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नेत्रा कुमानन: टेनिस-नृत्य के बाद नौकायन बना जूनुन, ओलंपिक टिकट हासिल करने वालीं पहली भारतीय महिला की कहानी

नेत्रा कुमानन: टेनिस-नृत्य के बाद नौकायन बना जूनुन, ओलंपिक टिकट हासिल करने वालीं पहली भारतीय महिला की कहानी
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By NPG News

नई दिल्ली 10 अप्रेल 2021। नेत्रा कुमानन ने 12 साल की उम्र तक टेनिस, साइक्लिंग, बास्केटबॉल के साथ भरतनाट्यम में भी हाथ आजमा लिया था लेकिन नौकायन से जुड़ने के बाद उन्हें जिंदगी का असली मकसद मिला हुआ, जिसे उन्होंने ओलंपिक टिकट हासिल करने वाली पहली भारतीय नौकाचालक बन कर सार्थक किया। चेन्नई की 23 साल की इस खिलाड़ी ने ओमान से खास बातचीत की। उन्होंने ओमान में ही एशियाई क्वालिफायर की ‘लेजर रेडियल’ स्पर्धा में शीर्ष स्थान पर रहकर ओलंपिक टिकट हासिल किया।नेत्रा ने 2014 और 2018 एशियाई खेलों में भाग लेने के बाद पिछले साल विश्व कप में कांस्य पदक जीतकर अपनी पहचान बनाई थी। उन्होंने कहा, ‘मैंने टेनिस, बास्केटबॉल, साइक्लिंग, कला (आर्ट) में हाथ आजमाया था। मैंने भरतनाट्यम में भी प्रशिक्षण लिया लेकिन नौकायन के लिए मुझे यह सब छोड़ना पड़ा। मेरी मां मुझे हर साल समर कैंप में रखती थी।’ नेत्रा ने कहा कि वह डेढ़ साल से घर से दूर हैं और ओलंपिक टिकट के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी जिसका फायदा हुआ।
Sailing: Kumman created history, qualified for Olympics
नेत्रा हंगरी कोच टमस एस्जेस की देख रेख में अभ्यास कर रही है। हंगरी के टमस खुद भी दो बार ओलंपिक में भाग ले चुके हैं। नेत्रा ने बताया कि वह कोच केमार्गदर्शन में रेस से जुड़े तनाव से निपटने के तरीके सीख रही हैं। उन्होंने कहा, ‘हम दोनों एक-दूसरे के साथ एक साल से अधिक समय से काम कर रहे है। हमने रेसिंग के तनाव से निपटने के बारे में सीखने के साथ पूर्णकालिक एथलीट बनने के लिए जरूरी सब कुछ पर काम किया है।’एसआरएम कॉलेज की इंजीनियरिंग की छात्रा कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान स्पेन मे फंस गई थी लेकिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय तैराकों के साथ समय बिताकर इसका अच्छा उपयोग किया। उन्होंने कहा, ‘ कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण मैं स्पेन में फंस गई थी। लॉकडाउन के हटने के बाद मैंने ग्रैन कैनरिया में अंतरराष्ट्रीय एथलीटों के साथ अभ्यास कर समय का सही इस्तेमाल किया। माता-पिता ओलंपिक के लिए क्वालिफिकेशन हासिल कर चुकीं इस नौकाचालक ने कहा पेरिस ओलंपिक 2024 में दमदार चुनौती पेश करने के कदम में टोक्यो ओलंपिक उनके लिए पहला कदम होगा। नेत्रा ने कहा कि उनके माता-पिता से उन्हें पूरा समर्थन मिला। खास कर सॉफ्टवेयर कंपनी चलाने वाले उनके पिता ने हर समय उनका साथ दिया। नेत्रा कुमानन ने कहा, ‘टोक्यो मेरा पहला ओलंपिक है, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी। यह 2024 में पेरिस में शीर्ष खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की ओर मेरा पहला कदम है।’

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