सीबीएसई की विशेष टीम के निरीक्षण में सभी मानक पूरे पाए गए, जिसके बाद मान्यता प्रदान की गई। अभी तक स्कूल आठवीं कक्षा तक संचालित हो रहा था। इस सत्र से यहां के छात्र-छात्राएं 9वीं में एडमिशन ले सकेंगे। स्कूल में पुलिसकर्मियों के अलावा आम नागरिकों के बच्चों को भी प्रवेश दिया जाता है।
डीजीपी डी.एम.अवस्थी ने बताया कि इस स्कूल की खास बात है कि यहां पुलिसकर्मी ही शिक्षक की भूमिका निभाते हैं। सभी योग्यताएं पूरी करने वाले पुलिसकर्मियों को ही यहां पदस्थ किया गया है। यहां पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी भी सिखाई जाती है। इसके अलावा खेलकूद और अन्य गतिविधियां भी लगातार संचालित होती रहती हैं।

स्कूल में कम्प्यूटर लैब, प्ले ग्राउंड, म्यूजिक क्लास जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। वर्तमान में स्कूल बिना किसी व्यवसायिक लाभ की अपेक्षा से संचालित किया जा रहा है। यही वजह है कि पुलिस पब्लिक स्कूल में फीस अन्य स्कूलों की अपेक्षा बहुत ही कम है। पिछले वर्ष स्कूल में 185 बच्चे अध्ययनरत थे।