NPG स्पेशल : जिस महुआ से बनाते थे शराब, उसी से बना दिया कोरोना से लड़ने वाला हैंड सैनिटाइजर…. हर्बल सेनेटाइजर बनाने वाला देश का पहला जिला बना जशपुर…सीएम ने भी की तारीफ…कलेक्टर नीलेश बोले…उन्नत क्वालिटी का है हर्बल सेनेटाइजर…
जशपुर 11 मई 2020।…अब से कुछ महीने पहले तक महुआ जान का दुश्मन कहलाता था…! कहीं इसकी खुशबू में मदमस्त गजराज इंसानी जान लेने पर उतारू होते ….तो कहीं महुए की शराब लोगों को मौत की राह पर ले आती।….लेकिन शराब के लिए बदनाम रहे महुआ कि इस कोरोना संकट ने पहचान बदल कर रख दी।…अब महुआ जान लेता नहीं…बल्कि जानलेवा कोरोना वायरस का खात्मा कर देता है।
महुआ से ऐसा करिश्माई सैनेटाइजर तैयार हो रहा है, जो ना सिर्फ किफायती और प्रभावी है…बल्कि शत-प्रतिशत सुरक्षित भी है।…सौभाग्य की बात ये है कि इस आविष्कार का श्रेय छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला को जाता है। यंग कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर की सोच ने महुआ को हर्बल सैनेटाइजर के रूप में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध कर दिया है। कोरोना संकट में मिली इस कामयाबी पर कलेक्टर नीलेश और उनकी टीम की हर जगह तारीफ हो रही है। खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर जशपुर जिला की तारीफ की है।
महज कुछ ही दिन में प्योर हर्बल सैनेटाइजर पूरे देश दुनिया में चर्चित हो गया है…अब इसकी डिमांड देश भर में हो रही है। कलेक्टर नीलेश बताते है कि कोरोना संकट की वजह से देश जब सेनेटाइजर की क्राइसस से गुजर रहा था…तो इस हर्बल सेनेटाइजर के लिए रिसर्च की शुरुआत उन्होंने करायी और फिर जिला प्रशासन और युवा सोच ने साथ मिलकर महुए को परिष्कृत कर हर्बल सेनेटाइजर का सफल प्रयोग किया।
अब जिला प्रशासन इस शानदार प्रयोग को देश भर में मशहूर बनाने की तैयारी कर रहा है। कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर के पहल पर इस हर्बल सेनेटाइजर बनाने की तकनीक को समर्थ ने विकसित किया है। जिला प्रशासन जशपुर की तरफ से अब इस तकनीक के द्वारा हर्बल सैनिटाइजर का निर्माण स्वसहायता समूह कर रहा है।
जिला प्रशासन ने इसके लिए वन विभाग से भी सहयोग लिया…ताकि महुआ के संग्रहण में आसानी हो सके। हालांकि पहले इसका निर्माण छोटे स्तर पर किया गया, लेकिन जैसे-जैसे महुआ से बने हर्बल सेनेटाइजर की चर्चा अलग-अलग हिस्सों में होने लगी है, उसके बाद अब इसके प्रोडेक्शन को बढ़ाने की भी तैयारी की जा रहीहै।
कुछ दिन पहले ही खुद कलेक्टर निलेश क्षीरसागर, एसपी शंकरलाल बघेल, डीएफओ कृष्ण जाधव सहित युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन व अन्य लोगों ने सैनिटाइजर को झारखंड राज्य की सीमा में ड्यूटी कर रहे सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों एवं कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ड्यूटी में तैनात पुलिस के जवानों को वितरित किया। जहां इस प्रयोग को खूब सराहना मिली।
जशपुर कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर व युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी खूब तारीफ की है। सीएम ने कलेक्टर, युवा वैज्ञानिक, महिला समूह की इस पहल को सराहा है…साथ ही लोगों से इस सेनेटाइजर के इस्तमाल की अपील की है
जरूरत के समय में- आवश्यक प्रयास
छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्वी कोने में स्थित दूरस्थ आँचल, आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले में वन धन योजना के महिला स्व सहायता समूह द्वारा महुआ फूल आधारित पारंपरिक विधि से WHO के मापदण्ड अनुरूप बनाया जा रहा है देश का पहला हर्बल सैनिटाइजर। pic.twitter.com/LWruTufUHy
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) May 8, 2020
इस अवसर पर कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर ने कहा कि
“वनोपज महुआ से निर्मित यह सैनिटाइजर उन्नत क्वालिटी का है और इससे कुछ साइड इफेक्ट भी नहीं है। इस सैनिटाइजर का ज्यादा से ज्यादा उत्पादन किया जायेगा और जिले के सभी लोगों को बांटा जाएगा ताकि कोरोना कोविड 19 से बचने में सहायता मिल सके”
वहीं वन मंडलाधिकारी श्रीकृष्ण जाधव ने कहा कि सकरडेगा में पुलिस के जवान ड्यूटी कर रहे हैं जिनके लिए वनोपज से तैयार हुआ ऐसा हर्बल सैनिटाइजर बहुत लाभदायक होगा और इससे कोरोना से लड़ने में सहयोग मिलेगा।
वहीं पुलिस अधीक्षक शंकरलाल बघेल ने कहा कि आमजन भी इस सैनिटाइजर को उपयोग करेंगे जिससे कोरोना से बचाव संभव होगा ।वहीं युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन ने कहा कि वनधन विकास योजना के अंतर्गत सिगनी स्व सहायता समूह के द्वारा तैयार किया गया हर्बल सैनिटाइजर किफायती और बहुत ही उपयोगी है।
दो तरह के सेनेटाइजर हो रहे हैं तैयार
एक सैनेटाइजर मेडिकल फील्ड के लोगों के लिए बनाया गया है. मेडिकल फील्ड में संक्रमण के ज्यादा खतरे को देखते हुए इस सैनेटाइजर में 80 प्रतिशत से अधिक एल्कोहल का इस्तेमाल किया गया है. वहीं आम लोगों के लिए बनाए गए सैनेटाइजर में 60 प्रतिशत एल्कोहल का इस्तेमाल किया जा रहा रहा है.महुआ से एल्कोहल बनाकर धनिया, नीम, तुलसी, अजवाइन, जीरा, लेमन ग्रास, यूकेलिप्टस और करंच के इस्तेमाल से सैनेटाइजर बनाकर तैयार किया जाता है।