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Biography of Champai Soren in Hindi: चंपई सोरेन का जीवन परिचय हिंदी में

Biography of Champai Soren in Hindi:

Biography of Champai Soren in Hindi: चंपई सोरेन का जीवन परिचय हिंदी में
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By Sanjeet Kumar

Biography of Champai Soren in Hindi: एनपीजी न्‍यूज डेस्‍क

झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल के नेता चुने गए चंपई सोरेन का जन्‍म 11 नवंबर 1956 को हुआ है। सोरेन सरायकेला सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं। 2014 के चुनावों में वे भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार गनेश माहली को 1115 वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए। सोरेन इससे पहले भाजपा के अर्जुन मुंडा की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। मैट्रिक तक पढ़े हैं। चंपई सोरेन को झारखंड टाइगर के नाम से भी जाना जाता है वे झमुमो के संस्‍थापक शिबु सोरेन के साथ भी काम कर चुके हैं।

कौन हैं चंपई सोरेन? Champai Soren Biography in Hindi:

चंपई सोरेन झारखंड सरकार में मंत्री हैं. इससे पहले भी वो एक बार मंत्री रह चुके हैं. चंपई सोरेन सरायकेला से विधायक हैं. चंपई को झारखंड का टाइगर भी कहा जाता है. उनके पिता सेमल सोरेन खेती किसानी करते थे. चंपई ने भी खेती की है. चंपई हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन के सहयोगी रहे हैं. झारखंड के आंदोलन में चंपई ने शिबू सोरेन का साथ दिया था. हेमंत सोरेन सार्वजनिक मंचों पर भी चंपई सोरेन के पैर छूकर आशीर्वाद लेते हुए दिखे हैं और रिश्ते में उन्हें चाचा मानते हैं. कहा तो ये भी जाता है कि चाहे मामला सरकार का हो या पार्टी के अहम विषयों का...हेमंत सोरेन चंपई सोरेन से सलाह मशविरा जरूर करते हैं.

कब हुई चंपई सोरेन की सियासत में एंट्री?

चंपई सोरेन ने 1991 में पहली बार उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी. वो जीत इसलिए बड़ी थी क्यों कि चंपई ने कद्दावर सांसद कृष्णा मार्डी की पत्नी को हराया था. इसके बाद चंपई सोरेन ने 1995 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर जीत हासिल की. साल 2000 में बीजेपी के अनंतराम टुडू से चंपई चुनाव हार गए थे. लेकिन 2005 से लगातार चंपई सरायकेला से विधायक हैं. 2019 में उन्होंने बीजेपी के गणेश महाली को हराया था.

चंपई सोरेन की शिक्षा

सरायरकेला के जिलिंगगोड़ा में 1956 में सेमल सोरेन और माधव सोरेन घर चंपई सोरेन का जन्म हुआ था. अपने तीन भाइयों और एक बहन में ये सबसे बड़े हैं. अगर शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो चंपई मैट्रिक पास हैं. इनकी शादी मानको सोरेन से हुई है और इनके चार बेटे और तीन बेटियां हैं.

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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