Begin typing your search above and press return to search.

WFI Suspended: भारतीय कुश्ती संघ पर खेल मंत्रालय का बड़ा एक्शन, WFI अध्यक्ष संजय सिंह की मान्यता रद्द

WFI Suspended: Big action of Sports Ministry on Indian Wrestling Federation, recognition of WFI President Sanjay Singh canceled

WFI Suspended: भारतीय कुश्ती संघ पर खेल मंत्रालय का बड़ा एक्शन, WFI अध्यक्ष संजय सिंह की मान्यता रद्द
X
By Ragib Asim

WFI Suspended: रेसलिंग फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और पहलवानों के बीच चल रही खींचतान के बीच खेल मंत्रालय हरकत में आया है। उसने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की नई बॉडी को सस्पेंड कर दिया। मंत्रालय ने रविवार को अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि भारतीय कुश्ती संघ ने मौजूदा नियमों का उल्लंघन किया। बता दें कि हाल ही में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव जीतकर नए अध्यक्ष बने थे। खेल मंत्रालय की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नेशनल चैंपियनशिप का ऐलान जल्दबाजी में किया गया है और उसके लिए सही प्रक्रिया का पालन भी नहीं हुआ।

मंत्रालय ने हवाला दिया कि नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने 21 दिसंबर को घोषणा की कि जूनियर नेशनल चैंपियनशिप इस साल के अंत से पहले शुरू होगी। मंत्रालय ने बताया कि यह नियमों के खिलाफ है। इस तरह की प्रतियोगिता से पहले कम से कम 15 दिन का नोटिस देना जरूरी होता है ताकि पहलवान इसके लिए तैयारी कर सकें।

खेल मंत्रालय ने अपने बयान में आगे कहा, "इस तरह के निर्णय (नेशनल चैंपियनशिप कराना) कार्यकारी समिति द्वारा लिए जाते हैं, जिसके समक्ष एजेंडे को विचार के लिए रखा जाना जरूरी होता है। भारतीय कुश्ती संघ के संविधान के अनुच्छेद XI के अनुसार 'बैठक के लिए नोटिस और कोरम' शीर्षक के तहत, कार्यकारी समिति की मीटिंग के लिए न्यूनतम नोटिस अवधि होती है। बैठक के लिए 15 दिन पहले सूचना देनी होती है और 1/3 प्रतिनिधियों का कोरम होना जरूरी है। यहां तक कि इमरजेंसी मीटिंग के लिए भी, न्यूनतम नोटिस अवधि 7 दिन है और कोरम के लिए 1/3 प्रतिनिधियों की जरूरी होती है।"

खेल मंत्रालय ने यह भी आरोप लगाया कि नई रेसलिंग फेडरेशन पिछले पदाधिकारियों के पूरे कंट्रोल में नजर आ रही, जिनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे। मंत्रालय ने कहा, "ऐसा नजर आ रहा है कि नवनिर्वाचित कुश्ती फेडरेशन स्पोर्ट्स कोड की पूरी तरह अनदेखी करते हुए पूर्व पदाधिकारियों के इशारे पर चल रही।"

इसमें आगे कहा गया, "फेडरेशन को पूर्व पदाधिकारियों द्वारा नियंत्रित परिसर से चलाया जा रहा है। यह वही परिसर है, जिसमें खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है और वर्तमान में कोर्ट इस केस की सुनवाई कर रही है।"

Ragib Asim

Ragib Asim पिछले 8 वर्षों से अधिक समय से मीडिया इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं, पढ़ाई-लिखाई दिल्ली से हुई है। क्राइम, पॉलिटिक्स और मनोरंजन रिपोर्टिंग के साथ ही नेशनल डेस्क पर भी काम करने का अनुभव है।

Read MoreRead Less

Next Story