की सदस्य हैं और महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हैं। क्षेत्र में तेजतर्रार नेत्री के रुप में इनकी पहचान है। 2003 में इस सीट से कांग्रेस के हरिदास भारद्वाज ने चुनाव जीत था। 2008 में भाजपा के रविशंकर त्रिपाठी ने जीत दर्ज की थी। उनकी असमय निधन के बाद उनकी पत्नी रजनी त्रिपाठी उपचुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची। 2013 में कांग्रेस के पारनाथ राजवाड़े ने उन्हें हरा दिया। 2018 में पारनाथ दूसरी बार इस सीट को जीतने में सफल रहे। इस बार दस साल के विधायक को लक्ष्मी राजवाड़े ने हरा दिया।
भटगांव विधानसभा में कुल 184 917 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यहां 17 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। लक्ष्मी राजवाड़े को 105162 वोट मिले। कांग्रेस के पारस राजवाड़े को 61200 वोट मिले लक्ष्मी राजवाड़े ने 43962 वोटो से जीत हासिल की। तीसरा स्थान बहुजन समाज पार्टी के नरेंद्र साहू का रहा उन्होंने 11441 वोट प्राप्त किए।
2023 में जीत का कारण:–
लक्ष्मी राजवाड़े के नए चेहरा होने के कारण लोगों में झुकाव रहा। ढाई महीना पहले टिकट फाइनल होने से प्रचार के लिए पर्याप्त समय मिला और हर क्षेत्र में पहुंची। राजवार मतदाताओं में सेंध लगाने में सफल रही। सरगुजा संभाग के टीएस सिंहदेव को सीएम न बनाने के चलते लोगों में कांग्रेस के प्रति नाराजगी थी।
भाजपा ने यहां विकास को मुद्दा बनाया। 10 साल से कांग्रेस विधायक ने यहां कोई बड़ा काम नहीं किया अंदरूनी इलाकों में इसका तेजी से असर दिखा। पारसनाथ राजवाड़े 10 साल से विधायक थे,इसलिए एंटी इनकंबेंसी थी। कई कार्यकर्ता नाराज थे। यहां टिकट के कांग्रेस में कई दावेदार थे टिकट न मिलने से उनके समर्थकों ने साथ छोड़ा जिससे कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा। भाजपा ने यहां जातिगत समीकरण को साधा। निर्दलीय प्रत्याशी अरविंद सिंह के चुनाव लड़ने से कांग्रेस के परंपरागत वोट का ध्रुवीकरण हुआ।