Arvind Kejriwal: केजरीवाल प्रकरण में कांग्रेस में मतभेद: वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने पूछा यह कैसी नैतिकता है ? अभी तक चिपके हुए हैं कुर्सी से?
Arvind Kejriwal: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के मामले में कांग्रेस में मतभेद है। कांग्रेस पार्टी केजरीवाल के साथ खड़ी है, लेकिन पार्टी के कुछ नेता केजरीवाल पर सवाल उठा रहे हैं।
Arvind Kejriwal: एनपीजी न्यूज डेस्क
दिल्ली में हुए कथित शराब घोटला में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इंडिया गठबंधन में शामिल लगभग सभी राजनीतिक दलों का साथ मिल रहा है। कांग्रेस ने भी सार्वजनिक रुप से उन्हें समर्थन लिया है। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका वाड्रा ने भी केजरीवाल के समर्थन में सोशल मीडिया में पोस्ट किया है। लेकिन पार्टी के सभी नेता इससे सहमत नहीं हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में शामिल संजय निरुपम ने केजरीवाल प्रकरण को लेकर सोशल मीडिया में एक लंबा पोस्ट किया है।
निरुम ने लिखा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने जीवन के सबसे बड़े संकट से गुजर रहे हैं।इंसानियत के नाते उनके प्रति सहानुभूति है। कांग्रेस पार्टी ने भी उन्हें सार्वजनिक रूप से समर्थन दिया है। लेकिन वे भारतीय राजनीति में नैतिकता की जो नई परिभाषा लिख रहे हैं,उसने मुझे यह पोस्ट लिखने के लिए मजबूर कर दिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने लिखा है कि एक समय था जब एक हवाला कारोबारी जैन की कथित डायरी में अडवाणी जी,माधवराव सिंधिया और कमलनाथ जैसे नेताओं के नाम आए थे और उनपर रिश्वत लेने के आरोप लगे,तब उन्होंने नैतिकता का तक़ाज़ा देकर तत्काल अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। लाल बहादुर शास्त्री ने एक ट्रेन दुर्घटना पर इस्तीफ़ा दे दिया था।
अभी हाल में जब वे इंडिया अगेंस्ट करप्शन का तमाशा पूरे देश को दिखा रहे थे तब UPA सरकार के मंत्रियों ने भ्रष्टाचार के छिछले आरोपों पर भी अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। कुछ महीने पहले की बात है,झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरफ़्तारी से पहले पद छोड़कर एक नैतिक आचरण पेश किया था। हज़ारों साल पीछे जाएं तो अपने पिता के वचन के लिए राम ने राजपाट त्याग दिया था।जिसके लिए राजपाट छीना गया था,वह कभी भी राजा रामचंद्र के सिंहासन पर नहीं बैठा।बल्कि खड़ाऊँ रखकर तब तक राज चलाया जब तक उनके बड़े भाई राम लौटे नहीं। भारत की ऐसी समृद्ध परंपरा रही है।
दिल्ली के शराब घोटाले की सच्चाई क्या है,इसका फ़ैसला अदालत को करना है। पर एक मुख्यमंत्री पर इस घोटाले में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है।उनकी गिरफ़्तारी हुई है।वे कस्टडी में है और मुख्यमंत्री के पद से अभी तक चिपके हुए हैं? यह कैसी नैतिकता है ?उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफ़ा देना चाहिए। भारत की राजनीति में महज़ 11 साल पुरानी पार्टी राजनीति के पूरी तरह अनैतिक हो जाने की एक मिसाल पेश कर रही है। हम अपने-अपने राजनीतिक कुनबे के हिसाब से पूरी घटना पर स्टैंड ले रहे हैं,पर ख़तरा यह है कि केजरीवाल जी की अपनी कुरसी से चिपके रहने की ज़िद आगे जाकर भारतीय राजनीति को और खोखली कर देगी। इस ख़तरे को राजनीति से ऊपर उठकर भाँपने की आवश्यकता है।
इधर, सीएम की पत्नी की प्रेस कांफ्रेंस: पढ़कर सुनाया मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने आज एक प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीएम केजरीवाल का संदेश पढ़कर सुनाया। इसमें केजरीवाल ने कहा है कि आपका भाई, आपका बेटा लोहे का बना है, बहुत मजबूत है...
