Balodabazar: बलौदाबाजार हिंसा मामले में बीजेपी ने भी बनाई जांच कमेटी: 2 मंत्री सहित 5 सदस्य 7 दिन में पार्टी को देंगे रिपोर्ट, कांग्रेस नेताओं का दौरा आज
Balodabazar: बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में हुए बवाल पर सियासत तेज हो गई है। एक तरफ सरकार ने पूरे मामले की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। वहीं, कांग्रेस के बाद अब सत्तारुढ़ बीजेपी ने भी जांच कमेटी गठित कर दी है। इसकी वजह से मामला और गरमाने की आशंका बढ़ गई है।
Balodabazar: रायपुर। बलौदाबाजार में 10 जून को हुए बवाल की जांच के लिए प्रदेश में सत्तारुढ़ बीजेपी ने जांच कमेटी गठित की है। मंत्री दयाल दास बघेल को इस कमेटी का संयोजक बनाया गया है। वहीं, मंत्री टंकराम वर्मा के साथ भाटापारा के पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा और बीजेपी प्रदेश अजा मोर्चा के अध्यक्ष व आरंग के पूर्व विधायक नवीन मारकंडेय व धमतरी की पूर्व विधायक रंजना साहू को सदस्य बनाया गया है। यह कमेटी 7 दिनों में अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंपेगी।
इधर, पूर्व सीएम भूपेश बघेल सहित कांग्रेस के नेता रायपुर से बलौदाबाजार के लिए रवाना हो गए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के साथ अन्य वरिष्ठ नेता भी वहां गए हैं। कांग्रेस के नेतागण बलौदाबाजार में घटनास्थल का निरीक्षण के साथ वहां के नागरिकों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ चर्चा करेंगे। बताते चले कि कांग्रेस ने भी इस मामले की जांच के लिए अपनी कमेटी बनाई है।
हाईकोर्ट के पूर्व जज करेंगे जांच
राज्य शासन ने गिरौधपुरी धाम के ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा में जैतखांभ की क्षति ग्रस्त होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीश को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। सरकार ने छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीश सीबी बाजपेयी की एकल सदस्यीय टीम इस घटना की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। जांच के लिए 6 बिंदु तय किए गए हैं। आयोग 3 माह के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौपेंगी। बता दें कि 15 और 16 मई 2024 की रात्रि में बलौदाबाजार जिले के गिरौधपुरी धाम के ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा में जैतखांभ की क्षति ग्रस्त होने पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने दिवस बलौदाबाजार में न्यायिक जांच कराये जाने की घोषणा की थी।
उग्र भीड़ ने की आगजनी
अमर गुफा में हुई घटना की जांच की मांग को लेकर सतनामी समाज के लोगों ने 10 जून को प्रदर्शन का ऐलान किया था। प्रदर्शन के दौरान भीड़ उग्र हो गई और जमकर बवाल मचाया। पुलिस के अनुसार लाठी-डंडों और पेट्रोल बम से लैस हमलावरों ने पूरे कलेक्टोरेट परिसर और वहां खड़ी सरकारी और प्राइवेट गाड़ियों में आग लगा दिया। इस घटना सैकड़ों वाहनों के साथ ही कलेक्टोरेट भवन का बड़ा हिस्सा पूरी तरह जल गया है।
कांग्रेस नेताओं पर भीड़ को उकसाने का आरोप
इस घटना के बाद प्रदेश सरकार के मंत्री दयाल दास बघेल, टंक राम वर्मा और श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रेसवार्ता लेकर घटना के लिए कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता जिनमें वर्तमान और पूर्व विधायों के साथ ही पूर्व मंत्री भी शामिल थे, सभी ने भीड़ को उकसाया जिसकी वजह से इतनी बड़ी घटना हो गई।