Begin typing your search above and press return to search.

NMDC ने स्पंज आयरन एसोसियेशन को दिया भरोसा…प्रबंधन छत्तीसगढ़ के उद्योगों को लेकर संवेदनशील, स्पंज आयरन उद्योगों की उन्नति और प्रगति में हमेशा भागीदार रहेगा

NMDC ने स्पंज आयरन एसोसियेशन को दिया भरोसा…प्रबंधन छत्तीसगढ़ के उद्योगों को लेकर संवेदनशील, स्पंज आयरन उद्योगों की उन्नति और प्रगति में हमेशा भागीदार रहेगा
X
By NPG News

0 छत्तीसगढ़ शासन के समन्वय में एनएमडीसी और छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफैक्चर्स एसोसियेशन की बैठक संपन्न

रायपुर, 24 जून 2021। छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य एवं उद्योग तथा सार्वजनिक उपक्रम विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ की अध्यक्षता में बुधवार की शाम मंत्रालय के समिति कक्ष में भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक और नवरत्न कंपनी एनएमडीसी और छत्तीसगढ़ के स्पंज आयरन उदयोग समूहों के प्रतिनिधियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में छत्तीसगढ़ शासन की ओर से खनिज विभाग के सचिव अन्बलगन पी., छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के प्रबंध संचालक जे.पी.मौर्य, एनएमडीसी की ओर से उत्पादन निदेशक पी.के.सतपथी और वाणिज्य निदेशक आलोक मेहता के साथ ही एनएमडीसी के संपदा सलाहकार दिनेश श्रीवास्तव और जीईसी प्रमुख पंकज शर्मा सम्मिलित थे। जबकि छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफैक्चर्स एसोसियेशन की ओर से अध्यक्ष अनिल नचरानी और उद्योग समुह के अन्य प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया।
बैठक छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफैक्चर्स एसोशियेशन की मांग पर राज्य सरकार के समन्वय से बुलाई गई थी, जिसमें एसोसियेशन की मुख्य मांग प्राथमिकता के साथ छत्तीसगढ़ के उद्योगों को लौह अयस्क की आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही लौह अयस्क की कीमतों को कम करना शामिल है। बैठक के बाद एनएमडीसी ने स्पष्ट किया है कि वैश्विक महामारी के मौजूदा दौर में उद्योगों के सामने उपस्थित चुनौतियों के बीच छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफैक्चर्स एसोसियेशन की ओर से जो विषय सामने लाए गए है उसे सुलझाने के लिए एनएमडीसी प्रतिबद्ध है।
एनएमडीसी ने स्पष्ट किया है कि उसका विशेष ध्यान छत्तीसगढ़ के स्पंज आयरन उद्योगों पर है और एनएमडीसी बाजार की बदली परिस्थितियों के बीच छत्तीसगढ़ के उद्योगों को लेकर बेहद ही संवेदनशील है। एनएमडीसी का कहना है कि उसके पास बृहत ग्राहक समूह है जिनके बीच अपनी नीतियों और फैसलों के माध्यम से संतुलन बनाए रखना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि देश में लौह अयस्क की अनिश्चित उपलब्धता के बीच यह संतुलन बनाए रखना और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। एनएमडीसी का कहना है कि लौह अयस्क की उपलब्धता को बढ़ाते हुए युक्तिसंगत तरीके से घरेलू ग्राहकों के बीच आबंटन सुनिश्चित करने और बाजार की बदली परिस्थितियों के बीच लौह अयस्क की कीमतों के संबंध में उचित कार्यवाई सुनिश्चित करेगा।
एनएमडीसी के निदेशक (उत्पादन) पी.के.सतपथी ने बैठक में एनएमडीसी के दंतेवाड़ा स्थित किरंदुल और बचेली लौह अयस्क खदानों से लौह अयस्क के वर्तमान उत्पादन क्षमता एवं आने वाले दिनों में उत्पादन बढ़ाने के प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। श्री सतपथी ने राज्य शासन के अधिकारियों और छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के पदाधिकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि लौह अयस्कों का उत्पादन बढ़ने के साथ ही छत्तीसगढ़ के उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी। एनएमडीसी के वाणिज्य निदेशक आलोक कुमार मेहता ने भी छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसियेशन के प्रतिनिधियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि एनएमडीसी हमेशा से ही अपनी नीतियों और व्यवस्था के माध्यम से ग्राहकों की संतुष्टि का सम्मान करते हुए उसे हासिल करने का प्रयत्न करता रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में छत्तीसगढ़ के स्पंज आयरन उद्योगों की बढ़ती हुई मांगो को देखते हुए एनएमडीसी ने आगे बढ़कर हाई ग्रेड लंप्स की 75 प्रतिशत और स्पंज बनाने के काम आनेवाले 10-20 एमएम के अयस्क की शत प्रतिशत आपूर्ति की है। उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह आगे भी एनएमडीसी अपने ग्राहक उद्योगों की प्रगति और छत्तीसगढ़ राज्य के उद्योगों की उन्नति में भागीदार बना रहेगा।

Next Story