बता दें कि कथित शराब घोटला में केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार की रात को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट के आदेश पर केजरीवाल अभी ईडी की रिमांड पर हैं। इस बीच उन्होंने एक वीडियो संदेश अपनी पत्नी को भेजा है।
सुनीता केजरीवाल ने सीएम का जो संदेश पढ़कर सुनाया उसमें सीएम केजरीवाल ने कहा है कि मेरे प्यारे देशवासियों, मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। मैं अंदर रहूं या बाहर हर पल देश की सेवा करता रहूंगा। मेरी जिंदगी का एक-एक पल देश के लिए समर्पित है, मेरी शरीर का एक-एक कतरा देश के लिए है। इस पृथ्वी पर मेरा जीवन ही संघर्ष के लिए हुआ है, इसीलिए ये गिरफ्तारी मुझे अचंभित नहीं करती। पिछले जन्म में जरूर मैंने बहुत पुण्य किए होंगे, जो मैं भारत जैसे महान देश में पैदा हुआ। हमें मिलकर भारत को फिर से महान बनाना है। देश के अंदर और बाहर ढेरों ऐसी शक्तियां हैं, जो भारत को कमजोर कर रही हैं।
दिल्ली की मेरी मां बहनें सोच रही होंगी कि केजरीवाल तो अंदर चला गया पता नहीं 1000 रूपए मिलेगा या नहीं। ऐसी सलाखें नहीं बनी जो आपके भाई और बेटे को सलाखों के अंदर रख सकें। मैं जल्द बाहर आऊंगा और अपना वादा पूरा करूंगा। क्या आज तक ऐसा हुआ कि केजरीवाल ने कोई वादा किया और वह पूरा नहीं हुआ। आपका भाई-बेटा लोहे का बना हुआ है। एक विनती है मंदिर जरूर जाना और भगवान से मेरे लिए आशीर्वाद मांगना।
केजरीवाल ने आप कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि लोक सेवा का काम नहीं रुकना चाहिए और इस वजह से बीजेपी वालों से नफरत मत करना, बीजेपी वाले भी हमारे भाई बहन हैं। मैं जल्दी लौट कर आऊंगा।
जानिए...हिरासत में कैसे कट रही है दिल्ली के मुख्यमंत्री की रातें, सोने के लिए एसी तो हैं लेकिन....
अपने आवास पर आराम और सुविधा पर करोड़ों रुपये खर्च करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में हैं। ईडी ने मंगलवार को रात करीब 9 बजे उन्हें गिरफ्तार किया था। इसके बाद बुधवार को कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया है। ईडी की हिरासत में केजरीवाल का आज दूसरा दिन है, जबकि वे दो रातें ईडी की रिमांड पर काट चुके हैं। अपने बंगले को चमकाने में करीब 45 करोड़ रुपये खर्च करके चर्चा में आए केजरीवाल दो दिनों से जमीन पर सो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार ईडी ने केजरीवाल को जहां रखा है वहां एसी लगा है, लेकिन सोने के लिए पलंग नहीं है। ईडी की तरफ से उन्हें ओछने और बिछाने के लिए बिस्तर और चादर ही मुहैया कराया जा रहा है। ऐसे में ईडी को जमीन पर ही बिस्तर लगाकर सोना पड़ रहा है। अभी दोनों रातें उन्होंने जमीन पर ही सोना पड़ा है और भी जितने भी दिन हिरासत में रहेंगे उनकी रातें ऐसे ही कटेंगी।
खाने का रखा जा रहा है विशेष ध्यान
कोर्ट का निर्देश है कि केजरीवाल के खाने (डाइट) का विशेष ध्यान रखा जाए, चूंकि केजरीवाल को शुगर है इस वजह से कोर्ट ने ईडी को निर्देश दिया है कि डॉक्टरों की सलाह के आधार पर उन्हें हाइट मुहैया कराई जाए या उन्हें घर का खाना दिया जाए। ईडी केजरीवाल के स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रख रही है। आज सुबह डॉक्टरों ने केजरीवाल के स्वास्थ्य की जांच की है। गिरफ्तारी के बाद भी उन्हें मेडिकल के लिए ले जाया गया था।