डेढ़ लाख शिक्षकों को ट्रेनिंग देने निष्ठा ट्रेनिंग प्रोग्राम की कल होगी शुरुआत…..शिक्षा मंत्री करेंगे शुभारंभ….जानिये किन-किन शिक्षकों को मिलेगी ट्रेनिंग…क्या है मकसद
रायपुर, 03 जनवरी 2020। निष्ठा (नेशनल इनिसिएटिव ऑन स्कूल टीचर हेड हॉलीस्टिक एडवांमेंट) एकीकृत प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन 4 जनवरी को स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम द्वारा राजधानी स्थित सिब्बल ग्रीन के सभागार में प्रातः 9 बजे किया जाएगा।
निष्ठा प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के डेढ़ लाख शिक्षकों को अधिगम सम्प्राप्ति (एलओएस), स्कूल आधारित आंकलन, शिक्षार्थी केन्द्रित शिक्षाशास्त्र, शिक्षा में नवीन पहल, बहु शिक्षाशास्त्र के द्वारा विद्यार्थियों की विविधताओं का समावेश और स्कूल नेतृत्व प्रबंधन आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण नेशनल रिसोर्स पर्सन्स द्वारा राज्य स्तर जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा चयनित की-रिसोर्स पर्सन्स और स्टेट रिसोर्स पर्सन्स को 10 जनवरी तक दिया जाएगा, यह प्रशिक्षण आवासीय होगा।
कार्यक्रम में संचालक लोक शिक्षण एस. प्रकाश, राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद संचालक पी. दयानंद, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के संचालक श्री ऋषिकेश सेनापति, निष्ठा कार्यक्रम की नेशनल कॉर्डिनेटर प्रोफेसर रंजना अरोरा सहित राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के 15 से अधिक विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के संचालक पी. दयानंद ने आज निष्ठा (नेशनल इनिसिएटिव ऑन स्कूल टीचर हेड हॉलीस्टिक एडवांमेंट) एकीकृत प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थित लगभग 600 स्टेट रिसोर्स पर्सन्स और की-रिसोर्स पर्सन्स से निष्ठा कार्यक्रम को जमीनी स्तर पर ले जाने और शिक्षिकों के व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन कर संवर्धन करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों में लीडरशिप की भावना का विकास कर नवाचारी गतिविधियों के जरिए बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन दिखना चाहिए। पी. दयानंद ने इसके पूर्व प्रशिक्षण स्थल, भोजन और आवासीय परिसर का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि निष्ठा कार्यक्रम पूरे देशभर के शिक्षकों को ट्रेनिंग देने के लिए शुरू किया गया है। छत्तीसगढ़ में निष्ठा के तहत पहला आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो रहा है। इसमें पहले स्टेट रिसोर्स पर्सन्स को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद यह स्टेट रिसोर्स पर्सन्स जिलों के रिसोर्स पर्सन्स और फिर विकासखण्ड में शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे ने निष्ठा कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए मुख्य स्त्रोत व्यक्ति और राज्य स्त्रोत व्यक्ति की भूमिका की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह शिक्षक राज्य के डेढ़ लाख शिक्षकों को विकासखण्ड स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इसके बाद एमआईएस के प्रभारी श्री शैलेन्द्र वर्मा ने निष्ठा कार्यक्रम के ऑनलाईन सिस्टम के संबंध में तकनीकी जानकारी दी।
इस अवसर पर राज्य समन्वयक संजय गुहे, श्री ए.के. सारास्वत, नितिन तालुकदार, हेमंत साव, प्रशांत पाण्डेय, सुनील मिश्रा, बी. रघ्घु, व्ही.के. तिवारी सहित कार्यक्रम के प्रभारी उपस्थित थे।