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NPG Special-सीएम भूपेश की गोठान योजना आधी आबादी को बना रही आत्मनिर्भर, कोरबा में महिलाएं गोठानों में खाद और सब्जी उपजाकर दुगुनी आमदनी अर्जित कर रहीं

NPG Special-सीएम भूपेश की गोठान योजना आधी आबादी को बना रही आत्मनिर्भर, कोरबा में महिलाएं गोठानों में खाद और सब्जी उपजाकर दुगुनी आमदनी अर्जित कर रहीं
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By NPG News

NPG.NEWS
कोरबा, 21 जून 2020। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गोठान योजना आज गांव की महिलाओं को समृद्ध बनाने के साथ ही उन्हे स्वरोजगार से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रही है। जीं हां इसका ताजा उदाहरण कोरबा जिला के गोठानों में साबित हो रहे है, जहां महिलांए समूह बनाकर ना केवल उन्नत किस्म का खाद बना रही है, बल्कि खाद को बेचकर लाखों रूपये भी कमा रही है। गांव का विकास और समृद्ध महिलांओ का सपना देखने वाले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा को कोरबा की महिलांए साकार करती नजर आ रही है। सूबे के मुखिया भूपेश बघेल की गांव-गांव में बनी गोठान योजना आज गाँव की महिलाओं के लिए रोजगार का जरिया बनता जा रहा है। कोरबा के ग्रामीण क्षेत्र की महिलांए आज गोठानों में केंचुआ खाद बनाकर ना केवल समृद्ध बन रही है, बल्कि इस खाद को बेचकर महिला समूह लाखों रूपये भी कमा रही है।

एक वक्त था जब ये महिलांए घर तक ही सीमित थी, लेकिन कोरबा कलेक्टर किरण कौशल के प्रयास और उद्यानिकी विभाग से मिले खाद बनाने के प्रशिक्षण के बाद ये महिलांए अब घर का काम करने के साथ ही गोठान में पहुंचकर उन्नत किस्म का न केवल खाद बनाकर मोटी कमाई कर रही है, बल्कि गोठान की खाली पड़ी जमीन पर बाड़ी योजना के तहत सब्जी लगाकर दुगना फायदा कमा रही है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की मेहनत और उत्साह का ही नतीजा है कि पूरे प्रदेश में कोरबा के गोठान के खाद को सीजी सेट ने सर्टिफिकेशन कर गुणवत्ता प्रमाणिकरण किया है। महिलाओं के इस उत्साह को देखकर जिला प्रशासन भी इन्हे पूरी मदद कर रहा है। गोठान में बनने वाले खाद को अब हाथों हाथ ना केवल उद्यानिकी विभाग बल्कि कृषि विभाग के साथ ही रेशम विभाग भी बड़े पैमाने पर खरीद रहा है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा गोठानो में मवेशियों को रखने के साथ ही महिलाओं को रोजगार से जोड़ने की थी। ऐसे में मुख्यमंत्री की इस सोच को कोरबा के ग्रामीण क्षेत्र की महिलांए न केवल साकार कर रही है, बल्कि गोठानों में खाद बनाने के साथ ही गोठान की खाली जमीन पर सब्जी उत्पादन कर दुगना लाभ कमा रही है।

कलेक्टर की पहल रंग लाई

शासन की महत्वाकांक्षी गोठान योजना के जरिये महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने को लेकर कलेक्टर किरण कौशल ने विशेष प्रयास किये है। कलेक्टर के निर्देश के बाद उद्यानकी विभाग से जिले के 71 गोठानो में 422 वर्मी बेड उपलब्ध कराने के साथ ही महिलाओं को केचुआ खाद बनाने का विशेष ट्रेनिंग दिया गया था । उद्यानिकी विभाग से मिले प्रशिक्षण का ही नतीजा है कि आज पूरे प्रदेश में कोरबा जिला में एक गौठान के वर्मी कम्पोस्ट को सीजी सेट से सर्टिफिकेशन कर गुणवत्ता प्रमाण पत्र दिया गया है, वही गौठान में बनने वाले खाद को कलेक्टर के आदेश के बाद उद्यानकी विभाग के साथ ही कृषि, रेशम और वन विभाग खरीदी कर रहा है। मौजूदा वक्त में उद्यानिकी विभाग ने जहां गोठानो से 355 क्विंटल खाद की खरीदी कर महिला समूह को 3 लाख 8 हज़ार रुपये का भुगतान कर चुके है, वही रेशन और वन विभाग ने जिले के गोठानो से करीब 5 लाख रुपये का खाद खरीद चुके है।

जून तक 1000 क्विंटल खाद उत्पादन का लक्ष्य- कुंदन कुमार

जिला पंचायत सीईओ कुंदन कुमार की माने तो कोरबा के गौठान में बनने वाला वर्मी कंपोस्ट खाद…. निजी डीलरों के खाद की अपेक्षा कही ज्यादा बेहतर है। यही वजह है कि अब महिला समूहों द्वारा गौठान में तैयार किये जा रहे खाद को न केवल शासकीय विभागों को बेचा जा रहा है बल्कि आने वाले दिनों में इसे विशेष पैकेजिंग और ब्रेंडिंग कर बाज़ार में भी बेचने की तैयारी की जा रही है,जिसका सीधा लाभ समूह की महिलाओं को मिलेगा । इसके साथ ही जून माह के अंत तक गोठानो से एक हज़ार क्विंटल खाद उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है, जिसकी बिक्री के बाद सीधा फायदा गाँव की महिलाओं को हो सकेगा।

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