Biranpur Murder Case: बिरनपुर की सीबीआई जांच पर गरमाई राजनीति: बीजेपी ने पूछा क्यों हो रही है घबराहट, कांग्रेसी बोले दम है तो...
Biranpur Murder Case: बिरनपुर (साजा) में अप्रैल 2023 में हुए भुवनेश्वर साहू हत्याकांड की सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। जांच के लिए सीबीआई की टीम के छत्तीसगढ़ पहुंचने के साथ ही इस पर बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेसी और भाजपाई एक दूसरे का दम देख रहे हैं।
Biranpur Murder Case: रायपुर। लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया के बीच सीबीआई ने बिरनपुर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के नेता आमने-सामने आ गए हैं। दोनों तरफ से बयानबाजी हो रही है। बीजेपी के नेता पूछ रहे हैं कि बिरनपुर और पीएससी घोटाला की सीबीआई जांच से कांग्रेसी घबरा क्यों रहे हैं। वहीं, कांग्रेसी पलटवार करते हुए कह रहे हैं कि बीजेपी में दम है तो झीरमकांड की सीबीआई से जांच कराए।
बिरनपुर को लेकर हो रही इस बयानबाजी को राजनीतिक विश्लेषक चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। गौर करने वाली बात यह है कि विधानसभा चुनाव के दौरान बिरनपुर का मामला बड़ा मुद्दा बन गया था। इसकी वजह से कांग्रेस के दिग्गज नेता रविंद्र चौबे को हार का सामना करना पड़ा। बिरनपुर दुर्ग संसदीय क्षेत्र में आता है, जहां तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होना है। ऐसे में इस मामले की सीबीआई जांच शुरू होने से मुद्दा फिर गरमा गया है।
भाजपा सरकार में साहस हो तो झीरम की भी सीबीआई जांच कराए: कांग्रेस
बिरनपुर और पीएससी मामले की सीबीआई जांच पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा को अपने पुलिस पर भरोसा नहीं है या अपने शासन प्रणाली पर भरोसा नहीं है जो सीबीआई जांच करवा रहे है। क्या पुलिस इस मामले की जांच करने में सक्षम नहीं है या साय सरकार का शासन तंत्र कमजोर है। शुक्ला ने कहा कि जब सीबीआई जांच कराने की बात हो ही रही है। भाजपा में साहस हो तो वह झीरम मामले की सीबीआई जांच करवाये। एनआईए झीरम मामले पर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची। भूपेश सरकार के द्वारा गठित एसआईटी को जांच नहीं करने दिया गया, न्यायिक जांच भी अधूरी है। ऐसे में झीरम मामले की भी सीबीआई जांच होनी चाहिये।
भाजपा की खुली चुनौती-पहले भूपेश अपने जेब से झीरम का सबूत निकलें तो सीबीआई जांच हो जाएगी
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने पलटवार करते हुए कहा कि बिरनपुर में साहू समाज के बेटे भुवनेश्वर साहू की निर्मम हत्या की सीबीआई जांच पर कांग्रेस स्वागत करने के बजाए इसकी निंदा करने और तर्क कुर्तक करने पर उतर आई है, जो यह दर्शाता है कि कांग्रेस साहू समाज और पिछड़े-दलितों और आदिवासियों से किस कदर घृणा करती है। आज कांग्रेस बिरनपुर हत्याकांड और पीएससी घोटाले की सीबीआई जांच से घबराई और बौखलाई हुई है,क्योंकि पता है कि सीबीआई जांच होने से कांग्रेस का असली चेहरा जनता के सामने आ जाएगा। क्योंकि बिरनपुर कांड में कांग्रेस सरकार के दौरान जिस तरीके मामले को रफादफा करने की कोशिश की गई,उससे यह सबको पता है कि बिरनपुर कांड में कांग्रेस का तुष्टीकरण का स्वरूप स्पष्ट दिखता है,इसलिए बीरनपुर कांड के दोषियों को कांग्रेस की सरकार बचाने में लगी हुई थी।
गुप्ता ने कहा कि बिरनपुर में कांड में कांग्रेस की तुष्टीकरण की शह थी, जिससे साहू समाज के बेटे की हत्या कर दी गई। और दूसरी ओर पीएससी भर्ती घोटाले को अंजाम देकर कांग्रेस के नेताओं ने युवाओं के हक पर डाका डाला और आज कांग्रेस सत्ता खो चुकी है। भूपेश के कर्म के चलते ही कांग्रेस का सर्वनाश हो चुका है। इसलिए इनके नेता अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। ये यही कांग्रेसी है जो साहू समाज के गरीब का बेटे पीएम मोदी जी से इतनी नफरत है कि उनका सिर फोड़ने की बात करते हैं।